भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 14 नवंबर से कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में शुरू हो रही टेस्ट सीरीज से ठीक पहले टीम इंडिया की प्लेइंग-11 को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा की गई है। इस घोषणा के अनुसार, बेहतरीन फॉर्म में चल रहे युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल को पहले टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम की प्लेइंग-11 में शामिल किया जाएगा। यह ऐलान मैच से लगभग 48 घंटे पहले टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच रायन टेनडेशकाटे ने किया, जिससे युवा खिलाड़ी के प्रशंसकों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।
जुरेल को मिला शानदार प्रदर्शन का इनाम
ईडन गार्डन्स स्टेडियम में बुधवार, 12 नवंबर को टीम इंडिया के दूसरे प्रैक्टिस सेशन से पहले। आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में असिस्टेंट कोच टेनडेशकाटे ने प्लेइंग-11 से जुड़े इस बड़े खुलासे की पुष्टि की। ध्रुव जुरेल को टीम में शामिल करने के सवाल पर असिस्टेंट कोच ने। स्पष्ट रूप से कहा कि टीम को अपने कॉम्बिनेशन का अच्छा आइडिया है। उन्होंने विशेष रूप से ध्रुव जुरेल के पिछले छह महीने के प्रदर्शन और हाल ही में बेंगलुरु में साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ लगाए गए दो शतकों का जिक्र किया और टेनडेशकाटे के बयान से यह साफ हो गया कि जुरेल का इस हफ्ते खेलना तय है, जो उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन का सीधा परिणाम है।
ध्रुव जुरेल का प्रभावशाली प्रदर्शन
ध्रुव जुरेल ने पिछले साल भारतीय टीम के लिए टेस्ट डेब्यू किया था और अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया था। इसके बाद, हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में उन्होंने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी और सीरीज की तीन पारियों में कुल 175 रन बनाए थे, जिसमें उनका पहला टेस्ट शतक भी शामिल था। यह प्रदर्शन उनकी बल्लेबाजी क्षमता और दबाव में प्रदर्शन करने की काबिलियत को दर्शाता है। वेस्टइंडीज सीरीज के बाद, उन्होंने हाल ही में साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ खेले गए मैच की दोनों पारियों में शतक जमाकर अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखा, जिसने उन्हें प्लेइंग-11 में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।
ऋषभ पंत की वापसी और जुरेल की भूमिका
हालांकि, ध्रुव जुरेल इस टेस्ट मैच में बतौर विकेटकीपर नहीं खेलेंगे। इसकी वजह टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर ऋषभ पंत की वापसी है, जो इस सीरीज से मैदान पर लौट रहे हैं। पंत ही विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालेंगे, जिससे जुरेल को एक विशेषज्ञ बल्लेबाज के तौर पर टीम में जगह मिलेगी। यह फैसला टीम के संतुलन और पंत की वापसी के महत्व को दर्शाता है, जो लंबे समय बाद चोट से उबरकर वापसी कर रहे हैं। जुरेल का बतौर बल्लेबाज खेलना टीम की बल्लेबाजी को और मजबूती प्रदान करेगा।
नीतीश कुमार रेड्डी को करना होगा इंतजार
जुरेल के लिए जगह बनाने के लिए, युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को बाहर बैठना पड़ सकता है। असिस्टेंट कोच टेनडेशकाटे ने इसका भी खुलासा किया। नीतीश इससे पहले वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज का हिस्सा थे, लेकिन वहां उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिल पाए थे। यह उनके लिए एक निराशाजनक खबर हो सकती है, लेकिन टीम। प्रबंधन का यह फैसला मौजूदा परिस्थितियों और रणनीतिक आवश्यकताओं पर आधारित है।
रणनीतिक फैसला और टीम कॉम्बिनेशन
टेनडेशकाटे ने नीतीश कुमार रेड्डी को बाहर रखने के पीछे की रणनीति का भी जिक्र किया और उन्होंने हाल ही के ऑस्ट्रेलिया दौरे का हवाला दिया, जहां चोट के कारण रेड्डी एक भी मैच नहीं खेल सके थे। कोच ने कहा, “सबसे पहली चीज जीत की रणनीति बनाना है। नीतीश को लेकर हमारी सोच में कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्हें ऑस्ट्रेलिया में ज्यादा मौका नहीं मिल पाया। मगर मैं ये कहूंगा कि सीरीज की अहमियत को देखते हुए और जिस। तरह परिस्थितियां हमें यहां मिलेंगी, नीतीश इस टेस्ट से बाहर बैठ सकते हैं। ” यह बयान स्पष्ट करता है कि टीम प्रबंधन ने सीरीज की गंभीरता और कोलकाता के ईडन गार्डन्स की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह कठिन फैसला लिया है, ताकि टीम का सबसे मजबूत कॉम्बिनेशन मैदान पर उतारा जा सके। यह फैसला युवा खिलाड़ियों को मौके देने और जीत के लिए सर्वश्रेष्ठ टीम चुनने के बीच संतुलन बनाने का प्रयास है।