IND vs PAK / एशिया कप में भारत की जीत से तिलमिलाया पाकिस्तान, पीएम मोदी के बाद खेल मंत्री ने भी चिढ़ाया

एशिया कप 2025 फाइनल में भारत की जीत से पाकिस्तान बौखला गया। पीएम मोदी, किरेन रिजिजू और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने मजेदार पोस्ट्स से पाकिस्तान को चिढ़ाया। वहीं, पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भड़क उठे। विवादों के बीच भारत ने तीनों मैच जीते, लेकिन ट्रॉफी विवाद ने नई बहस छेड़ दी।

IND vs PAK: एशिया कप 2025 के फाइनल में भारतीय क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी। इस जीत ने न केवल भारतीय प्रशंसकों को उत्साह से भर दिया, बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान को भी तिलमिला दिया। भारतीय राजनेताओं ने इस जीत का जश्न मनाते हुए सोशल मीडिया पर तंज कसने में कोई कसर नहीं छोड़ी। खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा, "सरहद पे भी हराया, मैदान पे भी हराया।"

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जीत का जश्न मनाते हुए लिखा, "खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर, नतीजा वही, भारत जीत गया। हमारे क्रिकेटरों को बधाई।" केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इस मौके पर चुटकी ली और जसप्रीत बुमराह और हारिस रऊफ की एक तस्वीर साझा की, जिसमें बुमराह प्लेन गिरने का इशारा करते नजर आए। यह इशारा रऊफ के पिछले मैच में भारतीय प्रशंसकों को चिढ़ाने के जवाब में था, जब रऊफ ने भी ऐसा ही इशारा किया था। रिजिजू ने लिखा, "पाकिस्तान इसी तरह की सजा का हकदार है।"

पाकिस्तान की ओर से तीखी प्रतिक्रिया

भारत की इस जीत और भारतीय नेताओं की टिप्पणियों से पाकिस्तान में खलबली मच गई। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह क्रिकेट के जरिए सियासत कर रहे हैं। आसिफ ने अपनी एक्स पोस्ट में लिखा, "क्रिकेट की संस्कृति और भावना को नष्ट करके, मोदी अपनी राजनीति बचाने के लिए उपमहाद्वीप में शांति और समस्याओं के समाधान की संभावनाओं को खत्म कर रहे हैं। इस तरह शांति और सम्मान बहाल नहीं होता।"

विवादों में रहा एशिया कप 2025

एशिया कप 2025 शुरू से ही विवादों के घेरे में रहा। टूर्नामेंट की मेजबानी भारत को मिली थी, लेकिन पाकिस्तान ने भारत में खेलने से इनकार कर दिया। नतीजतन, टूर्नामेंट का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात में करना पड़ा। भारतीय पक्ष में भी कई लोग पाकिस्तान के साथ खेलने के खिलाफ थे। फिर भी, भारतीय टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ तीनों मैच खेले और हर बार जीत हासिल की। हालांकि, भारतीय खिलाड़ियों ने किसी भी मैच के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया, जिससे पाकिस्तान और नाराज हो गया। पाकिस्तान ने टूर्नामेंट से नाम वापस लेने की धमकी भी दी, लेकिन अंततः ऐसा नहीं हुआ।

ट्रॉफी विवाद ने बढ़ाई तनातनी

टूर्नामेंट के बाद एक और विवाद ने सुर्खियां बटोरीं। भारतीय टीम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। नकवी ने ट्रॉफी किसी अन्य अधिकारी को सौंपने के बजाय उसे अपने साथ ले जाना पसंद किया। इस घटना को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) में शिकायत दर्ज की है।