विश्व / 20 महीने की बेटी के लिए पिता ने 365 कहानियों की चुनौती ली, अब तक 334 लिख चुके

Dainik Bhaskar : Jul 15, 2019, 10:12 AM
ईगलहॉक नेक (तस्मानिया). तस्मानिया के मैट जर्बो ने बच्चों के लिए 365 कहानियां लिखने की चुनौती ली है। ये कहानियां मैट अपनी 20 माह की बेटी सीएलो को तोहफे में देने के लिए रची हैं। 13 जुलाई तक वह 334 कहानियां लिख चुके हैं। सीप (ऑयस्टर) के फार्म में काम करने वाले मैट अक्सर रात में कहानियां लिखते हैं।

बच्चों को विरासत में अच्छी सीख, संस्कार और प्रेरणा दे सकते हैं

मैट इससे पहले वह 4 उपन्यास और बच्चों के लिए 8 किताबें लिख चुके हैं। वे रात को 10 बजे लिखना शुरू करते हैं, करीब 1 बजे तक वह स्टोरी लिखकर पोस्ट कर देते हैं। मैट बताते हैं कि बच्चे कहानियां पसंद करते हैं, आप उन्हें विरासत में अच्छी सीख, संस्कार और प्रेरणा इसी के जरिए दे सकते हैं। मैं भी बेटी को बेहतर दुनिया देना चाहता हूं। तो, इसके लिए कुछ करना भी होगा। इसलिए शुरुआत कहानियों से की।

अवसाद से उबरने के लिए लेखन की मदद ली

मैट ने कहा, "हिंसा और अज्ञानता हमेशा से है और रहेगी, इन्हें कल्पना से ही रौंदा जा सकता है। लेखन से जुड़ने के बारे में मैट बताते हैं कि जब वो दो साल के थे, तब ही माता-पिता अलग हो गए थे। कोई ध्यान देने वाला नहीं था। इसलिए घूमने-फिरने का मौका ज्यादा मिला। पर जिंदगी में कोई उद्देश्य नहीं था, इसलिए कई बार खुदकुशी का मन करता था। इससे उबरने के लिए लेखन की मदद ली।" 

"इस दौरान ऑयस्टर फार्म में नौकरी मिल गई तीन साल पहले ही एलिना से मुलाकात हुई। 38 साल की एलिना वेनेजुएला से हैं। पेशे से आर्किटेक्ट एलिना छुटि्टयां मनाने तस्मानिया आईं थी। तभी दोनों की मुलाकात हुई। करीब डेढ़ साल पहले ही सीएलो का जन्म हुआ। बेटी के जन्म को यादगार बनाने के लिए उन्होंने कहानियों का ये सिलसिला शुरू किया।"

1997 में मैट का पहला उपन्यास ही बुक ऑफ द ईयर बन गया था 

1997 में मैट का पहला उपन्यास इडियट प्राइड आया था। इसे ऑस्ट्रेलिया में बुक ऑफ द ईयर घोषित किया गया था। मैट के मुताबिक, वो अच्छे पिता बनने की कोशिश कर रहे हैं। रचनात्मकता के जरिए बेटी को प्यार दे रहे हैं। उनकी हर कहानी संदेश देती है और रिश्तों में उम्मीद जगाती है। 

( द न्यूयॉर्क टाइम्स- दैनिक भास्कर से विशेष अनुबंध के तहत)

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER