Coronavirus / कोविड वार्ड की हकीकत... टूटी आई शील्ड और फटी हुई निकली पीपीई किट

मेरठ में मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में आई शील्ड टूटी है, कैंची में जंग लगा है और पीपीई किट फटी हुई है, इसमें चेन भी नहीं है। मंगलवार को सोशल मीडिया पर इनके फोटो वायरल हुए। बताया जा रहा है मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी कर रहा स्टाफ खराब क्वालिटी के उपकरणों से परेशान है। हालांकि वह इसकी शिकायत लिखित में नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें कार्रवाई होने का डर है।

Coronavirus: मेरठ में मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में आई शील्ड टूटी है, कैंची में जंग लगा है और पीपीई किट फटी हुई है, इसमें चेन भी नहीं है। मंगलवार को सोशल मीडिया पर इनके फोटो वायरल हुए। बताया जा रहा है मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 वार्ड में ड्यूटी कर रहा स्टाफ खराब क्वालिटी के उपकरणों से परेशान है। हालांकि वह इसकी शिकायत लिखित में नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें कार्रवाई होने का डर है। मौखिक रूप से वह मेडिकल के अधिकारियों को इस बाबत जानकारी दे चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।

कोविड वार्ड का स्टाफ आंखों को सुरक्षित रखने के लिए विशेष डिजाइन का बड़ा चश्मा लगाते हैं। शरीर को सुरक्षित रखने के लिए पीपीई किट पहनते हैं। हालांकि पीपीई किट एक बार पहनने के बाद उसे दोबारा इस्तेमाल नहीं किया जाता है। लेकिन इन पीपीई किट की क्वालिटी इतनी खराब है कि पहनते वक्त ही यह फट जा रही हैं। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसके गर्ग का कहना है कि यह सामान शासन की तरफ से लखनऊ से आया है। इस संबंध में मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव को भी अवगत करा दिया गया है कि इनकी क्वालिटी खराब है।