बकरीद / बकरे के कान के नीचे लिखा है अल्लाह, 3 लाख रुपये लगी कीमत

AajTak : Jul 25, 2020, 01:19 PM
पंजाब के संगरूर के एक गांव में शेर खान नाम का बकरा चर्चा का विषय बना हुआ है। बकरीद के मौके पर इस बकरे को खरीदना खास माना जा रहा है। महज डेढ़ साल के बकरे पर 3 लाख की बोली लग चुकी है जबकि बकरे के मालिक उसे 5 लाख में बेचने की बात कर रहे हैं। मालिकों का कहना है कि बकरा खास इसलिए है क्योंकि बकरे के कान के नीचे अरबी भाषा में अल्लाह लिखा हुआ है।

बकरीद का त्यौहार आने वाला है। इस त्योहार में जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। खास बकरे महंगे दामों पर भी खरीदे जाते हैं। मलेरकोटला में सबसे बड़ी बकरा मंडी लगती थी जहां राजस्थान, हरियाणा, हिमाचल से लोग आते हैं। यहां हजारों लोग शामिल होते हैं और बकरों की लाखों की बोली लगती है। लेकिन इस बार कोरोना के चलते मेला नहीं लग पा रहा है लेकिन इस बीच संगरूर के गांव कंगनवाल का एक डेढ़ साल का बकरा शेर खान का चर्चा में है।

हालांकि, इस बकरे पर लाखों रुपये का दाम लग चुका है लेकिन मालिक इसे बेचने के लिए तैयार नहीं है। वह ज्यादा पैसों की डिमांड कर रहे हैं। बकरे के मालिक का कहना है कि जब जय महेश (बकरे का नाम) 2 महीने का था। उनको उसी समय पता चल गया था कि यह बेहद खास है। खास इसलिए क्योंकि इस बकरे के कान के नीचे अरबी भाषा में अल्लाह लिखा हुआ है। अगर बकरे के माथे, गले या शरीर पर ऐसा कुछ लिखा होता है तो उसकी कीमत बढ़ जाती है।

बकरे के मालिक मुताबिक, कुर्बानी देने वाले उसको बेहद ज्यादा कीमत पर खरीद लेते हैं। इस बकरे पर 3 लाख की कीमत लग चुकी है लेकिन हम इसको 5 लाख में बेचना चाहते हैं क्योंकि हम उसको हर रोज खाने में बदाम छोले और हेल्दी खुराक दे रहे हैं। कुछ लोग उन्हें यह कह रहे हैं कि जो बकरे के कान के नीचे अरबी भाषा में अल्लाह लिखा हुआ है वह इन्होंने तेजाब के साथ या किसी और चीज से लिखा है। लेकिन वह चैलेंज करते हैं कि अगर कोई साबित कर सकता है तो करके दिखा दे। हम जानते हैं कि यह निशान तो जन्म से ही है।

दूसरी ओर लोगों का कहना है कि इनके घर में जो बकरा है वह बहुत अलग है क्योंकि उनके ऊपर अल्लाह की रहमत हुई है। इनके परिवार के पास जो बकरा है उसके कान के नीचे अल्लाह लिखा हुआ है। हालांकि, ऐसे शब्द पहले भी कई बार देखे गए हैं। कई बार मछलियों, पत्तों के ऊपर भी देखे गए हैं लेकिन बकरीद के मौके पर एक बकरे पर अल्लाह लिखा होना बेहद खास है। ऐसे बकरों को ज्यादा कीमत पर खरीदा जाता है।

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