देश / पीएम मोदी ने लॉन्च किया उज्ज्वला योजना का दूसरा चरण, 1 करोड़ परिवार होंगे लाभान्वित

Zoom News : Aug 10, 2021, 04:17 PM
PM Ujjwala Yojana 2.0 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के महोबा जिले से 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के दूसरे चरण की शुरुआत की। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महोबा में मौजूद हैं। दूसरे चरण के 10 लाभार्थियों को प्रधानमंत्री द्वारा ऑनलाइन प्रमाण पत्र भी दिए गए। पीएम मोदी पहले चरण के अलग-अलग राज्यों के 5 लाभार्थियों के साथ ऑनलाइन बातचीत की। इसके बाद उन्होंने देश को संबोधित किया। 'प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना' के प्रथम चरण में उत्तर प्रदेश के गरीब परिवारों को कुल एक करोड़ 47 लाख 43 हजार 862 एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। उज्जवला योजना के पहले चरण की शुरुआत 1 मई 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से की गई थी।

उज्ज्वला 2.0 के तहत लाभार्थियों को जमा मुक्त एलपीजी कनेक्शन के साथ-साथ पहला रिफिल और हॉटप्लेट फ्री दिया जाएगा। साथ ही, इसमें नामांकन की प्रक्रिया के लिए न्यूनतम कागजी कार्रवाई की जरूरत होगी। उज्ज्वला 2.0 में प्रवासियों को राशन कार्ड या निवास प्रमाण-पत्र जमा करने की जरूरत नहीं होगी। ‘पारिवारिक घोषणा’ और ‘निवास  प्रमाण’ दोनों, के लिए स्वयं द्वारा एक घोषणा पर्याप्त है। उज्ज्वला 2.0 एलपीजी तक सभी की पहुंच के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को साकार करने में मदद करेगी।

Ujjwala Yojana 2.0 : पीएम मोदी कही ये बातें

पीएम मोदी ने कहा कि आज उज्ज्वला योजना के अगले चरण में कई बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन और गैस चूल्हा मिल रहा है। मैं सभी लाभार्थियों को फिर से बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज मैं बुंदेलखंड की एक और महान संतान को याद कर रहा हूं। मेजर ध्यान चंद, हमारे दद्दा ध्यानचंद। देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम अब मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार हो गया है। मुझे पूरा विश्वास है कि ओलंपिक में हमारे युवा साथियों के अभूतपूर्व प्रदर्शन की बीच खेल रत्न के साथ जुड़ा दद्दा का ये नाम लाखों करोड़ों युवाओं को प्रेरित करेगा। इस बार हमने देखा है कि ऑलंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने मेडल तो जीते ही, अनेक खेलों में दमदार प्रदर्शन करके भविष्य का संकेत भी दे दिया है।

पीएम ने कहा कि बीते साढ़े सात दशकों की प्रगति को हम देखते है तो हमें जरूर लगता है कि कुछ स्थितियां, कुछ हालात ऐसे हैं जिनको कई दशक पहले बदला जा सकता था। घर, बिजली, पानी, शौचालय, गैस, सड़क, अस्पताल, स्कूल, ऐसी अनेक मूल आवश्यकताएं है जिनकी पूर्ति के लिए दशकों का इंतजार देशवासियों को करना पड़ा, ये दु:खद है।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी बेटियां घर और रसोई से बाहर निकलकर राष्ट्रनिर्माण में व्यापक योगदान तभी दे पाएंगी, जब पहले घर और रसोई से जुड़ी समस्याएं हल होंगी। इसलिए, बीते 6-7 सालों में ऐसे हर समाधान के लिए मिशन मोड पर काम किया गया है।

पीएम मोदी ने कहा कि बहनों के स्वास्थ्य, सुविधा और सशक्तिकरण के इस संकल्प को उज्ज्वला योजना ने बहुत बड़ा बल दिया है। योजना के पहले चरण में 8 करोड़ गरीब, दलित, वंचित, पिछड़े, आदिवासी परिवारों की बहनों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना में 2 करोड़ से अधिक गरीबों के पक्के घर बने हैं। इन घरों में अधिकतर मालिकाना हक महिलाओं का है। हमने हजारों किमी ग्रामीण सड़कें बनाई, तो सौभाग्य योजना के जरिए करीब 3 करोड़ गरीब परिवारों को बिजली कनेक्शन दिया।

