पाकिस्तान / इमरान खान सरकार गिरी, कप्तान ने छोड़ा पीएम हाउस

Zoom News : Apr 10, 2022, 01:12 AM
पाकिस्तान में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया है। इसमें इमरान की पार्टी ने हिस्सा ही नहीं लिया। इमरान के खिलाफ कुल 174 वोट पड़े। बहुमत के लिए 172 वोट जरूरी थे। वोटिंग के पहले स्पीकर और डिप्टी स्पीकर ने इस्तीफा दे दिया था। विपक्ष ने PML-N के अयाज सादिक को नया स्पीकर चुना। उन्होंने ही वोटिंग कराई। बाद में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने कहा- मुल्क के लिए ये नई सुबह है। अवाम की दुआ कबूल हुई।


इमरान के मंत्री फवाद चौधरी ने मॉर्शल लॉ की धमकी दी है। ‘जियो न्यूज’ के मुताबिक, स्पीकर असद कैसर ने विपक्षी नेताओं से दो टूक कह दिया था कि वो इमरान के खिलाफ वोटिंग नहीं कराएंगे, क्योंकि उनकी खान से 30 साल पुरानी दोस्ती है और वो इमरान को इस तरह रुसवा होते नहीं देख सकते।


जरदारी ने साफ कहा- हर किसी से बात करने को तैयार सिर्फ इमरान से बात नहीं होगी। अगर स्पीकर ने वोटिंग नहीं कराई तो उनके खिलाफ आर्टिकल 6 के तहत कार्रवाई होगी। इस आर्टिकल का अर्थ है कि उन्होंने संविधान, सुप्रीम कोर्ट और दायित्व की अनदेखी की है। इसके लिए उन्हें संसद के लिए अयोग्य करार दिए जाने से लेकर 6 महीने की सजा तक हो सकती है।

सदन ने स्पीकर के पद पर पाकिस्तान मुस्लिम लीग के अयाज सादिक को चुना। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने सदन की कार्यवाही को लाइव देखा।

पाकिस्तान के तमाम एयरपोर्ट पर अलर्ट। कोई भी शख्स बिना NOC देश नहीं छोड़ सकता। एयरपोर्ट पर फौज तैनात। एविएशन डिपार्टमेंट के DG सुप्रीम कोर्ट पहुंचे।

संसद के बाहर प्रिजन वैन है। माना जा रहा है कि वोटिंग न कराने पर स्पीकर या डिप्टी स्पीकर को अरेस्ट किया जा सकता है। ये कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट की रूलिंग के तहत होगा। इसके लिए आर्टिकल 6 का इस्तेमाल किया जाएगा।

इमरान खान पद से अविश्वास प्रस्ताव के तहत हटाए जाने वाले पहले वजीर-ए-आजम होंगे।

संसद में बहस के दौरान किसने क्या कहा?


विदेशी साजिश के मुद्दे पर इमरान के मंत्री कुरैशी ने कहा- अगर विपक्ष को भरोसा नहीं है तो एक इन-कैमरा सेशन बुलाया जा सकता है। हम US में पाकिस्तान के एम्बेसेडर को संसद में बुलाकर सच साबित कर सकते हैं। अमेरिका का आंख बंद करके साथ नहीं दे सकते।

कुरैशी ने कहा- वॉशिंगटन में 7 मार्च को मीटिंग हुई और 8 मार्च को पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव आया। चुनाव आयोग ने 3 महीने में चुनाव कराने से इनकार कर दिया, जबकि संविधान के मुताबिक संसद भंग होने पर 90 दिन में चुनाव कराना EC का फर्ज है।

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के नेता बिलावल भुट्टो ने कहा- संसद ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया। आज सिर्फ अविश्वास प्रस्ताव ही रखना था। आज वोटिंग नहीं हुई तो विपक्ष संसद से नहीं जाएगा। इमरान सिर्फ सत्ता के लालच में हैं। ये लड़ाई लोकतंत्र की है। कप्तान मैच हारने के खौफ से विकेट उठा कर भाग रहे।

PTI के मंत्री असद उमर ने कहा- सुप्रीम कोर्ट को संसद के काम में दखल नहीं देना चाहिए था। हम SC के फैसलों में दखलंदाजी नहीं करते। अगर सब कोर्ट ही तय करेगा तो संसद की क्या जरूरत है।

PPP के प्रेसिडेंट आसिफ अली जरदारी ने स्पीकर को चेतावनी देते हुआ कहा- अविश्वास प्रस्ताव पर आज हर हाल में वोटिंग कराई जाए। ऐसा न होने पर हम आपके खिलाफ भी SC जाएंगे।


शहबाज भड़के, शाह महमूद बोले- विपक्ष साजिश कर रहा

सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए स्पीकर ने पहले विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ से अपनी बात रखने को कहा। जैसे ही शहबाज ने अपनी बात रखनी शुरू की PTI के कुछ सांसद नारेबाजी करने लगे। शहबाज ने कहा- इमरान के गैरकानूनी काम को SC ने खारिज कर दिया है। अब SC के निर्देश के हिसाब से कार्यवाही होगी।


इस बीच, स्पीकर ने विदेशी साजिश के मुद्दे पर बहस करने को कहा। इस पर शहबाज शरीफ भड़क उठे। उन्होंने कहा- इमरान सरकार के खिलाफ कोई विदेशी साजिश नहीं हो रही है। संसद में इसका जिक्र भी नहीं होना चाहिए। हम सबको नंगा करेंगे। इसके बाद, इमरान सरकार के मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अपना भाषण शुरू किया। कुरैशी ने कहा- अविश्वास प्रस्ताव का विरोध हमारा हक है। विपक्ष इमरान के खिलाफ एकजुट होकर साजिश कर रहा है। अब पाकिस्तान की अवाम तय करेगी की सत्ता किसके हाथों में रहनी चाहिए।

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