दिल्ली हिंसा / अब अफवाहोंं के उपद्रव से माहौल तनावपूर्ण, 46 पहुंचा मौत का आंकड़ा

AMAR UJALA : Mar 02, 2020, 07:41 AM
नई दिल्ली | उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रविवार को शांति रही, लेकिन तनाव अब भी बरकरार है। पुलिस बल की भारी तैनाती के बीच धीरे धीरे जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। वहीं, पुलिस ने रविवार को तीन अलग अलग जगहों से चार और शव बरामद किए। इसके साथ ही हिंसा में मरने वालों की संख्या 46 तक पहुंच गई है। 

दूसरी ओर दिल्ली में रविवार शाम को कुछ जगहों पर हिंसा की अफवाह फैलने से माहौल तनावपूर्ण हो गया। आग की तरह फैली अफवाह के कारण कुछ जगहों पर बाजार बंद हो गए। कई इलाकों में लोगों ने खुद को घरों में बंद कर लिया, तो कहीं-कहीं लोग लाठी-डंडे लेकर गलियों में पहरा देने लगे। कुछ देर के लिए मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए। इससे लोगों को लगा कि अफवाह सही है। लोग इसकी पुष्टि के लिए मीडिया हाउस में फोन करने लगे। इस बीच, दिल्ली पुलिस ने कहा कि हालात पूरी तरह नियंत्रण में है और लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली। 

रविवार शाम सबसे पहले अफवाह फैली कि ख्याला, राजौरी गार्डन में हिंसा फैल गई है। कुछ देर बाद ही तिलक नगर, राजौरी गार्डन, रघुवीर नगर, उत्तम नगर, डाबड़ी, सीतापुरी, सागरपुर व मंगोलपुरी में हिंसा होने की खबर फैली। तिलक नगर मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया। इससे लोगों को अफवाह पर यकीन हो गया। बाजार बंद हो गए। लोग दुकानें बंद कर घर चले गए। कुछ लोगों ने तो खुद को दुकानों के अंदर बंद कर लिया। उत्तम नगर में लोग गलियों में पहरा देने लगे। कालकाजी, वसंतकुंज, जैतपुर, रोहिणी, बदरपुर व तुगलकाबाद में भी हिंसा होने की अफवाह फैल गई। बदरपुर व तुगलकाबाद मेट्रो स्टेशन भी बंद कर दिए गए। हालांकि बाद में सभी मेट्रो स्टेशन खोल दिए गए।

जुआरियों को पकड़ने गई थी पुलिस

दरअसल राजौरी गार्डन पुलिस जुआरियों को पकड़ने गई थी। पुलिस जुआरियों के पीछे भाग रही थी कि लोगों को लगा कि हिंसा फैल गई है और पुलिस आरोपियों को पकड़ने भाग रही है। धीरे-धीरे ये अफवाह पूरी दिल्ली में फैल गई। इस दौरान जैतपुर में चोरी के आरोप में एक युवक की पिटाई के कारण हिंसा की अफवाह को बल मिला। 

अफवाह फैलाना भी अपराध

सभी जगह शांति है और स्थिति नियंत्रण में है। अफवाहों पर ध्यान न दें। सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। शांति भंग करने के लिए कुछ असामाजिक तत्व अफवाह फैला रहे हैं। ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - मंदीप सिंह रंधावा, प्रवक्ता, दिल्ली पुलिस

पुलिस गश्त बढ़ाई

जिन इलाकों में हिंसा की अफवाह फैली थी, वहां पुलिस गश्त बढ़ा दी गई। पुलिस अधिकारी इलाके में पहुंच कर लोगों को समझाने लगे कि पूरी दिल्ली में शांति है। लोग अपनी दुकानें खोल लें और नियमित रूप से काम करें। 

