IND vs SA 2nd Test / टेस्ट क्रिकेट के 'बेस्ट स्पिनर' बने कुलदीप यादव, गुवाहाटी में ऐसे कराई टीम इंडिया की वापसी

गुवाहाटी टेस्ट के पहले दिन साउथ अफ्रीका ने दमदार शुरुआत की, लेकिन कुलदीप यादव ने 3 विकेट लेकर टीम इंडिया को वापसी दिलाई. इस प्रदर्शन के साथ कुलदीप टेस्ट क्रिकेट में 50 या उससे अधिक विकेट लेने वाले स्पिनरों में सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट वाले गेंदबाज बन गए हैं, जिन्होंने भारत को मैच में मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया.

गुवाहाटी के बरसापारा स्टेडियम में 22 नवंबर, शनिवार से शुरू हुए दूसरे टेस्ट मैच का पहला दिन रोमांच से भरपूर रहा. साउथ अफ्रीका ने शुरुआती दो सत्रों में अपनी दमदार बल्लेबाजी से भारतीय टीम को बैकफुट पर धकेल दिया था, लेकिन तीसरे सत्र में टीम इंडिया ने शानदार वापसी करते हुए दिन का अंत बराबरी पर किया. इस वापसी में भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने अहम भूमिका निभाई, जिन्होंने अपनी फिरकी से अफ्रीकी बल्लेबाजों को खूब परेशान किया और महत्वपूर्ण विकेट झटके और यह मैच गुवाहाटी को भारत के टेस्ट क्रिकेट वेन्यू में शामिल करने वाला भी बन गया, जिसने क्रिकेट प्रेमियों के बीच उत्साह भर दिया.

साउथ अफ्रीका की मजबूत शुरुआत और भारतीय गेंदबाजों का संघर्ष

टॉस हारने के बाद भारतीय टीम को पहले गेंदबाजी करने का मौका मिला, और साउथ अफ्रीकी ओपनर्स ने इसका भरपूर फायदा उठाया. एडन मार्करम और रायन रिकलटन की जोड़ी ने 82 रनों की. मजबूत साझेदारी करके टीम इंडिया के लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं. भारतीय गेंदबाजों को शुरुआती सफलता के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा, और अगर सातवें ओवर में केएल राहुल ने कैच नहीं छोड़ा होता, तो शायद यह इंतजार और कम होता. पहले सत्र के आखिरी ओवर में जसप्रीत बुमराह ने एक बेहतरीन गेंद पर इस साझेदारी को तोड़ा, जिससे भारत को थोड़ी राहत मिली.

दूसरे सत्र में भी साउथ अफ्रीका का पलड़ा भारी

दूसरे सत्र की शुरुआत में ही कुलदीप यादव ने भारत को दूसरी. सफलता दिलाई, लेकिन इसके बावजूद यह पूरा सत्र साउथ अफ्रीका के नाम रहा. अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा और ट्रिस्टन स्टब्स ने भारतीय गेंदबाजों को कोई और विकेट नहीं लेने दिया और अपनी टीम की स्थिति को मजबूत बनाए रखा. दोनों बल्लेबाजों ने संयम और सूझबूझ के साथ बल्लेबाजी की, जिससे भारतीय खेमे में चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही थीं. इस दौरान भारतीय गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी तो की, लेकिन विकेट लेने में उन्हें खास सफलता नहीं मिल रही थी, जिससे साउथ अफ्रीका का स्कोर लगातार आगे बढ़ रहा था. तीसरे सत्र में टीम इंडिया ने जबरदस्त वापसी की, जिसकी शुरुआत रवींद्र जडेजा ने अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा का महत्वपूर्ण विकेट लेकर की. यह विकेट भारत के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ और. इसने अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम पर दबाव बनाना शुरू कर दिया. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने अपनी लय पकड़ी और लगातार अंतराल पर विकेट झटकते हुए साउथ अफ्रीका को बैकफुट पर धकेल दिया और इस सत्र में भारतीय टीम ने अपनी रणनीति में बदलाव किया और इसका फायदा उन्हें तुरंत मिला, जिससे मैच का रुख पलटने लगा.

कुलदीप यादव का कहर और सिराज का अंतिम प्रहार

तीसरे सत्र में असली कहर कुलदीप यादव ने बरपाया. उन्होंने पहले ट्रिस्टन स्टब्स को अर्धशतक से ठीक एक रन पहले आउट कर एक बड़ी साझेदारी को तोड़ा, जो साउथ अफ्रीका के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी. इसके बाद उन्होंने मुल्डर को एक ललचाती हुई गेंद पर शॉट खेलने के लिए मजबूर किया, जो अफ्रीकी बल्लेबाज के लिए घातक साबित हुआ और वह अपना विकेट गंवा बैठे. कुलदीप की फिरकी के आगे अफ्रीकी बल्लेबाज बेबस नजर आए और हालांकि, अंतिम 45 मिनट में टोनी डिजॉर्जी और नाइट वॉचमैन सेन्युरन मुथुसामी के बीच 45 रन की साझेदारी भारत के लिए थोड़ी चिंता का विषय बन रही थी, लेकिन दिन के आखिरी ओवर में मोहम्मद सिराज ने नई गेंद से डिजॉर्जी का विकेट झटककर भारत को एक और बड़ी सफलता दिलाई और दिन का अंत शानदार तरीके से किया.

टेस्ट क्रिकेट में कुलदीप यादव का ऐतिहासिक रिकॉर्ड

पहले दिन के खेल के हीरो कुलदीप यादव रहे, जिन्होंने 17 ओवर में 48 रन देकर 3 महत्वपूर्ण विकेट लिए. इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही कुलदीप यादव ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. वह टेस्ट क्रिकेट में 50 या उससे अधिक विकेट लेने वाले सभी स्पिनरों में सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट वाले गेंदबाज बन गए हैं और कुलदीप ने अब तक 31 पारियों में 36. 6 के बेहतरीन स्ट्राइक रेट के साथ कुल 75 विकेट अपने नाम किए हैं. उन्होंने इस मामले में इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर जॉन ब्रिग्स को पीछे छोड़ दिया. है, जिन्होंने 49 पारियों में 45 के स्ट्राइक रेट से 118 विकेट लिए थे. यह उपलब्धि कुलदीप की प्रतिभा और टेस्ट क्रिकेट में उनकी बढ़ती हुई पकड़ को. दर्शाती है, जिससे वह भारतीय टीम के लिए एक अमूल्य संपत्ति बन गए हैं.

मैच का संतुलन और आगे की रणनीति

पहले दिन का खेल दोनों टीमों के लिए बराबरी का साबित हुआ, जहां साउथ अफ्रीका ने मजबूत शुरुआत की, वहीं भारत ने तीसरे सत्र में शानदार वापसी करके मैच को संतुलित कर दिया और कुलदीप यादव का प्रदर्शन भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण रहा, जिसने टीम को मैच में वापस लाने में मदद की. अब दूसरे दिन भारतीय टीम की कोशिश होगी कि वह बचे हुए अफ्रीकी बल्लेबाजों को जल्द से जल्द आउट कर सके और अपनी बल्लेबाजी से एक बड़ी बढ़त हासिल कर सके. वहीं, साउथ अफ्रीका की टीम बचे हुए विकेटों के साथ अधिक से अधिक रन बनाने की कोशिश करेगी ताकि वे भारत पर दबाव बना सकें. कुलदीप की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक शुभ संकेत है, क्योंकि टीम को एक ऐसे स्पिनर की जरूरत है जो किसी भी परिस्थिति में विकेट लेने की क्षमता रखता हो.