Farmers Protest / सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे एक और किसान की मौत, अब तक 11 की गयी जान

Zoom News : Dec 16, 2020, 10:33 PM
Farmers Protest: सिंघु बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड में कानूनों को रद्द कराने की मांग को लेकर धरना दे रहे एक और किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह तीन दिन पहले ही पंजाब से आए थे। आंदोलन में अब तक 11 किसानों की जान जा चुकी है। इनमें सिंघु बॉर्डर पर पांच और टीकरी बॉर्डर पर छह किसानों की मौत हो चुकी है। 

पंजाब के पटियाला के गांव सौहली के रहने वाले किसान पाल सिंह (62) 13 दिसंबर को ही सिंघु धरनास्थल पर आए थे। वह अपने साथियों व गांव के किसानों के साथ फिलहाल गांव रसोई से आगे रुके हुए थे। साथियों ने बताया कि मंगलवार देर शाम को वह खाना खाने के बाद ट्रैक्टर-ट्राली में जाकर सो गए। बाद में जब साथी किसान ट्रैक्टर-ट्राली में सोने पहुंचे तो वह बेसुध मिले। 

अनहोनी की आशंका के चलते चिकित्सक को दिखाया, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद उन्होंने कुंडली थाना पुलिस को अवगत कराया। कुंडली थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर देर रात सामान्य अस्पताल पहुंचाया। जहां पर बुधवार को पोस्टमार्टम कराया गया। 

परिवार ने की आर्थिक मदद की मांग

किसान के परिवार वालों के मुताबिक कड़ाके की ठंड के कारण व हार्ट अटैक से किसान की मौत हुई है। परिवार वालों ने सरकार से आर्थिक मदद की मांग की है। मरने वाले किसान के भांजे भगवंत सिंह और भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के प्रदेश उप प्रधान नेक सिंह ने कहा कि पाल सिंह दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसानों के संघर्ष में हिस्सा लेने गया था। किसान के पास दो एकड़ से भी कम जमीन थी और काफी कर्ज भी कर्ज था। सरकार को पीड़ित गरीब परिवार की आर्थिक मदद करनी चाहिए। 

धरने पर बैठे दो किसानों की तबीयत बिगड़ी

किसान आंदोलन में सिंघु बॉर्डर पर लगातार कई दिनों से चल रहे धरने पर किसानों की तबीयत बिगड़ रही है। बुधवार को धरने पर दो किसानों की तबीयत बिगड़ गई। साथी किसानों ने इसकी सूचना पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी। सूचना के बाद एंबुलेंस कर्मियों ने किसानों को नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने दोनों किसानों को भर्ती कर लिया।  

किसान आंदोलन में सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे पंजाब के लुधियाना निवासी जसप्रीत की बुधवार सुबह अचानक तबीयत खराब हो गई। इस दौरान उन्हें उल्टियां आने लगी। धरनास्थल पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने उनको प्राथमिक उपचार के लिए एंबुलेंस से नागरिक अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने भर्ती कर उपचार शुरू कर दी।

इसके अलावा राजस्थान के नागौर का रहने वाला कृष्ण कुमार फिलहाल दिल्ली के रूपनगर में रहता है। वह काफी दिनों से धरने पर डटा है। धरनास्थल पर बुधवार सुबह उसे दौरा पड़ गया। इस कारण उसे स्वास्थ्य कर्मियों ने एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सक ने उसको भी वार्ड में भर्ती करके उपचार शुरू कर दिया।

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