US Shutdown / अमेरिका में शटडाउन खत्म, भारतीय शेयर बाजार में जारी रह सकती है तेजी

अमेरिका में 43 दिन बाद सरकारी शटडाउन खत्म होने और राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा बिल पर हस्ताक्षर करने से वैश्विक निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। भारतीय शेयर बाजार लगातार चौथे दिन मजबूती के साथ खुले, सेंसेक्स और निफ्टी में 1.5% की तेजी दर्ज की गई। घरेलू मोर्चे पर कम महंगाई और बिहार चुनाव परिणामों ने भी बाजार को समर्थन दिया है, जिससे आगे भी तेजी की उम्मीद है।

अमेरिका में लगभग 43 दिनों के बाद सरकारी कामकाज का शटडाउन समाप्त हो गया है, जिससे वैश्विक बाजारों में एक नई उम्मीद जगी है और इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम का सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखने को मिल रहा है, जहां सेंसेक्स और निफ्टी लगातार चौथे दिन मजबूती के साथ कारोबार कर रहे हैं। निवेशकों का भरोसा बढ़ा है कि यह सकारात्मक गति जारी रह सकती है, खासकर जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस शटडाउन को समाप्त करने वाले विधेयक पर हस्ताक्षर कर दिए हैं। इस खबर ने न केवल वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता को कम किया है, बल्कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते की उम्मीदों को भी बल दिया है, जिससे बाजार की रैली को और मजबूती मिली है।

वैश्विक घटनाक्रम से बढ़ा निवेशकों का भरोसा

अमेरिका में सबसे लंबे समय तक चले सरकारी शटडाउन का अंत एक बड़ी राहत के रूप में आया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शटडाउन समाप्त करने वाले बिल पर। हस्ताक्षर करने से निवेशकों का सेंटीमेंट काफी मजबूत हुआ है। इस शटडाउन के कारण कई महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़ों का प्रकाशन रुक गया था, जो। अब फिर से शुरू हो सकेगा, जिससे बाजार को स्पष्ट दिशा मिलने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में भारत के साथ व्यापार वार्ता को लेकर कुछ सकारात्मक बयान दिए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार की उम्मीद बढ़ी है और इन बयानों ने भारतीय बाजार में निवेशकों के भरोसे को और मजबूत किया है। वैश्विक स्तर पर, फेडरल रिजर्व की ओर से दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना ने भी ग्लोबल बाजारों में जोश भर दिया है, क्योंकि कम ब्याज दरें अक्सर निवेश को बढ़ावा देती हैं।

भारतीय बाजारों में लगातार तेजी का रुख

भारतीय शेयर बाजार ने गुरुवार, 13 नवंबर को मजबूती के साथ शुरुआत की, जो लगातार चौथा दिन है जब सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। यह लगातार तेजी बाजार में मजबूत खरीदारी के रुझान को दर्शाती है। सुबह 8 बजे के करीब, गिफ्ट निफ्टी फ्यूचर्स 25,950. 5 अंक पर कारोबार कर रहे थे, जो बुधवार के निफ्टी बंद स्तर 25,875. 80 से ऊपर था। यह संकेत दे रहा था कि निफ्टी आज ऊंचे स्तर पर खुलेगा, और ऐसा ही हुआ। इस हफ्ते अब तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में करीब 1. 5% की शानदार तेजी दर्ज की जा चुकी है। यह तेजी बाजार को सितंबर 2024 के अपने रिकॉर्ड हाई के करीब ले आई है, जहां से दोनों इंडेक्स अब सिर्फ 2% नीचे हैं। यह दर्शाता है कि बाजार अपनी पिछली ऊंचाइयों को छूने के लिए पूरी तरह तैयार है।

घरेलू मोर्चे पर भी सकारात्मक संकेत

विशेषज्ञों की राय और बाजार की मौजूदा चाल

वैश्विक सकारात्मक खबरों के साथ-साथ घरेलू आर्थिक संकेत भी भारतीय शेयर बाजार के पक्ष में हैं। अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर घटकर सिर्फ 0 और 25% रह गई है, जो एक बड़ी राहत की बात है। इस गिरावट के पीछे खाने-पीने से जुड़ी चीजों की कीमतों में कमी और उपभोक्ता वस्तुओं पर टैक्स में कटौती मुख्य वजह रही है और कम होती महंगाई ने यह उम्मीद बढ़ाई है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी अगली मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। ब्याज दरें घटने से बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी, जिससे निवेश को बढ़ावा मिलेगा और। कंपनियों के लिए कर्ज लेना सस्ता होगा, जो आर्थिक विकास के लिए अनुकूल है। इसके अलावा, बिहार चुनावों के एग्जिट पोल्स में एनडीए की संभावित जीत ने भी निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है, जैसा कि HDFC सिक्योरिटीज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट नंदिश शाह ने रॉयटर्स को बताया। उनके अनुसार, राजनीतिक स्थिरता और नीतिगत निरंतरता फिलहाल बाजार की सबसे बड़ी ताकत हैं। अशिका इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के अनुसार, भारतीय शेयर बाजारों ने बुधवार को लगातार चौथे दिन तेजी दर्ज की। निफ्टी दिनभर ऊंचे स्तर पर बना रहा, जबकि बिहार चुनाव परिणामों से पहले की अस्थिरता के बावजूद निवेशकों का मूड पॉजिटिव रहा। ग्लोबल स्तर पर, अमेरिकी सीनेट में सरकारी शटडाउन खत्म करने की प्रगति और दिसंबर में फेड रेट कट की उम्मीद ने जोखिम लेने की प्रवृत्ति को बढ़ावा दिया है। यह दर्शाता है कि वैश्विक और घरेलू दोनों कारक बाजार को ऊपर की ओर धकेल रहे हैं।

निफ्टी के लिए महत्वपूर्ण स्तर और आगे की राह

रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च), अजीत मिश्रा ने बाजार के लिए महत्वपूर्ण स्तरों पर प्रकाश डाला और उन्होंने बताया कि निफ्टी ने 25,800 के रेजिस्टेंस स्तर को दोबारा हासिल कर लिया है, और अब अगला टारगेट 26,000–26,100 के दायरे में दिखाई दे रहा है। यह एक महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक और तकनीकी स्तर है जिसे बाजार छूने का प्रयास करेगा। हालांकि, साप्ताहिक एक्सपायरी के कारण बाजार में कुछ कंसोलिडेशन या एकीकरण देखने को मिल सकता है, लेकिन ओवरऑल ट्रेंड अब भी पॉजिटिव बना हुआ है और मिश्रा ने यह भी बताया कि मेटल, बैंकिंग और ऑटो सेक्टर के अलावा, आईटी, फार्मा और एनर्जी सेक्टर में भी नई खरीदारी की रुचि देखी जा रही है। निवेशकों को सेक्टोरल रोटेशन ट्रेंड के अनुरूप लार्ज-कैप और मिड-कैप अवसरों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि विभिन्न सेक्टरों में बारी-बारी से तेजी देखने को मिल सकती है। यह सलाह निवेशकों को मौजूदा बाजार परिदृश्य में सही निवेश निर्णय लेने में मदद करेगी।