भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेली जा रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज का कारवां अब गुवाहाटी पहुंच चुका है, जहां दूसरा और निर्णायक मुकाबला खेला जाएगा। टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला बेहद अहम रहने वाला है, क्योंकि यदि उन्हें इस सीरीज को बराबरी पर खत्म करना है, तो उन्हें यह मैच हर हाल में जीतना होगा। कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में भारत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ 30 रनों से हार का। सामना करना पड़ा था, जिसके बाद अब सभी की नजरें गुवाहाटी टेस्ट मैच की पिच और मौसम के हाल पर टिकी हुई हैं।
पहले टेस्ट का हाल: स्पिनरों का दबदबा
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेला गया सीरीज का पहला टेस्ट मैच स्पिन गेंदबाजों के लिए काफी मददगार साबित हुआ था। काली मिट्टी से बनी उस पिच पर उम्मीद से थोड़ा कम उछाल देखने को मिला था, जिसने तीनों दिनों के खेल में स्पिनरों को काफी सहायता प्रदान की। इसी पिच पर भारतीय टीम को 30 रनों की हार झेलनी पड़ी थी, जिसने सीरीज में साउथ अफ्रीका को 1-0 की बढ़त दिला दी। अब गुवाहाटी में परिस्थितियां पूरी तरह से अलग होने की उम्मीद है, जहां टीम इंडिया को अपनी। रणनीति में बदलाव करना होगा और एक नई शुरुआत करनी होगी ताकि वे सीरीज में वापसी कर सकें।
गुवाहाटी की पिच: लाल मिट्टी का नया मैदान
गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में पहली बार कोई टेस्ट मैच मुकाबला खेला जाएगा, जो इसे दोनों टीमों के लिए एक अबूझ पहेली बना देता है। इससे पहले यहां पर अब तक सिर्फ 6 इंटरनेशनल मुकाबले खेले गए हैं, जिसमें 2 वनडे और चार टी20 मैच शामिल हैं। इस सीमित अनुभव के कारण पिच का व्यवहार अप्रत्याशित हो सकता है। कोलकाता की काली मिट्टी की पिच के विपरीत, गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में तैयार की गई पिच लाल मिट्टी से बनी हुई है। लाल मिट्टी की पिचें आमतौर पर गति और उछाल दोनों प्रदान करती हैं, जिससे यह बल्लेबाजी। के लिए अधिक अनुकूल हो सकती है और तेज गेंदबाजों को भी मदद मिल सकती है।
बल्लेबाजों के लिए बेहतर शुरुआत, फिर स्पिनरों की भूमिका
लाल मिट्टी से बनी इस पिच पर शुरुआती दिनों में बल्लेबाजी करना थोड़ा आसान हो सकता है, क्योंकि इसमें गति और उछाल दोनों ही देखने को मिल सकता है। यह बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका देगी और बड़े स्कोर बनने की संभावना रहेगी और हालांकि, जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, पिच पर दरारें पड़ने और घिसने के कारण स्पिनर्स की भूमिका काफी अहम रहने वाली है। यह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम की पिच के समान है, जो लाल मिट्टी से बनी होती है और वानखेड़े में भी शुरू के 2 दिन बल्लेबाजी के लिए बेहतर होते हैं, लेकिन उसके बाद स्पिनर्स हावी होते दिखाई देते हैं, जहां चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करना बेहद मुश्किल हो जाता है। ऐसे में गुवाहाटी में भी खेल के अंतिम दिनों में स्पिनरों का जादू देखने। को मिल सकता है और चौथी पारी में बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
गुवाहाटी टेस्ट मैच के दौरान कैसा रहेगा मौसम का हाल
दूसरे टेस्ट मैच के शुरू होने के समय में भी बदलाव किया गया है, जिसमें दिन के खेल की शुरुआत सुबह 9 बजे से होगी और मौसम के पूर्वानुमान की बात करें तो, एक्यूवेदर की रिपोर्ट के अनुसार, पहले 2 दिनों के खेल में बारिश होने की उम्मीद जताई गई है। हालांकि, यह बारिश खेल को अधिक प्रभावित नहीं करेगी और रुक-रुक कर होने की संभावना है। वहीं, इसके बाद के तीनों दिन का मौसम पूरी तरह से साफ रहने की उम्मीद है। यह साफ मौसम मैच के परिणाम के लिए अनुकूल परिस्थितियां प्रदान करेगा, जिससे एक रोमांचक मुकाबला। देखने को मिल सकता है और मैच का पूरा नतीजा निकलने की संभावना बढ़ जाती है।
ऋषभ पंत पहली बार संभालेंगे कप्तानी की जिम्मेदारी
इस महत्वपूर्ण मुकाबले में टीम इंडिया के लिए एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत पहली बार टेस्ट मैच में कप्तानी की जिम्मेदारी संभालेंगे और यह उनके करियर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है और उनकी कप्तानी में टीम इंडिया किस तरह का प्रदर्शन करती है, यह देखना दिलचस्प होगा। पंत की रणनीतिक सूझबूझ और मैदान पर उनके फैसले इस अहम मैच में भारत की जीत के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगे, क्योंकि टीम का लक्ष्य सीरीज को 1-1 से बराबर करना है और इस युवा कप्तान पर सभी की निगाहें होंगी।