Farmers Protest / गाजीपुर में रो पड़े राकेश टिकैत, कानून वापस नहीं तो कर लूंगा आत्महत्या

Zoom News : Jan 28, 2021, 07:38 PM
Farmers Protest: दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब दो महीनों ने यूपी गेट और गाजीपुर बॉर्डर डेरा डालकर बैठे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। इसके लिए धरनास्थलों के बिजली-पानी काटकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बढ़ी तादाद को देखकर किसान आशंकित दिख रहे हैं। वहीं, राकेश टिकैत के भाषण में बल पूर्वक हटाए जाने का डर दिख रहा है। किसान नेता आगे की रणनीति को लेकर आपस में बैठक कर रहे हैं। 

- राकेश टिकैत ने कहा कि हम यहीं बैठे रहेंगे, गांव से पानी आएगा तभी पीऊंगा। देश ने मुझे झंडे दिए तो पानी भी देगा।

- राकेश टिकैत ने कहा कि हम अपना धरना-प्रदर्शन जारी रखेंगे और सरकार से बातचीत होने तक धरनास्थल खाली नहीं करेंगे। प्रशासन ने पानी और बिजली की आपूर्ति सहित बुनियादी सुविधाओं को हटा दिया है। हमें अपने गांवों से पानी मिलेगा।

- गाजीपुर : प्रशासन द्वारा पानी और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं हटाए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अनशन शुरू करने का ऐलान किया। 

- राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे साथ अत्याचार किया जा रहा है। कृषि कानून वापस नहीं हुए तो वह आत्महत्या कर लेंगे।

- गाजीपुर : भावुक होकर रोते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसान को मारने की कोशिश की जा रही है। मैं किसान को बर्बाद नहीं होने दूंगा।

- किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जबर्दस्ती से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा। जब तक सांस चलेगी तब तक लड़ेंगे। अभी हमारी कोई योजना नहीं है। अभी हम मीटिंग करेंगे। पता नहीं सरकार क्या-क्या षड्यंत्र करती है।

- किसानों के धरने के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर जुटे स्थानीय लोग, पुलिस से धरनास्थल खाली कराने की अपील कर नारेबाजी कर रहे हैं लोग। 

- उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी डीएम और एसएसपी को आदेश दिया है कि वे राज्य में सभी किसान आंदोलन समाप्त करें: सरकारी अधिकारी

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