Lok Sabha Election / आखिर किसके साथ हैं NCP चीफ? शरद पवार के बयान से 'INDIA' गठबंधन हो जाएगा कन्फ्यूज

Zoom News : Aug 25, 2023, 09:40 PM
Lok Sabha Election: महाराष्ट्र में एक राजनीतिक कहावत है कि शरद पवार जो सोचते हैं वो बोलते नहीं हैं, जो बोलते हैं वो करते नहीं है और जो करते हैं वो कोई सोच नहीं पाता. शरद पवार ने शुक्रवार को एक ऐसा बयान दिया है जिससे उनके सहयोगी और उनके विरोधी दोनों कन्फ्यूज हैं कि वो कहना क्या चाहते हैं. कल तक जिस NCP को विभाजित बताया जा रहा था शरद पवार ने NCP में किसी तरह के विभाजन से इनकार कर दिया है. यहां तक कि बगावत करने वाले अजित पवार को अपनी पार्टी का नेता बता दिया.

महाराष्ट्र के बारामती में शरद पवार ने कहा कि अजित पवार हमारी पार्टी के नेता हैं, पार्टी में किसी तरह का विभाजन नहीं हुआ. अजित पवार ने अलग रुख अपनाया है, जिसे विभाजन नहीं कहा जा सकता है. यानी वो अजित पावर जो शरद पवार की मर्जी के बिना बीजेपी के साथ सरकार चला रहे हैं, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बने हुए हैं, जिनका गुट NDA का घटक दल है वो अजित पवार अब भी NCP के नेता हैं.

किसके साथ हैं शरद पवार?

शरद पवार के मुताबिक अजित पावर उनकी पार्टी के नेता हैं तो इसका क्या मतलब हुआ कि क्या NCP INDIA गठबंधन के साथ भी है और NDA गठबंधन के साथ भी है. क्या NCP विपक्ष में भी है और सरकार में भी है? ये तो ऐसा है जैसे शरद पवार के दोनों हाथों में लड्डू है. भतीजा अजित पवार NDA के साथ और खुद INDIA के साथ. 2024 में जो गठबंधन जीता NCP उस गठबंधन के साथ. ये शायद दुनिया की इकलौती राजनीतिक पार्टी होगी जो एक साथ विपक्ष और सत्ता दोनों में है. एक साथ दोनों हाथों में इस तरह का लड्डू शायद ही किसी के पास हो.

शरद पवार के बयान के बाद कन्फ्यूजन इतना ज्यादा है कि INDIA गठबंधन वाले कह रहे हैं कि 2024 में अजित पवार हमारे साथ आ जाएंगे. NDA वाले कह रहे हैं कि शरद पवार उनके साथ आ जाएंगे लेकिन होगा क्या ये सिर्फ पवार परिवार को पता है. अब सवाल है कि वो शरद पवार जो पिछले दिनों ये कह रहे थे कि अजित पवार से उनका कोई राजनीतिक लेना देना नहीं है वो अचानक अजित पवार को अपनी पार्टी का नेता क्यों कहने लगे.

क्या इसके पीछे शरद पवार INDIA गठबंधन की बैठक से पहले माहौल बना रहे हैं. 31 अगस्त से 1 सितंबर तक मुंबई में विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक होने वाली है. विपक्षी गठबंधन की बैठक से पहले कहीं वो मैसेज तो नहीं दे रहे हैं कि अगर उनकी अनदेखी हुई तो वो NDA की तरफ जा सकते हैं. वैसे बीच-बीच में शरद पवार की मुलाकात पीएम नरेंद्र मोदी और भतीजे अजित पवार से होती रहती है, जो INDIA गठबंधन की टेंशन बढ़ाने के लिए काफी है.

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