Nuh-Haryana / नूंह में RAF और CRPF के जवानों ने संभाला मोर्चा- CM बोले- नहीं बख्शे जाएंगे दोषी

Zoom News : Jul 31, 2023, 10:35 PM
Nuh-Haryana: हरियाणा का मेवात क्षेत्र सोमवार को उस समय जल उठा जब दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक होमगार्ड की मौत हो गई. वहीं, एक इंस्पेक्टर के पेट में गोली लगी है तो एक डीएसपी के सिर पर गंभीर चोट आई है. जानकारी के मुताबिक, दोपहर के वक्त शोभायात्रा को लेकर दो गुटों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई और 40 से अधिक गाड़ियों को फूंक दिया गया. तनाव को देखते हुए नूंह जिले में इंटरनेट और SMS पर रोक लगा दी गई है. तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए नूंह के उपायुक्त ने आज रात 8:30 बजे दोनों पक्षों की अहम बैठक बुलाई थी.

बवाल के बाद अब रैपिड एक्शन फ़ोर्स और केंद्रीय सुरक्षा बल ने मोर्चा संभाल लिया है। जानकारी के अनुसार, नूंह में RAF की 20 कंपनी तैनात की गई हैं। इसके साथ ही CRPF के जवानों को भी मौके पर तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि अब स्थिति नियंत्रण में है। इसके साथ ही मौके पर हरियाणा पुलिस के जवानों के रिजर्व बटालियन को भी तैनात किया गया है। वहीं हिंसा को पूरी तरह से काबू में करने के लिए विभिन्न जिलों के 4 एसपी को भेजा गया है।

आज की घटना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण- सीएम खट्टर 

वहीं इस पूरे बवाल के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने उपद्रवियों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, "आज की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, मैं सभी लोगों से राज्य में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।" वहीं इससे पहले मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने नूंह में धारा 144 लागू कर दी और पूरे इलाके में इंटरनेट भी बंद कर दिया।

राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने इस मामले में कहा कि इलाके में पर्याप्त संख्या में बल तैनात किया जा रहा है. हमने इस मामले में केंद्र से भी बात की है. हम वहां लगातार शांति बहाली की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि जहां-जहां लोग फंसे हुए हैं उनका रेस्क्यू किया जा रहा है. लोगों से शांति बहाल करने की अपील की जा रही है. फिलहाल इंटरनेट बंद कर दिया गया है.

हिंसा का मास्टरमाइंड कौन और कहां छिपा है?

नूंह जिले में हुई हिंसा का मास्टरमाइंड कौन है और वह कहां छिपा हुआ है? उपद्रवियों ने आज सोमवार दोपहर को शोभायात्रा के दौरान सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी. कुछ लोगों ने गाड़ी को ही पलट दिया और उसमें तोड़फोड़ की. उपद्रव के कई वीडियो वायरल हो गए हैं. हिंसा में कई पुलिस वाले घायल भी हो गए.

फिलहाल अलग-अलग वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है. शांति बनाए रखने के लिए पुलिस को इलाके में फ्लैग मार्च करना पड़ा. नूंह से सटे सोहना में भी स्थिति बहुत खराब है. यहां पर भी आगजनी का शिकार हुए ट्रक दिख रहे हैं जबकि बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ सड़क पर दिख रही है. यहां पर स्थिति तनावपूर्ण बताई जा रही है.

विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल हरियाणा की अगुवाई में ब्रज मंडल मेवात जलाभिषेक धार्मिक यात्रा सोमवार को नलेश्वर शिव मंदिर से शुरू हुई. यात्रा में शामिल होने के लिए हरियाणा के अलावा पड़ोस के अन्य राज्यों से भी लोग पहुंचे. यह यात्रा पिछले 3 साल से मेवात जिले में निकाली जा रही है.

मोनू मानेसर के वीडियो से बढ़ा विवाद

यात्रा को लेकर विवाद तब शुरू हुआ जब राजस्थान के नासिर और जुनैद हत्याकांड के आरोपी मोनू मानेसर की ओर से सोशल मीडिया पर वीडियो डाला गया जिसमें उसकी ओर से दावा किया गया कि वह इस यात्रा में खुद शामिल होगा. इस यात्रा में उसके शामिल होने को लेकर मेवात और नूंह इलाके में विवाद छिड़ गया.

मुस्लिम पक्ष की ओर से कहा गया कि जिस मोनू मानेसर की वजह से मेवात में माहौल खराब हो रहा है और जो नासिर-जुनैद हत्याकांड में शामिल रहा है, उसे इस यात्रा में शामिल नहीं होने देना चाहिए. इस पक्ष ने यह भी कहा कि अगर वो इलाके में आया तो उसे घुसने नहीं दिया जाएगा.

कुछ मुस्लिम युवकों ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी करके कहा कि यात्रा हर साल निकलती है और यात्रा से हमको ऐतराज नहीं है लेकिन मोनू मानेसर जैसा व्यक्ति खुलेआम चुनौती देकर इस यात्रा में शामिल होने की बात कर रहा है इसलिए वो इसका विरोध करेंगे.

हालांकि इस यात्रा में मोनू मानेसर शामिल हुआ या नहीं, इसको लेकर किसी तरह की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन जब यह यात्रा मंदिर से निकल कर फिरोजपुर झिरका की तरफ बढ़ रही थी तो रास्ते में एक चौराहे पर मौजूद दूसरे पक्ष के लोगों ने यात्रा पर पथराव कर दिया और उसके बाद पूरा बवाल मच गया.

सरकार ने जारी की चेतावनी 

नूंह में मचे बवाल के बाद अब पूरे प्रदेश की पुलिस एक्टिव हो गई है। सरकार ने आमजन से अपील की है कि सोशल मीडिया पर कोई भी ऐसी पोस्ट ना डालें जिससे किसी व्यक्ति की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचती हो या धार्मिक सौहार्द को खतरा पैदा हो। इसके साथ सरकार ने कहा है कि किसी भी तरह की अमर्यादित भाषा, किसी व्यक्ति विशेष, जाति, धर्म संप्रदाय को आहत करने की मंशा से पोस्ट के रूप में कोई भी वीडियो,फोटो या अभिलेख न डालें। अगर किसी व्यक्ति अथवा संस्था द्वारा कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट डाली गई तो उसके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।  

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