Share Market News / पैसा रखें तैयार! ज्वेलरी सेक्टर की यह कंपनी लाएगी IPO, मार्केट से जुटाएगी 1700 करोड़

ललिता ज्वेलरी मार्ट ने सेबी के पास 1,700 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए दस्तावेज दाखिल किए हैं। इसमें 1,200 करोड़ के नए शेयर और 500 करोड़ के ओएफएस शामिल हैं। आईपीओ से जुटाई गई राशि से कंपनी नए स्टोर खोलेगी। शेयर बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध होंगे।

Share Market News: आभूषण क्षेत्र के निवेशकों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी सामने आई है। चेन्नई की प्रतिष्ठित कंपनी ललिता ज्वेलरी मार्ट अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने जा रही है। कंपनी ने इस IPO के माध्यम से 1700 करोड़ रुपये जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर दिया है।

IPO का ढांचा और विशेषताएं

DRHP के अनुसार, यह IPO दो हिस्सों में विभाजित होगा:

  • 1,200 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर

  • 500 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की पेशकश (OFS), जिसे कंपनी के प्रमोटर एम किरण कुमार जैन द्वारा लाया जाएगा।

कंपनी कर्मचारियों के लिए भी शेयर आरक्षित रखेगी, जिनमें उन्हें विशेष छूट का लाभ भी दिया जाएगा।

कहां खर्च होंगे IPO के पैसे

ललिता ज्वेलरी मार्ट इस IPO से मिलने वाली 1,014.50 करोड़ रुपये की राशि का उपयोग मुख्य रूप से नए स्टोर्स की स्थापना के लिए करेगी। इसके अतिरिक्त, कुछ धनराशि का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए भी किया जाएगा।

कंपनी की वर्तमान स्थिति

1985 में चेन्नई के टी नगर में शुरू हुई यह कंपनी अब दक्षिण भारत में एक जानी-मानी ब्रांड बन चुकी है। 31 दिसंबर, 2024 तक इसके पास कुल 56 स्टोर थे:

  • तमिलनाडु: 20

  • आंध्र प्रदेश: 22

  • कर्नाटक: 7

  • तेलंगाना: 6

  • पुडुचेरी: 1

वित्तीय प्रदर्शन

2024 के पहले नौ महीनों में कंपनी का प्रदर्शन शानदार रहा है।

  • राजस्व: ₹12,594.67 करोड़

  • शुद्ध लाभ: ₹262.33 करोड़

इस मजबूत वित्तीय प्रदर्शन के दम पर कंपनी निवेशकों का भरोसा जीतने की पूरी कोशिश कर रही है।

प्रमुख बुक-रनिंग लीड मैनेजर

IPO प्रक्रिया में आनंद राठी एडवाइजर्स और इक्विरस कैपिटल मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। कंपनी के शेयर BSE और NSE पर सूचीबद्ध किए जाएंगे।

प्रतिस्पर्धा और बाजार की स्थिति

ललिता ज्वेलरी मार्ट को बाज़ार में कई दिग्गज कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है, जिनमें शामिल हैं:

  • टाइटन कंपनी

  • कल्याण ज्वैलर्स इंडिया

  • सेन्को गोल्ड,

  • पीसी ज्वैलर्स,

  • मनोज वैभव जेम्स एंड ज्वैलर्स

  • त्रिभुवनदास भीमजी जावेरी, आदि।

हाल के वर्षों में सोने की कीमतों में आई तेजी और ब्रांडेड ज्वेलरी की बढ़ती मांग ने इस सेक्टर को एक नई रफ्तार दी है। इससे कंपनियों के मुनाफे और राजस्व में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है।