दुनिया / 90 साल की सबसे भीषण गर्मी झेलने वाले पुर्तगाल के चार बच्चों ने 33 देशों पर दर्ज कराया मुकदमा

AMAR UJALA : Sep 05, 2020, 09:11 AM
Delhi: 90 साल की सबसे अधिक गर्मी झेलने वाले पुर्तगाल के चार बच्चों और दो युवाओं ने 33 देशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। स्ट्रांसबर्ग स्थित मानवाधिकार मामलों की यूरोपीय कोर्ट में इन बच्चों ने दलील दी कि इन देशों की जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों के कारण इनके देश का इतना बुरा हाल हुआ।

पुर्तगाल में इस वर्ष जुलाई में बीते 90 साल की सबसे अधिक रिकॉर्ड गरमी हुई। मुकदमा दर्ज कराने वाले इन बच्चों को ग्लोबल लीगल एक्शन नेटवर्क का भी समर्थन प्राप्त है। क्लाइमेट एनालिटिक्स द्वारा मामले के लिए तैयार की गई एक विशेषज्ञ रिपोर्ट में पुर्तगाल को जलवायु परिवर्तन का हॉटस्पॉट बताया गया है।

अगर ये बच्चे मुकदमा जीतते हैं तो सभी 33 देश कानूनी रूप से कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने के लिए बाध्य होंगे। साथ ही इन्हें अपने यहां बहुराष्ट्रीय कंपनियों समेत जलवायु परिवर्तन में विदेशी योगदान में भी कटौति करनी होगी।

 

2017 में लगी आग में 120 से अधिक की गई थी जान

मुकदमा दर्ज कराने वालों में चार बच्चे लीरिया निवासी हैं। यह वह स्थान है जहां के जंगलों में 2017 में विनाशकारी आग लगी थी और 120 से अधिक लोग मारे गए थे। शेष दो आवेदक लिस्बन में रहते हैं, जहां अगस्त 2018 में हीटवेव के दौरान 44 डिग्री सेंटीग्रेट तापमान का रिकॉर्ड स्थापित हुआ था।

 

पश्चिमी यूरोप में 40-50 वर्षों में बढ़ी गर्मी

ग्लोबल वार्मिंग के कारण हर वर्ष लगभग 3 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने की वैज्ञानिकों ने भविष्यवाणी की है। इसका नतीजा है कि पश्चिमी यूरोप में बीते 40 से 50 वर्षाें में गर्मी बढ़ी है और लू  लगने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई। लू से मरने वालों की संख्या में 30 गुणा वृद्धि हो सकती है।



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