भारतीय क्रिकेट टीम के बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अरुण। जेटली स्टेडियम में जारी दूसरे टेस्ट की पहली पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया है। उन्होंने 5 विकेट हासिल कर एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया है। इस उपलब्धि के साथ, कुलदीप टेस्ट फॉर्मेट में सबसे तेज सर्वाधिक बार 5 या इससे अधिक विकेट (पांच। बार) हासिल करने वाले बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर्स की लिस्ट में शीर्ष स्थान पर पहुंच गए हैं।
जॉनी वार्डल का रिकॉर्ड तोड़ा
कुलदीप यादव ने यह कमाल सिर्फ 15 टेस्ट मुकाबलों में कर दिखाया है, जो कि एक असाधारण उपलब्धि है। उन्होंने इंग्लैंड के दिग्गज स्पिनर जॉनी वार्डल (1948 से 1957) का दशकों पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। वार्डल ने अपने करियर में पांच बार पांच विकेट लेने का कारनामा 28 टेस्ट मुकाबलों में किया था। कुलदीप ने लगभग आधे मैचों में ही यह मील का पत्थर हासिल कर अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन किया है। बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर को 'चाइनामैन' गेंदबाज भी। कहा जाता है, और कुलदीप इस कला के माहिर खिलाड़ी हैं।
भविष्य में और रिकॉर्ड तोड़ने का मौका
कुलदीप यादव ने सर्वाधिक बार 5 या इससे अधिक विकेट हासिल करने वाले बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर्स की लिस्ट में जॉनी वार्डल की बराबरी कर ली है। अब भविष्य में उनके पास इस मामले में जॉनी वार्डल के कुल रिकॉर्ड (पांच बार) को भी तोड़ने का मौका होगा, क्योंकि उनके करियर में अभी काफी समय बाकी है। इस लिस्ट में साउथ अफ्रीका के बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर पॉल एडम्स तीसरे पायदान पर हैं, जिन्होंने 45 टेस्ट मुकाबलों में चार बार यह कारनामा किया था। कुलदीप का यह प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए एक शुभ संकेत है और यह दर्शाता है कि वह आने वाले समय में और भी कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।