देश / Lockdown 4.0 में सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप को लेकर हुआ बड़ा बदलाव, जानिए अब जरूरी या नहीं?

News18 : May 18, 2020, 12:05 PM
नई दिल्ली। लॉकडाउन का चौथा चरण (Lockdown 4.0) 18 मई से शुरू हो गया है। जो कि दो हफ्ते बाद 31 मई को खत्म हो जाएगा। इस लॉकडाउन 4 में कई तरह की ढील दी गई है। जिसमें गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने स्पष्ट कर दिया है कि आरोग्य सेतु ऐप (Aarogya Setu App) को डाउनलोड करना कोई जरूरी नहीं है। यह एक विकल्प के रूप में है कि इसे आप डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप से जुड़े नियमों में काफी ढील दी गई है।

आरोग्य सेतु ऐप को कोरोना वायरस संक्रमण की निगरानी के लिए विकसित किया गया है। गृह मंत्रालय (Home ministry) ने जारी की गई अपनी गाइडलाइंस में आरोग्य सेतु ऐप के फायदों पर खास तौर से जोर दिया गया है। सरकार का कहना है कि यह ऐप कोरोना वायरस के संभावित जोखिम का पहले से पता लगाने में मदद करता है। यह व्यक्तियों और समाज के सुरक्षा कवच की तरह है।

नई गाइडलाइंस के मुताबिक, कंपनियों को अपने यहां काम करने वाले सभी कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने की कोशिश करनी चाहिए। जबकि 1 मई को जारी को जारी की गई गाइडलाइंस में कर्मचारियों के मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य किया गया था। कल जारी की गई गाइडलाइंस में कहा गया है कि जिला प्रशासन किसी भी व्यक्ति को ऐप डाउनलोड करने का सुझाव दे सकता है। इसके साथ नियमित आधार पर उसके स्वास्थ्य की निगरानी कर सकता है।

क्या है Aarogya Setu ऐप?

आरोग्य सेतु एक ट्रैकिंग ऐप है। इस ऐप में GPS सिस्टम और ब्लूटूथ के ज़रिए कोरोना वायरस के संक्रमण से संबंधित मामलों को पता लगाने की सुविधा है। आरोग्य सेतु ऐप एंड्रॉयड और आईफोन दोनों के लिए बनाई गई है। ऐप यूज़र के फोन का ब्लूटूथ, लोकेशन और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके यह ट्रैक करता है कि वह किसी COVID-19 पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया है। इस ऐप में कोरोना के हेल्प सेंटर और सेल्फ असेसमेंट टेस्ट जैसे ऑप्शन मौजूद हैं।

ऐप में एक चैटबॉट शामिल है जो कोरोनो वायरस पर आपके मूल प्रश्नों का जवाब देता है और यह निर्धारित करता है कि आप में कोरोना संक्रमन के लक्षण हैं या नहीं। यह भारत में प्रत्येक राज्य का हेल्पलाइन नंबर भी देता है।


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