- भारत,
- 14-Jul-2025 12:27 PM IST
Indian Cricket Team: जसप्रीत बुमराह... नाम सुनते ही क्रिकेट प्रेमियों के जहन में एक ऐसे गेंदबाज की तस्वीर उभरती है, जो अपनी रफ्तार, सटीकता और अनोखे एक्शन के लिए जाना जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं कि बुमराह इस वक्त दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार हैं। मगर आज हम बात करेंगे एक ऐसे गेंदबाज की, जो आंकड़ों के हिसाब से बुमराह से भी आगे निकल चुका है। जी हां, हम बात कर रहे हैं ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड की, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट के 110 साल के इतिहास में अपनी एक खास जगह बना ली है।
वेस्टइंडीज के खिलाफ बोलैंड की शानदार उपलब्धि
स्कॉट बोलैंड इस समय वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में खेल रहे हैं। यह इस दौरे पर उनका पहला टेस्ट है, और उन्होंने पहली पारी में 13.1 ओवर में 32 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। इस पारी में वे ऑस्ट्रेलियाई टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे। यही नहीं, इसी पारी के दौरान बोलैंड ने एक ऐसी उपलब्धि हासिल की, जिसने उन्हें जसप्रीत बुमराह से भी आगे खड़ा कर दिया।
बुमराह को पछाड़ने वाला रिकॉर्ड
टेस्ट क्रिकेट में कम से कम 2000 गेंदें फेंकने वाले गेंदबाजों की सूची में स्कॉट बोलैंड अब सबसे कम गेंदबाजी औसत के साथ शीर्ष पर हैं। 1915 से लेकर 2025 तक, इतने लंबे समय में कोई भी गेंदबाज, जिसने 2000 या उससे ज्यादा गेंदें फेंकी हों, बोलैंड के 17.33 के औसत को नहीं छू सका। बोलैंड ने 2021 से 2025 के बीच 59 विकेट लिए हैं, और उनका यह औसत उन्हें टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक अनोखा गेंदबाज बनाता है।
बुमराह से आगे सिर्फ बोलैंड ही नहीं
स्कॉट बोलैंड इस सूची में टॉप पर हैं, लेकिन तीन और गेंदबाज ऐसे हैं, जिन्होंने कम से कम 2000 गेंदें फेंकने के बाद बुमराह से बेहतर औसत हासिल किया है। ये हैं:
बर्ट आयरनमोंगर (ऑस्ट्रेलिया): 1928-1933 के बीच 17.97 की औसत से 74 विकेट।
फ्रैंक टायसन (इंग्लैंड): 1954-1959 के बीच 18.56 की औसत से 76 विकेट।
अक्षर पटेल (भारत): 2021-2024 के बीच 19.34 की औसत से 55 विकेट।
जसप्रीत बुमराह इस सूची में 19.48 की औसत के साथ 5वें स्थान पर हैं, जिन्होंने 2018 से 2025 तक 217 विकेट हासिल किए हैं।
स्कॉट बोलैंड: एक अनोखा सितारा
स्कॉट बोलैंड ना तो मिचेल स्टार्क की तरह चर्चित हैं और ना ही पैट कमिंस की तरह स्टारडम रखते हैं। फिर भी, उनके आंकड़े उनके कौशल की गवाही देते हैं। उनकी सटीक लाइन-लेंथ, निरंतरता और दबाव बनाने की कला ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी हालिया परफॉर्मेंस ने ना सिर्फ उनकी टीम को मजबूती दी, बल्कि क्रिकेट इतिहास में भी एक नया अध्याय जोड़ा।
