देश / तीन घंटे में पहुंच पाएंगे दिल्ली से जयपुर, सोहना एलिवेटेड रोड के लिए 31 मार्च तक की डेडलाइन

Zoom News : Sep 17, 2021, 02:22 PM
अगले साल जून से दिल्ली से जयपुर तक का सफर तीन घंटे में पूरा किया जा सकेगा. NHAI ने सोहना एलिवेटेड रोड के लिए 31 मार्च तक की डेडलाइन रखी है. इससे यात्रियों का एक घंटे से अधिक समय बचा पाएंगे. यात्रियों को धौला कुआं से जयपुर तक सोहना और दौसा के जरिए कुल 270 किमी का सफर करना होगा.

अगले साल जून में आप दिल्ली-गुरुग्राम और सोहना-मुंबई एक्सप्रेसवे (Sohna Mumbai Expressway) से लगभग तीन घंटों में धोला कुआं (Dhaula kuan) से जयपुर तक नॉन-स्टॉप पहुंच पाएंगे. नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने सोहना एलिवेटेड रोड के लिए 31 मार्च तक की समय सीमा तय की है. ये गुड़गांव के राजीव चौक और दिल्ली-मुबंई एक्सप्रेसवे के सोहन-दौसा से पर सिग्नल फ्री रूट होगा. वहीं सूत्रों का कहा है कि इसमें कुछ और महीनों का समय लग सकता है.

इससे पहले NHAI ने नवंबर 2021 की समय सीमा तय की थी. लेकिन कोविड के दूसरी लहर की वजरह से इसे बढ़ाना पड़ा. सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को परियोजना की समीक्षा की और हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में हवाई सर्वेक्षण किया. उन्होंने NHAI को काम में तेजी लाने और यात्रियों और कार्गो वाहको राहत देने के लिए काम समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए.


एक घंटे से ज्यादा समय की होगी बचत

निर्माणाधीन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, दौसा से होकर गुजरता है, जो जयपुर से 60 किमी दूर है. NH-21 दौसा को जयपुर से जोड़ता है. धौला कुआं से जयपुर तक सोहना और दौसा के जरिए कुल 270 किमी का सफर करना होगा. अगर कोई NH-8 ये यात्रा करता है तो उसे भी लगभग इतनी ही दूरी कय करनी होगी. लेकिन एक्सप्रेसवे सिर्फ ज्यादा स्पीड वाले वाहनों के लिए है और कोई भी 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा कर सकता है. इसलिए जयपुर तक की यात्रा का समय घटकर तीन घंटे हो जाएगा. इसलिए यात्री एक्सप्रेसवे का उपयोग करके एक घंटे से अधिक समय बचा पाएंगे.

वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि देश में अच्छी सड़कों और दूसरी बेहतर ढांचागत सुविधाओं के लिए लोगों को भुगतान करने की जरूरत है. उन्होंने एक्सप्रेसवे से यात्रा में लगने वाले समय और ईंधन लागत में कमी के बारे में भी बताया.

सड़क किनारे करें सुविधाओं का निर्माण

सोहना में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (डीएमई) की प्रगति की समीक्षा करते हुए सड़क परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा कि जिन किसानों की एक्सप्रेसवे के पास जमीन है, उसे उन्हें रियल्टी डेवलपर को नहीं बेचना चाहिए. बल्कि उनके साथ भागीदारी करनी चाहिए और सड़क किनारे सुविधाओं का निर्माण करना चाहिए.

टोल टैक्स की वजह से यात्रा खर्च में वृद्धि के बारे में मंत्री ने कहा कि अगर आप एयर कंडीशन युक्त हॉल उपयोग करना चाहते हैं, उसके लिए आपको पैसे खर्च करने पड़ते हैं. वरना आप खुले में भी शादी का आयोजन कर सकते हैं. गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेसवे से यात्रा समय में उल्लेखनीय रूप से कमी आएगी. इससे ईंधन की लागत भी कम होगी.

दिल्ली से मुंबई 12 घंटे पहले

उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से यात्रा समय में 12 घंटे की कमी आएगी. एक ट्रक को दिल्ली से मुंबई जाने में 48 घंटे लगते हैं. लेकिन इस एक्सप्रेसवे से वह 18 घंटे में पहुंचेगा. इसका मतलब है कि ट्रक अधिक फेरे लगा सकता है. यानी अधिक कारोबार कर सकता है.

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