- भारत,
- 16-Jun-2025 04:40 PM IST
Iran-Israel Tensions: ईरान और इजराइल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच 11 जून को अमेरिका ने एक बड़ा फैसला लेते हुए इराक में स्थित अपने दूतावास को आंशिक रूप से खाली करने की घोषणा की है। इराक, जो ईरान का पड़ोसी देश है, पहले से ही अस्थिरता से जूझ रहा है। इसी के साथ अमेरिका ने बहरीन, कुवैत और संयुक्त अरब अमीरात में तैनात अपने कर्मचारियों के परिवारों को भी सुरक्षा को देखते हुए स्थान बदलने की छूट दी है। राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम के पीछे क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर गहराती चिंताओं को वजह बताया जा रहा है।
अमेरिकी हवाई टैंकरों की तैनाती और संभावित भूमिका
अमेरिकी वायुसेना ने हाल ही में केसी-135 और केसी-46 हवाई टैंकरों को अमेरिका की मुख्य भूमि से अटलांटिक पार भेजा है। यह एक असाधारण सामूहिक तैनाती मानी जा रही है, जिससे यह अटकलें तेज हो गई हैं कि अमेरिका सीधे तौर पर इजराइल-ईरान संघर्ष में भागीदारी की ओर बढ़ रहा है। इन विमानों का उपयोग संभवतः इजराइल के सैन्य अभियानों को हवा में ईंधन भरकर समर्थन देने के लिए किया जाएगा।
ईरान की चेतावनी और अमेरिकी भूमिका
ईरान ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी सैन्य ठिकानों से उस पर हमला किया गया या इजराइल की कोई सहायता की गई, तो वह अमेरिकी अड्डों को भी निशाना बनाएगा। शुरुआत में अमेरिका ने इजराइल के हमलों से खुद को अलग बताया था, लेकिन अब रणनीति बदलती दिख रही है। केसी-135 और केसी-46 विमानों की तैनाती, जो लगभग 30 की संख्या में हैं, इस बदली रणनीति का संकेत है।
अमेरिका के मध्य पूर्व में सैन्य ठिकानों की स्थिति
मध्य पूर्व में अमेरिका की सैन्य मौजूदगी बहुत गहरी और व्यापक है। अमेरिकी सेना दशकों से इस क्षेत्र में सक्रिय है और लगभग 19 देशों में इसके स्थायी और अस्थायी सैन्य अड्डे मौजूद हैं। इनमें से आठ प्रमुख स्थायी ठिकाने हैं:
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बहरीन
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मिस्र
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इराक
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जॉर्डन
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कुवैत
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कतर
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सऊदी अरब
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संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
इनमें सबसे अधिक सामरिक महत्त्व का ठिकाना कतर का अल उदीद एयर बेस है। यह 1996 में स्थापित हुआ और लगभग 24 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है। यहां 100 से ज्यादा अमेरिकी सैन्य विमान और ड्रोन तैनात रहते हैं। यह ठिकाना यूएस सेंट्रल कमांड (CENTCOM) के अग्रिम मुख्यालय के रूप में कार्य करता है और इसे इराक, सीरिया और अफगानिस्तान में अभियानों के लिए उपयोग किया गया है।
मध्य पूर्व में अमेरिकी सैनिकों की संख्या
1958 में लेबनान संकट के दौरान पहली बार अमेरिका ने मध्य पूर्व में सैन्य तैनाती की थी। उस समय करीब 15 हजार सैनिक बेरूत भेजे गए थे। 2025 तक, इस पूरे क्षेत्र में 40 से 50 हजार अमेरिकी सैनिकों की उपस्थिति मानी जा रही है। ये सैनिक न केवल बड़े और स्थायी अड्डों पर, बल्कि अस्थायी और छोटे ठिकानों पर भी तैनात हैं।
सबसे अधिक सैनिक किस देश में?
कतर, बहरीन, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब वे देश हैं जहां सबसे अधिक अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। ये अड्डे न केवल एयर और नेवल ऑपरेशन के लिए जरूरी हैं, बल्कि लॉजिस्टिक सपोर्ट, खुफिया जानकारी और त्वरित सैन्य प्रतिक्रिया के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
