IND vs ENG / बुमराह या सिराज किसका लॉर्ड्स में बेहतर है रिकॉर्ड? इंडिया के लिए ये गेंदबाज अहम

भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट जीतकर सीरीज को रोमांचक बना दिया है। तीसरा मैच 10 जुलाई से लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर होगा, जहां जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और आकाश दीप की तिकड़ी इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कड़ी परीक्षा लेने को तैयार है।

IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही 5 मैचों की तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। एजबेस्टन में खेले गए दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने शानदार प्रदर्शन के साथ जीत हासिल कर सीरीज को 1-1 से बराबर कर दिया है। अब सभी की नजरें 10 जुलाई से ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट पर टिकी हैं। पिछले लॉर्ड्स टेस्ट में भारत ने इंग्लैंड को हराकर इतिहास रचा था, और इस बार भी टीम इंडिया उसी लय को दोहराने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। खास बात यह है कि इस मैच में भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी लगभग तय मानी जा रही है, जो इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।

बुमराह और सिराज: लॉर्ड्स में कैसा रहा है रिकॉर्ड?

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, जिसे क्रिकेट का मक्का कहा जाता है, वहां जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन हमेशा चर्चा का विषय रहा है। दोनों गेंदबाजों को इस मैदान पर अब तक एक-एक टेस्ट खेलने का मौका मिला है।

  • जसप्रीत बुमराह: बुमराह ने लॉर्ड्स में 2 पारियों में गेंदबाजी करते हुए 37.33 की औसत से 3 विकेट हासिल किए हैं। हालांकि यह आंकड़ा उनके सामान्य प्रदर्शन से कम हो सकता है, लेकिन उनकी स्विंग और सटीकता लॉर्ड्स की पिच पर इंग्लैंड के बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए काफी है। उनकी वापसी से भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को और धार मिलेगी।

  • मोहम्मद सिराज: सिराज का लॉर्ड्स में रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने 2 पारियों में 15.75 की औसत से 8 विकेट झटके हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 4/32 रहा। सिराज ने मौजूदा सीरीज के पहले टेस्ट में भले ही प्रभाव नहीं छोड़ा, लेकिन एजबेस्टन में 7 विकेट लेकर उन्होंने अपनी फॉर्म में शानदार वापसी की है।

लॉर्ड्स की पिच पर बुमराह और सिराज की जोड़ी इंग्लैंड के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं होगी। खासकर तब, जब पिच पर शुरुआती नमी और स्विंग गेंदबाजों को मदद करती है।

आकाश दीप: भारत का नया हथियार

भारत की तेज गेंदबाजी तिकड़ी में आकाश दीप का नाम भी अब सुर्खियों में है। एजबेस्टन टेस्ट में 10 विकेट लेकर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। लॉर्ड्स में तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में उनका खेलना लगभग तय है। आकाश की रफ्तार, उछाल और लगातार अच्छी लेंथ पर गेंदबाजी करने की क्षमता उन्हें खास बनाती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह लॉर्ड्स की चुनौतीपूर्ण पिच पर कैसा प्रदर्शन करते हैं।

लॉर्ड्स में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन

लॉर्ड्स में भारत का रिकॉर्ड ज्यादा प्रभावशाली नहीं रहा है। अब तक खेले गए 19 टेस्ट मैचों में भारत को सिर्फ 3 में जीत मिली है, जबकि 12 में हार का सामना करना पड़ा है। 4 मैच ड्रॉ रहे हैं। हालांकि, 2021 में लॉर्ड्स में भारत की जीत ने इतिहास के पन्नों में अपनी जगह बनाई थी। उस जीत ने न केवल भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत इस मैदान पर भी दबदबा बना सकता है।

तीसरे टेस्ट का महत्व

तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी का तीसरा टेस्ट दोनों टीमों के लिए बेहद अहम है। सीरीज अभी बराबरी पर है, और लॉर्ड्स में जीत हासिल करने वाली टीम न केवल मनोवैज्ञानिक बढ़त लेगी, बल्कि ट्रॉफी जीतने की दावेदारी को भी मजबूत करेगी। भारत के लिए बुमराह की वापसी और सिराज-आकाश की फॉर्म एक बड़ा प्लस पॉइंट है। दूसरी ओर, इंग्लैंड की टीम भी अपने घरेलू मैदान पर वापसी करने के लिए बेताब होगी।

लॉर्ड्स की पिच पर तेज गेंदबाजों को शुरुआती मदद मिलने की उम्मीद है, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, बल्लेबाजों के लिए भी रन बनाने के मौके बढ़ेंगे। ऐसे में दोनों टीमें अपनी रणनीति को सावधानी से लागू करना चाहेंगी।