- भारत,
- 11-Apr-2025 08:34 AM IST
Share Market Today: गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजारों में भारी गिरावट ने भले ही वैश्विक निवेशकों की चिंता बढ़ा दी हो, लेकिन शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में राहत भरी तेजी देखने की संभावना जताई जा रही है। बुधवार को अमेरिकी बाजारों में रिकॉर्ड तेजी, एशियाई और यूरोपीय बाजारों की सकारात्मक चाल और वैश्विक स्तर पर कुछ टैरिफ रियायतों के संकेत से भारतीय निवेशकों की उम्मीदें फिर से जागी हैं। आइए जानते हैं वे पाँच प्रमुख कारण, जो शुक्रवार को शेयर बाजार को संबल दे सकते हैं।
1. भारत को टैरिफ में 90 दिनों की राहत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत समेत अधिकांश देशों के लिए 90 दिनों के लिए टैरिफ हटाने का फैसला बाजार के लिए बड़ा सकारात्मक संकेत है। यह कदम 9 जुलाई तक लागू रहेगा। इस दौरान भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत भी चल रही है। अगर इस अवधि में कोई स्थायी समझौता बनता है, तो अमेरिकी टैरिफ की आशंका पूरी तरह खत्म हो सकती है।
2. वैश्विक बाजारों से मिल रहा समर्थन
भले ही गुरुवार को अमेरिका के एसएंडपी 500, डॉव जोन्स और नैस्डैक में 3-5 फीसदी की गिरावट रही हो, लेकिन एक दिन पहले की ऐतिहासिक तेजी ने निवेशकों को भरोसा दिया है। वहीं, यूरोप और एशिया के शेयर बाजारों में गुरुवार को व्यापक उछाल देखा गया। जापान और ताइवान में 9% से अधिक की तेजी, दक्षिण कोरिया में 6.6%, इंडोनेशिया में 4.8%, हांगकांग में 2.1% और चीन में 1.2% की तेजी ने संकेत दिया है कि भारत का बाजार भी इस सकारात्मक माहौल का लाभ उठा सकता है।
3. मंदी की आशंका में कमी
गोल्डमैन सैक्स ने अमेरिका में मंदी की संभावना पर अपने पूर्वानुमान को कम करते हुए अब इसे एक साल के भीतर 45% बताया है, जबकि पहले ये 2025 तक की बात कर रहे थे। ट्रंप के टैरिफ ब्रेक का असर यहां साफ दिख रहा है। मंदी की संभावनाएं घटने से निवेशकों का मनोबल बढ़ सकता है, जिससे भारतीय बाजार में निवेश बढ़ने की उम्मीद है।
4. रुपए में मजबूती की संभावना
पिछले चार कारोबारी सत्रों में रुपये में कमजोरी देखने को मिली थी, लेकिन अब डॉलर इंडेक्स में गिरावट और टैरिफ में छूट के चलते रुपए में तेजी की संभावना जताई जा रही है। रुपये की मजबूती विदेशी निवेश को आकर्षित कर सकती है, जिससे घरेलू शेयर बाजार को बल मिल सकता है।
5. विदेशी निवेशकों की संभावित वापसी
अप्रैल में विदेशी निवेशकों ने 27,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की निकासी की थी, लेकिन टैरिफ से राहत और वैश्विक बाजारों की स्थिरता के संकेत के चलते वे एक बार फिर भारतीय बाजार की ओर रुख कर सकते हैं। यह वापसी बाजार को मजबूती प्रदान कर सकती है।
जानकारों की राय
अक्षय चिंचलकर, रिसर्च हेड, एक्सिस सिक्योरिटीज का मानना है कि शुक्रवार को बाजार में जो भी तेजी देखने को मिलेगी, वह मुख्य रूप से शॉर्ट कवरिंग की वजह से होगी और यह रैली 3% तक सीमित रह सकती है। उनका कहना है कि महंगाई और ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी ने ट्रंप को टैरिफ हटाने पर मजबूर किया है।
सिद्धार्थ भामरे, रिसर्च हेड, असित सी मेहता इंटरमीडिएट्स का कहना है कि बाजार में उछाल की उम्मीद है, लेकिन यह स्थायी नहीं हो सकती क्योंकि अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर अब भी गंभीर स्थिति में है।