Lok Sabha Elections / भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सातवीं लिस्ट जारी की- नवनीत राणा का नाम

Zoom News : Mar 27, 2024, 08:58 PM
Lok Sabha Elections: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की सातवीं लिस्ट जारी  कर दी है जिसमें भाजपा ने अमरावती सीट से नवनीत राणा को टिकट दिया है। अब इसे लेकर महाराष्ट्र एनडीए में विवाद खड़ा हो गया है। अमरावती से बीजेपी ने नवनीत राणा को उम्मीदवारी दी है पर महायुति गठबंधन में राणा को लेकर भारी विरोध सामने आया है। शिंदे शिवसेना गुट के आनंदराव अड़सुल ने कहा मैं भी अब इसी सीट से चुनाव लड़ूंगा। इसके साथ ही प्रहार जनशक्ति के बच्चू कडू ने भी नवनीत राणा के नाम को लेकर विरोध जताया है। नवनीत राणा अमरावती से सांसद हैं। नवनीत राणा ने 2019 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अमरावती से चुनाव लड़ा था और उन्होंने शिवसेना के आनंदराव अडसुल को हराया था।

भाजपा ज्वाइन करेंगी नवनीत राणा

नवनीत राणा आज यानी बुधवार की रात 10.30 बजे भाजपा ज्वाइन करेंगी। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले कोराडी स्थित कार्यालय मे उन्हें पार्टी पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे। इससे पहले बुधवार को सीएम शिंदे के निवास वर्षा बंगलो पर रात 10 बजे बाद मीटिंग बुलाई गई है। शिवसेना के नेता और जिन सांसदों का टिकट काटा जा सकता है उनके साथ भी बैठक होगी।  इसके अलावा सीएम शिंदे, देवेंद्र फाडणवीस और अजीत पवार भी मीटिंग करेंगे। कहा जा रहा है कि मीटिंग में सीट बंटवारे को फ़ाइनल किया जाएगा ताकि कल इसकी घोषणा की जा सके। इसके साथ ही अपनी-अपनी पार्टी के नाराज़ नेताओ को भी समझाया जाएगा। 

महाराष्ट्र में भाजपा अजित पवार की पार्टी राकांपा और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है और अब शिदें गुट के आनंदराव अड़सुल ने नवनीत राणा को भाजपा से टिकट दिए जाने का विरोध किया है। 

कर्नाटक में बीजेपी-जेडीएस गठबंधन

भाजपा ने कर्नाटक की चित्रदुर्ग सीट से गोविंद करजोल को चुनाव मैदान में उतारा है। बता दें कि कर्नाटक में बीजेपी जेडीएस के साथ गठबंधन में लोकसभा चुनाव लड़ रही है और समझौते के अनुसार, जद (एस) तीन सीटों - मांड्या, हासन और कोलार पर चुनाव लड़ेगी।

जेडीएस ने साल 2018 में 14 महीने के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन में सरकार बनाई थी, जिसमें कुमारस्वामी मुख्यमंत्री थे। दोनों पार्टियों ने 2019 का लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ा था और उन्हें सिर्फ एक-एक सीट मिली थी, जबकि बीजेपी ने 25 सीटें हासिल की थीं। इस बार भी भाजपा-जेडीएस के साथ गठबंधन किया है और जीत सुनिश्चित करने के लिए सोच-समझकर अपने उम्मीदवार उतार रही है। 

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER