ट्विटर किलर / 9 मर्डर करने के जुर्म में मिली मौत की सजा

Zoom News : Dec 15, 2020, 07:59 PM
टोक्‍यो: ट्विटर (Twitter) पर लोगों से संपर्क कर उन्‍हें मौत के घाट उतारने वाले अपराधी को जापान (Japan) में मौत की सजा सुनाई गई है. यह जापान का एक हाई-प्रोफाइल मामला था. 2017 में 30 साल के तकाहीरो शिरायशी (Takahiro Shiraishi) के फ्लैट पर शरीर के अंग पाए जाने के बाद उसे 'ट्विटर किलर' (Twitter killer) करार दिया गया था. 

वकीलों ने बचाने के लिए दिया था ये तर्क 

तकाहीरो ने वैसे तो युवाओं को बेरहमी से कत्‍ल करने की बात स्‍वीकार ली थी, लेकिन उसके वकीलों ने इतनी हत्‍याओं के बाद भी उसे मौत के बजाय जेल की सजा दिए जाने की मांग की थी. वकीलों का तर्क था कि 15 से 26 साल की उम्र के बीच के जिन लोगों की हत्‍या की गई उन्‍होंने खुद ही सोशल मीडिया पर आत्‍महत्‍या करने के विचार व्‍यक्‍त किए थे. 

इन 9 लोगों में एक महिला भी शामिल है, जिससे अपराधी सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म पर मिला था. 

मंगलवार को अदालत के एक अधिकारी ने बताया कि 'तकाहीरो शिरायशी को मौत की सजा दे दी गई.' पब्लिक ब्रॉडकास्‍टर एनएचके के अनुसार, जज ने कहा, '9 पीड़ितों में से किसी ने भी मारे जाने के लिए अपनी सहमति नहीं दी थी. यह अत्यंत गंभीर मामला है कि 9 युवाओं की जान ले ली गई. पीड़ितों की गरिमा को तोड़ दिया गया.'

इस मामले को लेकर लोगों में उत्‍सुकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कोर्ट में केवल 16 सीटें होने के बाद भी फैसले को सुनने के लिए 435 लोग आए थे. 

ऐसे करता था हत्‍याएं 

शिरायशी ट्विटर के जरिये उन यूजर्स से संपर्क करता था, जो आत्‍महत्‍या करने को लेकर पोस्‍ट करते थे. तब ये उनसे संपर्क करके कहता था कि वो उनकी योजनाओं में मदद कर सकता है या उनके साथ मर भी सकता है.

25 साल की पीड़िता के पिता ने पिछले महीने अदालत में कहा था कि वह 'शिरायशी को कभी माफ नहीं करेगा भले ही वह मर जाए. मैं अब भी जब अपनी बेटी की उम्र की लड़की को देखता हूं, तो मैं उसे अपनी बेटी समझ लेता हूं. यह दर्द कभी खत्‍म नहीं होगा. मुझे मेरी बेटी वापस दे दो!' 

कुछ विकसित देशों में से जापान एक है, जहां अब भी मृत्युदंड की सजा दी जाती है. इसके लिए उसे जनता का समर्थन भी मिला हुआ है. हालांकि सजा मिलने और फांसी होने में कई साल लग जाते हैं. देश में इससे पहले 2019 में एक चीनी व्‍यक्ति को 4 लोगों के परिवार की हत्‍या करने के लिए फांसी पर लटकाया गया था. 

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