ICICI सिक्योरिटीज ने Gulf Oil Lubricants India के शेयरों में महत्वपूर्ण वृद्धि की संभावना जताई है, जिससे निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर सामने आया है। ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी के शेयरों के लिए अपनी 'बाय' रेटिंग को बरकरार रखा है, साथ ही टारगेट प्राइस को संशोधित कर 1610 रुपये कर दिया है। यह नया टारगेट प्राइस बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर शेयर के मौजूदा भाव से लगभग 39 प्रतिशत अधिक है, जो लगभग 40 प्रतिशत के संभावित उछाल का संकेत देता है और वर्तमान में, Gulf Oil Lubricants India का शेयर BSE पर 1159. 10 रुपये पर कारोबार कर रहा है, और कंपनी का मार्केट कैप 5700 करोड़ रुपये से अधिक है, जो इसे एक BSE SmallCap कंपनी बनाता है।
ब्रोकरेज का आशावादी दृष्टिकोण
ICICI सिक्योरिटीज ने अपने विस्तृत नोट में Gulf Oil Lubricants India के प्रदर्शन पर गहरा विश्वास व्यक्त किया है। ब्रोकरेज ने बताया है कि कंपनी ने पिछली 11 तिमाहियों में कोर लुब्रिकेंट सेगमेंट में साल-दर-साल आधार पर 7 प्रतिशत से अधिक की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि दर उद्योग की औसत वृद्धि दर से दोगुनी है, जो Gulf Oil की मजबूत बाजार स्थिति और प्रभावी व्यावसायिक रणनीतियों को दर्शाती है। ICICI सिक्योरिटीज का अनुमान है कि यह मजबूत वृद्धि दर भविष्य में भी बनी रहेगी, और कंपनी उद्योग की वृद्धि दर से 2-3 गुना अधिक गति से बढ़ती रहेगी। यह अनुमान कंपनी के ठोस आधार और भविष्य की संभावनाओं पर आधारित है।
विकास के प्रमुख चालक
Gulf Oil Lubricants India की इस असाधारण वृद्धि के पीछे कई महत्वपूर्ण कारक हैं। इनमें ब्रांड की लगातार मजबूती और बाजार में इसकी गहरी पैठ शामिल है, जिसने उपभोक्ताओं के बीच विश्वास और वफादारी स्थापित की है। कंपनी के ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) के साथ मजबूत संबंध भी इसकी सफलता। में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे उत्पादों की निरंतर मांग सुनिश्चित होती है। इसके अतिरिक्त, ग्राहकों के साथ-साथ मैकेनिकों और सर्विस स्टेशनों के लिए जमीनी स्तर पर चलाए गए अच्छे जागरूकता अभियान, उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में जानकारी फैलाने और ब्रांड वरीयता बनाने में सफल रहे हैं। कंपनी के उत्पादों की सिद्ध गुणवत्ता भी एक प्रमुख कारक है जो ग्राहकों को आकर्षित करती है और उन्हें बनाए रखती है और इन पारंपरिक विकास चालकों के अलावा, Gulf Oil इलेक्ट्रिक वाहन (EV) सेगमेंट में भी तेजी से विविधीकरण कर रहा है, जो भविष्य के विकास के लिए एक नया और महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करता है।
वित्तीय प्रदर्शन और बाजार की स्थिति
हालांकि, ICICI सिक्योरिटीज ने अपने विश्लेषण में कुछ संभावित चुनौतियों का भी उल्लेख किया है जो कंपनी के कोर मार्जिन को निकट भविष्य में प्रभावित कर सकती हैं। ब्रोकरेज ने बताया है कि कच्चे तेल की तुलना में लुब्रिकेंट ऑयल बेस स्टॉक्स (LOBS) की कीमतों में असमान गिरावट देखी गई है, जिससे मार्जिन पर दबाव पड़ सकता है। इसके साथ ही, भारतीय रुपये में आई तेज गिरावट भी कंपनी के लिए लागत बढ़ा सकती है, खासकर यदि वह आयातित कच्चे माल पर निर्भर करती है और इन कारकों के कारण, ICICI सिक्योरिटीज ने मार्जिन में संभावित नरमी को ध्यान में रखते हुए Gulf Oil Lubricants India के लिए अपने अर्निंग्स पर शेयर (EPS) अनुमानों में कटौती की है। हालांकि, यह कटौती 'बाय' रेटिंग को बनाए रखने के ब्रोकरेज के फैसले को। नहीं बदलती है, जो कंपनी की दीर्घकालिक क्षमता में उनके विश्वास को दर्शाती है।
Gulf Oil Lubricants India ने हाल के वित्तीय अवधियों में मिश्रित प्रदर्शन दिखाया है। सितंबर 2025 तिमाही में, कंपनी ने स्टैंडअलोन आधार पर 9567. 82 करोड़ रुपये का राजस्व और 871. 34 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया। वहीं, वित्त वर्ष 2025 के लिए, कंपनी का राजस्व 3554. 36 करोड़ रुपये और शुद्ध मुनाफा 362 और 25 करोड़ रुपये रहा। शेयर बाजार में, कंपनी के शेयर ने पिछले 2 साल में 80 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की है, जो निवेशकों के लिए मजबूत रिटर्न का संकेत है। हालांकि, पिछले 3 महीनों में इसमें 11 प्रतिशत की गिरावट भी देखी गई है। सितंबर 2025 के अंत तक, प्रमोटरों के पास कंपनी में 67. 11 प्रतिशत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी थी, जो प्रबंधन के विश्वास को दर्शाती है और शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपये है। भारतीय बाजार में इसके प्रमुख प्रतिस्पर्धियों में कैस्ट्रॉल इंडिया, सविता ऑयल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड और गांधार ऑयल रिफाइनरी। इंडिया लिमिटेड शामिल हैं, जो इस प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में Gulf Oil की स्थिति को और स्पष्ट करते हैं।
ICICI सिक्योरिटीज द्वारा दिया गया 1610 रुपये का संशोधित टारगेट प्राइस और 'बाय' रेटिंग, Gulf Oil Lubricants India के लिए एक मजबूत भविष्य की ओर इशारा करती है, भले ही कुछ अल्पकालिक मार्जिन चुनौतियां हों। कंपनी की मजबूत ब्रांड पहचान, OEM संबंध और EV क्षेत्र में विस्तार की रणनीति इसे आगे बढ़ने के लिए अच्छी स्थिति में रखती है।