अफवाहों के बाद बंद किए गए सात मेट्रो स्टेशनों के गेट 

शाम के वक्त रविवार को अफवाह फैलते ही हर तरफ लोग दहशतजदा हो गए। एहतियात के तौर पर रात 7.53 बजे सबसे पहले तिलकनगर मेट्रो स्टेशन के एंट्री एग्जिट गेट बंद किए गए। रात 8.23 बजे नांगलोई, सूरजमल स्टेडियम, बदरपुर, तुगलकाबाद, उत्तम नगर वेस्ट और नवादा मेट्रो स्टेशनों के भी सभी गेट बंद कर दिए गए। द्वारका, उत्तम नगर, तिलकनगर, सागरपुर, विकासपुरी, जनकपुरी, बिंदापुर सहित तमाम इलाकों में अफवाह का दौर चलता रहा। आला पुलिस अधिकारियों की तरफ से इसे अफवाह करार दिए जाने के बाद रात करीब 8.40 बजे सभी मेट्रो स्टेशनों के गेट खोल दिए गए। 

नाले से मिले चार और शव, मरने वालों की संख्या हुई 46, प्रभावित इलाकों में तनाव बरकरार

पुलिस ने भागीरथी विहार के नाले से दो और गोकुलपुरी व शिव विहार में नाले से एक-एक शव निकाला। पुलिस को सुबह 8.20 बजे भागीरथी नाले में शव मिलने की सूचना मिली थी। इसके बाद शाम को इसी नाले से एक और शव निकाला गया। 

हालांकि  पुलिस ने न तो हिंसा में इनके मारे जाने की पुष्टि की है, न ही इनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। लेकिन इन शवों को जोड़ने पर हिंसा में मरने वालों की संख्या 46 हो गई है। शवों को जीटीबी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। 

शनिवार देर रात सोनिया विहार के अंबे एंक्लेव में बंद पड़े मकान में आग लगने की खबर मिली। हालांकि पुलिस उपद्रवियों द्वारा आग लगाने की बात से इनकार कर रही है। शिव विहार, बाबू नगर, चमन पार्क इलाके में अभी भी तनाव बना हुआ है। यहां सबसे ज्यादा बवाल हुआ था। सबसे ज्यादा जानमाल का नुकसान यहीं पर हुआ। 

स्थानीय लोगों का दावा है कि करीब 550 से 600 मकानों को छोड़कर लोग दूसरी जगह पलायन कर कर गए हैं। यहां उपद्रवियों ने उनके मकानों को लूटने के अलावा आग भी लगा दी थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। पुलिस ने जिले के अलग-अलग थानों में अब तक कुल 230 एफआईआर दर्ज कर 900 से अधिक लोगों से गिरफ्तार किया है। 

चूंकि हिंसा मामले की जांच अपराध शाखा की दो एसआईटी कर रही हैं, लिहाजा एफआईआर दर्ज कर मामलों की जांच एसआईटी को ट्रांसफर की जा रही है। पुलिस को हिंसा से जुड़ी सीसीटीवी व वीडियो फुटेज लगातार मिल रही हैं।

वहीं, दिल्ली सरकार ने पीड़ितों का डाटा जुटाकर मुआवजे की औपचारिकताएं पूरी करने का काम शुरू कर दिया है। सरकार की ओर से मुस्तफाबाद ईदगाह में राहत कैंप लगाकर हिंसा पीड़ितों के रहने, खाने और पीने का इंतजाम शुरू कर दिया है।

शाहीन बाग में भारी पुलिस बल तैनात, लगी धारा 144

शाहीन बाग में पुलिस ने रविवार को एहतियातन सुरक्षा बलों की भारी तैनाती करने के साथ ही धारा-144 लगा दी। एक दिन पहले हिंदू सेना नामक संगठन ने सड़क खाली कराने को लेकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। हालांकि पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने प्रस्तावित प्रदर्शन वापस ले लिया था। पुलिस उपायुक्त आर पी मीणा ने कहा, ‘समय से हस्तक्षेप के कारण प्रस्तावित प्रदर्शन रद्द कर दिया गया, लेकिन दो महिला पुलिसकर्मियों की टुकड़ी समेत 12 टुकड़ियां इलाके में तैनात की गई हैं। स्थानीय पुलिस के साथ चार जिलों के 100 पुलिसकर्मी भी तैनात किए गए हैं।

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