Raj Kundra / 'मेरी एक किडनी आपके नाम', राज कुंद्रा ने प्रेमानंद महाराज को दिया ऑफर, वायरल है वीडियो

वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज से मिलने पहुंचे राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी का वीडियो वायरल है। राज कुंद्रा ने महाराज जी की सेहत का ज़िक्र करते हुए एक किडनी दान करने की इच्छा जताई। प्रेमानंद जी, सोशल मीडिया पर मशहूर संत, के दरबार में कई सितारे आते हैं।

Raj Kundra: “मैं आपके शारीरिक स्वास्थ्य हालातों से वाकिफ हूं… अगर मैं कोई मदद कर सकता हूं, तो मेरी एक किडनी आपकी है।” — यह भावुक वाक्य हाल ही में बिजनेसमैन और बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने वृंदावन के संत प्रेमानंद जी महाराज के सामने कहे।

हाल ही में शिल्पा शेट्टी अपने पति के साथ वृंदावन स्थित प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम पहुंचीं। वहां का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें राज कुंद्रा महाराज जी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए उन्हें किडनी दान करने की इच्छा प्रकट करते दिख रहे हैं।

राज कुंद्रा ने इस दौरान कहा कि वे पिछले दो सालों से प्रेमानंद जी के प्रवचन सुनते आ रहे हैं और उनके वीडियो हमेशा जीवन की उलझनों और डर का समाधान कर देते हैं। उन्होंने महाराज जी को “सभी के लिए प्रेरणा” बताया और उनके जीवन दर्शन की सराहना की।

राज कुंद्रा, जो करोड़पति बिजनेसमैन होने के साथ हाल के वर्षों में फिल्मी दुनिया में भी सक्रिय रहे हैं, 2023 में ‘यूटी 69’ नाम की फिल्म में बतौर हीरो नजर आए थे। यह फिल्म उनकी जेल की जिंदगी पर आधारित थी, जिसकी कहानी विक्रम भट्टी ने लिखी थी।

कौन हैं प्रेमानंद जी महाराज?
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के पास सरसोल ब्लॉक के अखरी गांव में जन्मे अनिरुद्ध कुमार पांडे, बचपन से ही धार्मिक प्रवृत्ति वाले थे। पांच वर्ष की उम्र में वे हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे और जीवन के अंतिम सत्य को जानने की जिज्ञासा से भरे रहते थे। मात्र 10 साल की उम्र में उन्होंने संन्यास ले लिया।

शुरुआत में बनारस के घाटों पर ध्यान और साधना करने के बाद वे वृंदावन आ गए। यहां वे रोजाना यमुना स्नान, पूजा-पाठ और प्रवचन करते हैं। आज वे प्रेमानंद जी महाराज के नाम से प्रसिद्ध हैं और सोशल मीडिया पर उनके जीवन दर्शन और वैदिक ज्ञान की शिक्षाएं लाखों लोगों तक पहुंचती हैं।

उनके आश्रम में कई मशहूर हस्तियां दर्शन के लिए आती रहती हैं—विराट कोहली और अनुष्का शर्मा जैसे सितारे भी यहां आ चुके हैं। अब शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा की यह यात्रा न केवल श्रद्धा का प्रतीक बनी, बल्कि सेवा और त्याग का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी पेश कर गई।