Bihar Election Results / शुरुआती रुझानों में NDA ने पार किया बहुमत का आंकड़ा, 180 से अधिक सीटों पर बढ़त

बिहार विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझानों में एनडीए ने बहुमत का जादुई आंकड़ा 122 पार कर लिया है और 180 से अधिक सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इससे बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनती दिख रही है, जबकि महागठबंधन पिछड़ रहा है।

बिहार विधानसभा चुनावों के लिए वोटों की गिनती 14 नवंबर 2025 को सुबह आठ बजे से जारी है। इन शुरुआती घंटों में, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने एक महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली है,। जो राज्य में राजनीतिक परिदृश्य को स्पष्ट रूप से एनडीए के पक्ष में झुका रही है। ताजा रुझानों के अनुसार, एनडीए ने बहुमत के लिए आवश्यक 122 सीटों का जादुई आंकड़ा पार कर लिया है, और वर्तमान में 180 से अधिक विधानसभा सीटों पर आगे चल रहा है। यह बढ़त बिहार में एक बार फिर एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार के गठन का संकेत दे रही है, जिससे राजनीतिक गलियारों में उत्साह का माहौल है। मतगणना प्रक्रिया सुबह आठ बजे से शुरू हुई, और जैसे-जैसे पहले दौर की गिनती पूरी हो रही है, एनडीए की स्थिति मजबूत होती जा रही है। विभिन्न मतगणना केंद्रों से आ रहे शुरुआती रुझान एनडीए के लिए एक मजबूत जनादेश का संकेत दे रहे हैं। यह प्रारंभिक बढ़त गठबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक जीत है, क्योंकि यह मतदाताओं के मूड को दर्शाता है और चुनाव आयोग के अधिकारी मतगणना प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से संपन्न हो।

बहुमत का जादुई आंकड़ा

बिहार विधानसभा में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 122 सीटों का आंकड़ा छूना होता है। एनडीए ने शुरुआती रुझानों में ही इस महत्वपूर्ण आंकड़े को पार कर लिया है, जिससे उसकी जीत की संभावनाएं प्रबल हो गई हैं। यह आंकड़ा पार करना न केवल गठबंधन के लिए आत्मविश्वास बढ़ाता है, बल्कि विपक्षी महागठबंधन के लिए चिंता का विषय भी बन गया है, जो शुरुआती दौर में पिछड़ता दिख रहा है। जैसे-जैसे अधिक मतों की गणना होगी, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एनडीए अपनी बढ़त बनाए रख पाता है या इसमें कोई बड़ा बदलाव आता है।

एनडीए की मजबूत स्थिति

वर्तमान रुझान एनडीए को 180 से अधिक सीटों पर बढ़त दिखा रहे हैं, जो कि 122 के बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है और यह एक स्पष्ट संकेत है कि मतदाताओं ने एनडीए के नेतृत्व और नीतियों पर अपना भरोसा जताया है। यह मजबूत बढ़त गठबंधन को एक स्थिर सरकार बनाने और अपने चुनावी वादों को पूरा करने के लिए एक मजबूत जनादेश प्रदान करेगी और राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह रुझान अंतिम परिणामों में भी बरकरार रहता है, तो यह एनडीए के लिए एक बड़ी जीत होगी।

महागठबंधन की स्थिति

शुरुआती रुझानों में महागठबंधन पिछड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। हालांकि, अभी भी कई दौर की मतगणना बाकी है और अंतिम परिणाम आने तक स्थिति बदल सकती है। महागठबंधन के नेताओं को उम्मीद है कि जैसे-जैसे ग्रामीण क्षेत्रों और उनके गढ़ों से मतों की गिनती आगे बढ़ेगी, वे अपनी स्थिति में सुधार कर पाएंगे। लेकिन, शुरुआती बढ़त ने एनडीए को एक मजबूत स्थिति में ला दिया। है, जिससे महागठबंधन के लिए वापसी करना एक बड़ी चुनौती बन गया है।

मतदान प्रतिशत और जनता का उत्साह

बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में संपन्न हुए थे। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को हुआ था। इन चुनावों में कुल मतदान प्रतिशत 67. 13% रहा, जो 1951 के बाद से अब तक का सर्वोच्च स्तर है। यह उच्च मतदान प्रतिशत बिहार की जनता के लोकतांत्रिक प्रक्रिया में गहरे विश्वास और उत्साह को दर्शाता है। जनता ने बड़ी संख्या में मतदान करके अपनी सरकार चुनने में सक्रिय भूमिका। निभाई है, और अब वे बेसब्री से अंतिम परिणामों का इंतजार कर रहे हैं।

आज शाम तक परिणामों की उम्मीद

मतगणना प्रक्रिया पूरे दिन जारी रहेगी और उम्मीद है कि आज शाम तक बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। सभी की निगाहें चुनाव आयोग पर टिकी हैं, जो नियमित रूप से रुझानों और परिणामों को अपडेट कर रहा है। यह दिन बिहार के राजनीतिक भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह तय। करेगा कि अगले पांच वर्षों के लिए राज्य की बागडोर किसके हाथ में होगी। शुरुआती रुझानों ने भले ही एक तस्वीर साफ कर दी हो, लेकिन अंतिम घोषणा तक इंतजार करना होगा।