Asim Munir News / भारत के खौफ से डरा पाकिस्तान का आर्मी चीफ मुनीर, बुलेटप्रूफ जैकेट और शीशे के पीछे छुपकर कर रहा काम

पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद से बुरी तरह डरे हुए हैं। उन्हें हर वक्त हमले का डर सता रहा है, जिसके चलते वे बुलेटप्रूफ जैकेट पहनते हैं और मीटिंग्स में बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे बैठते हैं। पाकिस्तानी जनता भी उनके इस डर पर सवाल उठा रही है।

पाकिस्तान के आर्मी चीफ असीम मुनीर इन दिनों गहरे खौफ के साये में जी रहे हैं। भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद से उनकी हालत ऐसी हो गई है कि उन्हें हर पल किसी हमले का डर सताता रहता है और पाकिस्तान के भीतर से भी उन्हें धमकियां मिलने की खबरें हैं, जिसने उनके डर को और बढ़ा दिया है। इस अभूतपूर्व स्थिति के कारण, मुनीर अपनी सुरक्षा को लेकर अत्यधिक सतर्क हो गए हैं, और उनकी हर गतिविधि में यह डर साफ दिखाई देता है।

खौफ का साया और सुरक्षा घेरा

फील्ड मार्शल असीम मुनीर की मौजूदा स्थिति यह है कि वे भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद से बुरी तरह घबराए हुए हैं। यह खौफ इतना गहरा है कि उन्हें हर वक्त अपनी जान का खतरा महसूस होता है और इस डर के चलते, जब भी वे किसी से मिलते हैं, तो वे पूरी तरह से बुलेटप्रूफ जैकेट से ढके रहते हैं। यह जैकेट उनके शरीर के अगले हिस्से से लेकर पिछले हिस्से तक, हर तरफ से सुरक्षा प्रदान करती है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे किसी भी अप्रत्याशित हमले से सुरक्षित रहें और यह सुरक्षा घेरा उनकी सार्वजनिक और निजी, दोनों तरह की मुलाकातों का एक अभिन्न अंग बन गया है।

बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे की बैठकें

मुनीर का डर केवल बुलेटप्रूफ जैकेट तक ही सीमित नहीं है। उनकी सुरक्षा व्यवस्था में एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि जब वे आर्मी हेडक्वॉर्टर के अंदर कोई मीटिंग करते हैं, तो वे बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे बैठते हैं और यह शीशा उन्हें संभावित खतरों से बचाता है, जिससे वे अपेक्षाकृत सुरक्षित महसूस कर सकें। यह स्थिति पाकिस्तान के लोगों के लिए चिंता और उपहास का विषय बन गई है। वे अपने ही फील्ड मार्शल को इस तरह डरा हुआ देखकर सवाल उठा रहे हैं कि जो व्यक्ति अपने ही देश के सैन्य मुख्यालय में बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे छिपकर बैठता है, वह भारत जैसे शक्तिशाली देश से युद्ध कैसे लड़ेगा? यह सवाल पाकिस्तान की जनता के बीच व्यापक रूप से चर्चा का विषय बन गया है, और मुनीर की नेतृत्व क्षमता पर गंभीर प्रश्नचिह्न लगा रहा है।

वायरल वीडियो और जनता की प्रतिक्रिया

असीम मुनीर का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे पाकिस्तानी जवानों को आर्मी हेडक्वॉर्टर में संबोधित करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वे एक बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे बैठकर अपनी बात रख रहे हैं। इस वीडियो के सामने आने के बाद से पाकिस्तान के पत्रकार से लेकर आम नागरिक और यहां तक कि बच्चे भी मुनीर को 'डरा हुआ फील्ड मार्शल' कहकर संबोधित कर रहे हैं। पाकिस्तानी लोग अब अपने ही फील्ड मार्शल मुनीर को इस तरह डरा हुआ देखकर उनका मजाक उड़ा रहे हैं और इस स्थिति पर चुटकी ले रहे हैं। यह घटनाक्रम मुनीर की छवि को काफी नुकसान पहुंचा रहा। है और उनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहा है।

पत्रकारों की टिप्पणियां और सवालों के घेरे में मुनीर

पाकिस्तान की वरिष्ठ पत्रकार आरजू काजमी ने भी इस मामले पर अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा कि कराची में राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने। अपने संबोधन में आर्मी चीफ को लेकर बहुत कुछ कहा है। काजमी ने मुनीर को सलाह दी है कि वे जरदारी के चढ़ावे में न आएं। लोगों के बीच यह सवाल लगातार उठ रहा है कि आखिर मुनीर को किससे डर है? ऐसी कौन सी धमकी मिली है, जिसके कारण वे इतने अधिक भयभीत हो गए हैं और यह स्थिति पाकिस्तान के भीतर एक गंभीर सुरक्षा चिंता का विषय बन गई है, क्योंकि सेना प्रमुख की सुरक्षा और मानसिक स्थिति देश की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण होती है।

खौफ के साये में बदली जीवनशैली

मुनीर की इस दयनीय हालत को देखकर पाकिस्तान में लोग यहां तक दावा कर रहे हैं कि वे अब बंकर में रहने लगे हैं। उन्हें लगातार हमले का डर सता रहा है, जिससे उनकी सामान्य जीवनशैली बुरी तरह प्रभावित हुई है। इस संदर्भ में, पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ जिया उल हक की बम ब्लास्ट में हुई मौत का भी जिक्र किया जा रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि सैन्य प्रमुखों पर हमले का इतिहास रहा है। कहा जा रहा है कि मुनीर को जान से मारने की। धमकी दी गई है, और ये धमकियां केवल 'हवा हवाई' नहीं हैं। इन धमकियों के बाद उनकी सुरक्षा को अभूतपूर्व रूप से बढ़ा दिया गया है। विशेष रूप से, मुनीर की गाड़ी को बम से उड़ाने की धमकी ऐसी जगह से आई। है, जहां पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है, जिससे इस खतरे की गंभीरता और बढ़ जाती है।

पाकिस्तान का आर्मी चीफ मुनीर अब इतना अधिक खौफ के साये में जी रहा है कि उसकी जीवनशैली पूरी तरह से बदल गई है। वह अब न तो पहले की तरह आसानी से किसी से मिलता है और न ही खुले में घूमता है। अगर किसी से मिलना भी होता है, तो वह बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर ही मिलता है। आर्मी हेडक्वॉर्टर से मीटिंग करते समय भी वह बुलेटप्रूफ शीशे के पीछे बैठना पसंद करता है। ये सभी संकेत स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि मुनीर बहुत डरा हुआ है और जो पाकिस्तानी सेना का आर्मी चीफ कभी भारत को गीदड़भभकियां देता था, वह अब एक 'भीगी बिल्ली' बन गया है। यह स्थिति न केवल पाकिस्तान की सेना के मनोबल को प्रभावित कर रही है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान की छवि को कमजोर कर रही है। मुनीर का यह डर पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों और उसके नेतृत्व की कमजोरियों को उजागर करता है।