- भारत,
- 22-Jul-2025 08:40 PM IST
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज अब अपने चरम पर पहुंच चुकी है। 23 जुलाई, 2025 से मैनचेस्टर के ऐतिहासिक ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर चौथा टेस्ट शुरू होने जा रहा है, जहां भारतीय टीम के सामने एक कठिन चुनौती है। अगर भारत यह मुकाबला हार जाता है, तो इंग्लैंड 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर लेगा, जिससे अंतिम टेस्ट महज औपचारिकता बनकर रह जाएगा। ऐसे में कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम किसी भी कीमत पर इस टेस्ट को जीतकर सीरीज को बराबरी पर लाना चाहेगी।
बल्लेबाजी होगी भारत की ताकत
सीरीज में अब तक भारतीय बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। खास तौर पर कप्तान शुभमन गिल, ऋषभ पंत और केएल राहुल ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का ध्यान खींचा है। ये तीनों खिलाड़ी सीरीज के टॉप-5 रन स्कोरर में शामिल हैं। मैनचेस्टर टेस्ट में इनका प्रदर्शन भारत की जीत की कुंजी हो सकता है। खासकर केएल राहुल, जो इस सीरीज में लगातार रन बना रहे हैं, उनसे फैंस को बड़ी उम्मीदें हैं। राहुल ने मुश्किल परिस्थितियों में कई बार भारतीय पारी को संभाला है और अब उनके पास इतिहास रचने का सुनहरा अवसर है।
केएल राहुल के लिए मील का पत्थर
केएल राहुल इस समय इंटरनेशनल क्रिकेट में 9000 रन पूरे करने की दहलीज पर खड़े हैं। उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने के लिए सिर्फ 60 रनों की जरूरत है। अगर वह मैनचेस्टर टेस्ट में यह उपलब्धि हासिल कर लेते हैं, तो वह सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, राहुल द्रविड़ जैसे दिग्गजों की सूची में शामिल होकर 16वें भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे, जिन्होंने 9000 इंटरनेशनल रन बनाए हैं। राहुल ने अब तक 218 इंटरनेशनल मैचों में 8940 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत और निरंतरता उनकी काबिलियत को दर्शाती है।
इंग्लैंड में 1000 टेस्ट रन का रिकॉर्ड
मौजूदा सीरीज में केएल राहुल शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने 62.50 की औसत से 375 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल हैं। अगर वह 19 रन और जोड़ लेते हैं, तो वह 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट सीरीज में बनाए गए अपने ही 393 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। इसके अलावा, राहुल इंग्लैंड में 1000 टेस्ट रन पूरे करने से महज 11 रन दूर हैं। अभी तक उन्होंने इंग्लैंड में 12 टेस्ट मैचों में 41.20 की औसत से 989 रन बनाए हैं, जिसमें चार शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं। अगर वह ओल्ड ट्रैफर्ड में यह उपलब्धि हासिल कर लेते हैं, तो वह सचिन तेंदुलकर (1575 रन), राहुल द्रविड़ (1376 रन) और सुनील गावस्कर (1152 रन) के बाद यह कारनामा करने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे।
चुनौतीपूर्ण होगा मैनचेस्टर का मैदान
ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच आमतौर पर तेज गेंदबाजों के लिए मददगार होती है, लेकिन बल्लेबाजों के लिए भी रन बनाने के मौके देती है। भारतीय गेंदबाजों, खासकर जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज, पर इंग्लैंड की मजबूत बल्लेबाजी को रोकने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। दूसरी ओर, इंग्लैंड की टीम जो रूट और बेन स्टोक्स जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के साथ मजबूत स्थिति में है। भारतीय टीम को अगर सीरीज में वापसी करनी है, तो बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में संतुलित प्रदर्शन करना होगा।
