- भारत,
- 14-Jun-2025 04:40 PM IST
Cricket Rule: क्रिकेट में फील्डर्स का योगदान अक्सर नजरों से ओझल हो जाता है, लेकिन मैच जीतने की नींव कई बार उनकी चुस्ती और चपलता से रखी जाती है। शानदार कैच, रन बचाने की काबिलियत और सटीक रन आउट—ये सब मिलकर फील्डर्स को किसी भी टीम का गुप्त हथियार बनाते हैं। इसी अहमियत को देखते हुए क्रिकेट के सबसे पुराने संरक्षक मेरिलबोर्न क्रिकेट क्लब (MCC) और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) अब फील्डिंग से जुड़े कुछ नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं।
अब बाउंड्री के बाहर सिर्फ एक ही उछाल की अनुमति
अभी तक यह देखा गया था कि फील्डर्स बाउंड्री लाइन पर खड़े होकर गेंद को हवा में उछालते हुए खुद बाउंड्री के बाहर चले जाते थे, फिर दोबारा हवा में गेंद को उछालते हुए बाउंड्री के अंदर आकर कैच पूरा कर लेते थे। यह तकनीक कई बार विरोधी बल्लेबाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण साबित होती थी।
अब नए नियम के तहत, अगर फील्डर बाउंड्री के बाहर जाता है, तो वह गेंद को सिर्फ एक बार ही हवा में उछाल सकता है। इसके बाद उसे तुरंत बाउंड्री के अंदर आकर कैच पूरा करना होगा। अगर दूसरा उछाल हुआ या देरी हुई, तो कैच अमान्य माना जाएगा।
दो खिलाड़ियों वाले कैच के लिए भी नई सख्ती
पहले ऐसा देखा गया था कि एक फील्डर गेंद को हवा में उछालकर दूसरे फील्डर को देता था, लेकिन खुद मैदान के बाहर होता था। अब इस तरीके पर भी रोक लग गई है। नया नियम यह कहता है कि जब तक दोनों खिलाड़ी मैदान के अंदर नहीं होंगे, तब तक इस तरह का कैच वैध नहीं माना जाएगा। यानी अब ‘टीमवर्क कैच’ के लिए भी बाउंड्री के अंदर होना अनिवार्य है।
माइकल नेसर के विवादास्पद कैच ने किया था नियमों पर सवाल
इन नए नियमों की पृष्ठभूमि में एक बड़ा विवाद रहा है। 2022 की बिग बैश लीग में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी माइकल नेसर ने एक ऐसा कैच लिया था, जिसमें उन्होंने गेंद को दो बार हवा में उछालते हुए बाउंड्री से बाहर और फिर अंदर कैच पकड़ा। अंपायर ने इसे वैध माना, लेकिन क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों में इस पर तीखी बहस छिड़ गई।
इस विवाद के बाद ICC ने MCC से कैच नियमों की समीक्षा की अपील की, और अब वही समीक्षा अक्टूबर 2026 से MCC के नियमों में शामिल होगी, जबकि ICC इसे पहले ही अगले महीने से लागू करने की तैयारी कर चुकी है।
खेल की आत्मा को बनाए रखने की कोशिश
क्रिकेट में तकनीकी तरक्की और खिलाड़ियों की बढ़ती फुर्ती ने कई नियमों को चुनौती दी है। इन नए बदलावों का उद्देश्य न केवल खेल को और अधिक पारदर्शी बनाना है, बल्कि ‘फेयर प्ले’ की भावना को भी मजबूत करना है। अब फील्डर्स को अपनी रणनीति के साथ-साथ अपनी टाइमिंग और पोजिशनिंग पर भी बारीक ध्यान देना होगा—क्योंकि एक पल की चूक अब पूरा मैच बदल सकती है।