Asia Cup 2025 / एशिया कप ट्रॉफी विवाद: BCCI ने दी चेतावनी, ICC में उठाएगा मामला

भारतीय टीम को एशिया कप 2025 जीतने के एक महीने बाद भी ट्रॉफी नहीं मिली है। ACC प्रमुख मोहसिन नकवी अपने अड़ियल रुख पर कायम हैं। BCCI ने चेतावनी दी है कि यदि अगले एक-दो दिनों में ट्रॉफी नहीं मिलती है, तो वह 4 नवंबर को ICC के समक्ष इस मुद्दे को उठाएगा।

भारतीय क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2025 का खिताब पाकिस्तान को हराकर जीता था, लेकिन। इस ऐतिहासिक जीत के एक महीने बाद भी टीम को उसकी ट्रॉफी नहीं मिल पाई है। यह स्थिति भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के लिए चिंता का विषय बन। गई है, जिसने अब इस मामले को गंभीरता से लेने का फैसला किया है। एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के प्रमुख मोहसिन नकवी अपने अड़ियल रुख पर कायम हैं, जिसके कारण ट्रॉफी अभी भी उनके पास है। BCCI को उम्मीद है कि अगले एक या दो दिनों में एशिया कप की ट्रॉफी मुंबई स्थित उसके मुख्यालय पहुंच जाएगी और हालांकि, यदि ऐसा नहीं होता है, तो BCCI ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस मामले को 4 नवंबर को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के समक्ष उठाएगा। यह कदम क्रिकेट जगत में एक बड़े विवाद को जन्म दे सकता है, क्योंकि एक टूर्नामेंट विजेता को उसकी ट्रॉफी न मिलना खेल भावना के विपरीत माना जा रहा है।

BCCI की नाराजगी और सचिव का आश्वासन

BCCI ने इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त की है। BCCI के सचिव देवजीत सैकिया ने इस संबंध में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि जिस तरह से एक महीने बाद भी हमें ट्रॉफी नहीं दी गई है, उससे हम थोड़े नाखुश हैं। यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है और हम इस मामले को आगे बढ़ा रहे हैं। सैकिया ने यह भी बताया कि लगभग 10 दिन पहले भी BCCI ने एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष को एक औपचारिक पत्र लिखा था, जिसमें ट्रॉफी को जल्द से जल्द सौंपने का अनुरोध किया गया था।

हालांकि, उस पत्र के बावजूद मोहसिन नकवी के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है और ट्रॉफी अभी भी उनके पास ही है और इसके बावजूद, सैकिया ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों को आश्वस्त किया कि BCCI इस मामले से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और ट्रॉफी निश्चित रूप से भारत वापस आएगी, भले ही इसकी कोई निश्चित समय सीमा न हो। उनका यह बयान BCCI के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है कि। वह अपनी टीम के हक के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा। एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को हराने के बाद जब भारतीय टीम जीत का जश्न मना रही थी, तब ट्रॉफी वितरण के समय एक अप्रत्याशित घटना हुई। भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों ने मोहसिन नकवी के हाथों से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, नकवी अपने हाथों से ही ट्रॉफी देने पर अड़े रहे, लेकिन भारतीय टीम के खिलाड़ी अपनी बात पर कायम रहे और उन्होंने नकवी से ट्रॉफी स्वीकार नहीं की।

इस घटना से नकवी कथित तौर पर गुस्सा हो गए। और वे वहां से ट्रॉफी अपने साथ लेकर चले गए। बाद में ऐसी खबरें भी सामने आईं कि उन्होंने ट्रॉफी। को ACC के एक कमरे में ताला लगवाकर रखवा दिया है। यह घटना मैदान पर भारतीय और पाकिस्तानी टीमों के बीच पहले से मौजूद तनाव को और बढ़ा गई। टूर्नामेंट के दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच खूब तनाव देखने को मिला था, जहां भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ भी नहीं मिलाया था और मैदान पर भी कई बार लड़ाई तक की नौबत आ गई थी। यह सब विवाद ट्रॉफी विवाद की जड़ में एक महत्वपूर्ण कारक बन गया।

नकवी का अड़ियल रुख और समाधान की कमी

मोहसिन नकवी अभी भी अपने अड़ियल रुख पर कायम हैं कि ट्रॉफी भारत को सौंपी जा सकती है, लेकिन इसे वह स्वयं ही प्रदान करेंगे। BCCI ने आधिकारिक तौर पर ट्रॉफी वापस करने का अनुरोध किया है, लेकिन नकवी कथित तौर पर अपने रुख पर कायम हैं। वे सुझाव दे रहे हैं कि भारतीय खिलाड़ी भविष्य में किसी कार्यक्रम में इसे व्यक्तिगत रूप से ले लें। हालांकि, BCCI इस प्रस्ताव से सहमत नहीं दिख रहा है, क्योंकि अभी तक कोई औपचारिक समाधान नहीं हुआ है। नकवी का यह रवैया खेल प्रोटोकॉल और परंपराओं के विपरीत है, जहां विजेता टीम को तुरंत उसकी ट्रॉफी सौंपी जाती है। इस गतिरोध के कारण, एक महीने से अधिक समय बीत जाने। के बाद भी एशिया कप की ट्रॉफी भारत नहीं पहुंच पाई है। BCCI अब इस मामले को ICC के समक्ष उठाने की तैयारी कर रहा है, जो इस विवाद को एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाएगा और संभवतः क्रिकेट शासी निकाय को इसमें हस्तक्षेप करने के लिए मजबूर करेगा और यह देखना होगा कि अगले एक-दो दिनों में क्या होता है और क्या नकवी अपने रुख में बदलाव लाते हैं, या BCCI को वास्तव में ICC का दरवाजा खटखटाना पड़ता है।