पीएम मोदी ने काह कि बुंदेलखंड सहित पूरे यूपी और दूसरे राज्यों के हमारे अनेक साथी, काम करने के लिए गांव से शहर जाते हैं, दूसरे राज्य जाते हैं। लेकिन वहां उनके सामने एड्रेस के प्रमाण की समस्या आती है। ऐसे ही लाखों परिवारों को उज्ज्वला 2.0 योजना सबसे अधिक राहत देगी। अब मेरे श्रमिक साथियों को एड्रेस के प्रमाण के लिए इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं है। सरकार को आपकी ईमानदारी पर पूरा भरोसा है। आपको अपने पते का सिर्फ एक सेल्फ डेक्लेरशन, यानि खुद लिखकर देना है और आपको गैस कनेक्शन मिल जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार का प्रयास इस दिशा में भी है कि आपकी रसोई में पानी की तरह गैस भी पाइप से आए। ये गैस सिलेंडर के मुकाबले बहुत सस्ती भी होती है। उत्तर प्रदेश सहित पूर्वी भारत के अनेक जिलों में PNG कनेक्शन देने का काम तेजी से चल रहा है।

पीएम ने कहा कि अब देश मूल सुविधाओं की पूर्ति से, बेहतर जीवन के सपने को पूरा करने की तरफ बढ़ रहा है। समर्थ और सक्षम भारत के इस संकल्प को हमें मिलकर सिद्ध करना है। इसमें बहनों की विशेष भूमिका होने वाली है।

इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उज्ज्वला योजना के द्वितीय चरण के शुभारंभ के लिए उत्तर प्रदेश को चुनने के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उज्ज्वला योजना 1.0 के अंतर्गत मातृशक्ति को 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं। उज्ज्वला 2.0 के तहत 1 करोड़ अतिरिक्त कनेक्शन प्रदान करने का निर्णय स्वच्छ रसोई ईंधन की उपलब्धता व जीवन स्तर को और सरल बनाएगा।

सीएम योगी ने कहा कि उज्ज्वला योजना के माध्यम से पर्यावरण को लाभ हुआ वहीं करोड़ों महिलाओं के जीवन में बदलावा आया। उत्तर प्रदेश के डेढ़ करोड़ परिवारों को पहले चरण में इसका लाभ मिला। आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से कोरोना कालखंड में भी 6 महीने तक मुफ्त में रसोई गैस के सिलेंडर उपलब्ध कराए गए। पीएम उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण की आज शुरुआत हो रही है, वो सचमुच में नारी की गरिमा और उनके स्वास्थ्य की रक्षा के साथ आपके द्वारा दिया गया अनुपम उपहार है। उड़ान योजना के तहत चित्रकूट व ललितपुर में भी एयरपोर्ट बनाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि दिसंबर 2021 तक बुंदेलखंड में पाइपलाइन से पेयजल और हर घर नल की योजना को पूरा कर पाएंगे। ये सब आपकी प्रेरणा से संभव हो रहा है। उज्ज्वला योजना की मदद से आज मिट्टी के तेल की खपत कम हुई है, जिससे यूपी सरकार को 1,500 करोड़ रुपये की बचत हुई है।

उज्ज्वला 1.0 से उज्ज्वला 2.0 तक का सफर

वर्ष 2016 में शुरू किए गए उज्ज्वला योजना 1.0 के दौरान, गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले परिवारों की 5 करोड़ महिला सदस्यों को एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया था। इसके बाद, अप्रैल 2018 में इस योजना का विस्तार कर इसमें सात और श्रेणियों (अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति, पीएमएवाई, एएवाई, अत्यंत पिछड़ा वर्ग, चाय बागान, वनवासी, द्वीप समूह) की महिला लाभार्थियों को शामिल किया गया। साथ ही, इसके लक्ष्य को संशोधित कर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया। इस लक्ष्य को निर्धारित तिथि से सात महीने पहले अगस्त 2019 में ही हासिल कर लिया गया।

वित्तीय वर्ष 21-22 के केन्द्रीय बजट में पीएमयूवाई योजना के तहत एक करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन के प्रावधान की घोषणा की गई थी। इन एक करोड़ अतिरिक्त पीएमयूवाई कनेक्शन (उज्ज्वला 2.0 के तहत) का उद्देश्य कम आय वाले उन परिवारों को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना है, जिन्हें पीएमयूवाई के पहले चरण के तहत शामिल नहीं किया जा सका था।

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