Premanand Maharaj / प्रेमानंद महाराज के सामने दंडवत हुए धीरेंद्र शास्त्री, वृंदावन में हुई खास मुलाकात

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने वृंदावन में प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। महाराज जी की अस्वस्थता के बावजूद, धीरेंद्र शास्त्री ने उनके दर्शन कर आशीर्वाद लिया और अपनी सनातन एकता पदयात्रा का निमंत्रण दिया। दोनों के बीच आध्यात्मिक चर्चा हुई।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री मंगलवार को अचानक वृंदावन पहुंचे और श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम में प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। प्रेमानंद महाराज इन दिनों अस्वस्थ चल रहे हैं और किडनी संबंधी समस्याओं के कारण हफ्ते में पांच दिन डायलसिस पर हैं, जिसकी वजह से वे अपने भक्तों से भी नहीं मिल पा रहे थे। धीरेंद्र शास्त्री का यह दौरा किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए नहीं, बल्कि महाराज जी से व्यक्तिगत रूप से मिलने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए था। आश्रम पहुंचते ही धीरेंद्र शास्त्री ने भीड़ में मौजूद सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और फिर प्रेमानंद महाराज को दंडवत प्रणाम किया और उन्होंने महाराज जी का हालचाल जाना और आध्यात्मिक चर्चा में शामिल हुए।

क्या हुई बातचीत?

धीरेंद्र शास्त्री ने प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लेते हुए कहा कि वे मुंबई में "मायाजाल में फंसे" थे और अब भगवान की कृपा से उनके दर्शन कर पाए हैं। इस पर प्रेमानंद महाराज ने उत्तर दिया कि भगवान के पार्षद जीवों को मायाजाल से मुक्त करने ही जाते हैं और उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को सलाह दी कि वे जहां भी जाएं, वहां भगवत नाम की गर्जना करें, जिससे मायाजाल से मुक्ति मिलती है। इसके अतिरिक्त, पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने प्रेमानंद महाराज को अपनी दिल्ली से वृंदावन तक चलने वाली 'सनातन एकता पदयात्रा' का निमंत्रण भी दिया। यह पदयात्रा 16 नवंबर तक जारी रहेगी और मुलाकात के अंत में धीरेंद्र शास्त्री ने महाराज जी से उनके जैसे महापुरुषों की कृपा बनाए रखने का आग्रह किया। प्रेमानंद महाराज की तबीयत खराब होने के कारण उनकी रात्रिकालीन। पदयात्रा भी फिलहाल बंद है, जिससे उनके भक्त निराश हैं।