- भारत,
- 04-Aug-2025 12:40 PM IST
- (, अपडेटेड 04-Aug-2025 11:15 AM IST)
IND vs ENG: इंग्लैंड को ओवल टेस्ट के पांचवें दिन जीत के लिए 35 रन चाहिए, जबकि भारत को उसके बाकी बचे 4 विकेट लेने हैं। यह स्थिति भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के रोमांचक मोड़ को दर्शाती है। सवाल यह है कि भारत इस टेस्ट को कैसे जीतेगा और सीरीज को 2-2 से बराबर कैसे करेगा? जवाब बड़ा साधारण, लेकिन रणनीतिक है: इंग्लैंड को वही करना है, जो भारत ने पहले 32 बार किया है। यानी, 33वीं बार भी उसी अंदाज में जीत हासिल करनी है। लेकिन यह 33वीं जीत क्या है और इसे कैसे हासिल किया जाएगा? इसे समझने के लिए हमें टेस्ट क्रिकेट के सेशन और कप्तानों की रणनीतियों पर गौर करना होगा।
सेशन का महत्व और 33वीं जीत का मतलब
टेस्ट क्रिकेट में सेशन जीतना किसी भी टीम के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। एक टेस्ट मैच में 5 दिन और 15 सेशन होते हैं। भारत-इंग्लैंड के बीच चल रही 5 टेस्ट मैचों की सीरीज में कुल 75 सेशन हैं। ओवल टेस्ट के पांचवें दिन का खेल 13वें सेशन (सीरीज का 73वां सेशन) से शुरू होगा। अब तक खेले गए 71 सेशनों में भारत ने 32 सेशन जीते हैं, जबकि इंग्लैंड ने 21 सेशन अपने नाम किए। 18 सेशन ड्रॉ रहे। अगर भारत 73वां सेशन अपने नाम कर लेता है, तो यह न केवल उसकी 33वीं सेशन जीत होगी, बल्कि यह ओवल टेस्ट और पूरी सीरीज को बराबर करने की दिशा में निर्णायक कदम हो सकता है।
पिछले 71 सेशनों का लेखा-जोखा
भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में अब तक खेले गए 71 सेशनों का विश्लेषण करें तो भारत का पलड़ा भारी रहा है। भारत ने 32 सेशन जीते, इंग्लैंड ने 21, और 18 सेशन बराबरी पर छूटे। एजबेस्टन में खेला गया दूसरा टेस्ट केवल 14 सेशनों तक चला था, जिसने सीरीज के समीकरण को और रोचक बनाया। भारत की यह सेशन-आधारित श्रेष्ठता दर्शाती है कि उसने लगातार दबाव बनाए रखा है। अब ओवल टेस्ट का 73वां सेशन भारत के लिए सुनहरा अवसर है।
पांचवें दिन का पहला घंटा: जीत का टर्निंग पॉइंट
ओवल टेस्ट के पांचवें दिन का पहला घंटा बेहद महत्वपूर्ण है। हेवी रोलर के इस्तेमाल से पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल हो सकती है, जो भारतीय गेंदबाजों के लिए चुनौती है। लेकिन यही वह मौका है, जहां भारत को विपरीत परिस्थितियों को अपने पक्ष में मोड़ना होगा। अगर भारतीय गेंदबाज इस सेशन में दबदबा बनाते हैं, तो न केवल सेशन, बल्कि पूरा टेस्ट और सीरीज भी उनके नाम हो सकती है।
रणनीति: पुराना फॉर्मूला, नया अंदाज
भारत को इंग्लैंड को हराने के लिए वही रणनीति अपनानी होगी, जो उसने पहले 32 सेशनों में अपनाई। तेज गेंदबाजों को शुरुआती घंटे में स्विंग और सीम का फायदा उठाना होगा, जबकि स्पिनरों को पिच की उछाल का इस्तेमाल करना होगा। साथ ही, क्षेत्ररक्षण में चुस्ती और कप्तान की रणनीति इस सेशन को जीतने में अहम होगी। अगर भारत इस सेशन में इंग्लैंड के 4 विकेट ले लेता है, तो सीरीज का स्कोर 2-2 से बराबर हो जाएगा।
