Modi 3.0 Government / साल के अंत तक मेड इन इंडिया चिप आ जाएगी, PM मोदी ने किया ऐलान

79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लाल किले से तिरंगा फहराकर संबोधित किया। उन्होंने घोषणा की कि वर्ष के अंत तक मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर बाजार में आएंगे। छह यूनिट बन चुकी हैं, चार को मंजूरी मिली। भारत अब वैश्विक सेमीकंडक्टर प्रतिस्पर्धा में उतरने को तैयार है।

Modi 3.0 Government: 15 अगस्त, 2025 को भारत ने अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने भारत की तकनीकी और आर्थिक प्रगति के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जिनमें सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत और आत्मनिर्भरता पर विशेष जोर दिया गया। उन्होंने ऐलान किया कि इस वर्ष के अंत तक "मेड इन इंडिया" चिप्स भारतीय बाजार में उपलब्ध होंगी, जो भारत की तकनीकी क्रांति में एक मील का पत्थर साबित होगा।

सेमीकंडक्टर मिशन: भारत की नई तकनीकी उड़ान

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, "आज हम मिशन मोड में सेमीकंडक्टर के लक्ष्य को आगे बढ़ा रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक मेड इन इंडिया यानी भारत में बनी हुई, भारत के लोगों द्वारा बनी हुई चिप्स बाजार में आ जाएंगी।" यह घोषणा भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि सेमीकंडक्टर आधुनिक तकनीक का आधार हैं, जो स्मार्टफोन, कंप्यूटर, मेडिकल उपकरण, और ऑटोमोबाइल जैसे क्षेत्रों में उपयोग होते हैं।

पीएम मोदी ने बताया कि सेमीकंडक्टर उत्पादन की योजना पिछले 50-60 वर्षों से विचाराधीन थी, लेकिन नौकरशाही की बाधाओं के कारण यह अटक गई थी। उन्होंने कहा, "50 साल पहले सेमीकंडक्टर की फाइल दब गई थी, लेकिन अब मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर बाजार में आएगा।" इस दिशा में भारत ने ठोस प्रगति की है। छह सेमीकंडक्टर यूनिट पहले ही स्थापित हो चुकी हैं, और चार अन्य यूनिट्स को मंजूरी दी गई है। इनमें से अधिकांश इकाइयां असेंबली और पैकेजिंग पर केंद्रित हैं, जबकि दो इकाइयां फैब्रिकेशन के लिए समर्पित हैं।

वैश्विक प्रतिस्पर्धा में भारत की स्थिति

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत अब ताइवान, अमेरिका, चीन और दक्षिण कोरिया जैसे सेमीकंडक्टर उत्पादन और डिजाइन में अग्रणी देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने की स्थिति में है। उन्होंने कहा, "भारत मिशन ग्रीन के तहत हजारों करोड़ रुपये निवेश कर रहा है, ताकि हम न केवल आत्मनिर्भर बनें, बल्कि वैश्विक बाजार में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएं।"

भारत का सेमीकंडक्टर मिशन, जो सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत संचालित है, अब तक दस सेमीकंडक्टर इकाइयों की स्थापना की घोषणा कर चुका है। यह मिशन भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन और निर्यात के क्षेत्र में एक वैश्विक केंद्र बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

ऊर्जा आत्मनिर्भरता और सोलर क्रांति

सेमीकंडक्टर के साथ-साथ, पीएम मोदी ने ऊर्जा आत्मनिर्भरता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत पेट्रोल, डीजल और गैस जैसे संसाधनों के लिए विदेशों पर निर्भरता को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। "पिछले 11 वर्षों में सोलर एनर्जी उत्पादन में 30 गुना वृद्धि हुई है। यह भारत की हरित ऊर्जा क्रांति का प्रमाण है।"

भारत का भविष्य: तकनीक और आत्मनिर्भरता

प्रधानमंत्री का यह संबोधन न केवल भारत की तकनीकी प्रगति को रेखांकित करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब वैश्विक मंच पर एक मजबूत और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है। सेमीकंडक्टर जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र में प्रगति भारत को तकनीकी नवाचार और उत्पादन में अग्रणी बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी का यह संदेश भारत के युवाओं, उद्यमियों और नीति निर्माताओं के लिए एक प्रेरणा है कि वे मिलकर देश को एक नई ऊंचाई पर ले जाएं। "मेड इन इंडिया" चिप्स का आगमन न केवल तकनीकी क्षेत्र में भारत की क्षमता को प्रदर्शित करेगा, बल्कि यह भी साबित करेगा कि भारत अब वैश्विक मंच पर अपनी पहचान स्थापित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।