एशेज 2025-26 में ऑस्ट्रेलियाई टीम का प्रदर्शन अब तक बेहद शानदार रहा है, जहां उन्होंने शुरुआती तीन। मुकाबलों में इंग्लैंड पर दबदबा बनाते हुए सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने एशेज ट्रॉफी को भी सफलतापूर्वक अपने पास बरकरार रखा है। इस प्रभावशाली प्रदर्शन में तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और अब उनके पास बॉक्सिंग-डे टेस्ट में एक बड़ा मुकाम हासिल करने का सुनहरा अवसर है और मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर 26 दिसंबर को होने वाले इस मुकाबले में स्टार्क वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बनने की कगार पर हैं।
एशेज में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा और स्टार्क का योगदान
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एशेज 2025-26 में अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए। एडिलेड में खेले गए तीसरे मुकाबले को भी अपने नाम कर लिया। इस जीत ने उन्हें सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त दिला दी है, जिससे एशेज ट्रॉफी उनके पास ही रहेगी। अब टीम की नजरें बाकी बचे दोनों मुकाबलों को जीतकर सीरीज में क्लीन स्वीप करने पर टिकी हैं। इस लक्ष्य को हासिल करने में मिचेल स्टार्क की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है। स्टार्क ने शुरुआती तीन मुकाबलों में अपनी धारदार गेंदबाजी से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है, और उनका प्रदर्शन टीम की सफलता का एक प्रमुख कारण रहा है। उनकी गति और स्विंग ने विपक्षी टीम के लिए लगातार मुश्किलें खड़ी की हैं, जिससे ऑस्ट्रेलिया को महत्वपूर्ण विकेट मिले हैं।
मिचेल स्टार्क के पास बॉक्सिंग-डे टेस्ट में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने का मौका है। वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बन सकते हैं। डब्ल्यूटीसी के शुरू होने के बाद से, सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाजों की सूची में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों का दबदबा रहा है। इस सूची में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस, स्पिनर नाथन लियोन और तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क शीर्ष पर रहे हैं। अब तक, केवल ये तीन गेंदबाज ही डब्ल्यूटीसी के इतिहास में 200 या उससे अधिक विकेट लेने में सफल रहे हैं, जो उनकी निरंतरता और प्रभावशीलता को दर्शाता है। स्टार्क के लिए यह एक ऐसा अवसर है जो उन्हें इन दिग्गजों से भी आगे ले जा सकता है।
विकेटों की दौड़ में स्टार्क की स्थिति
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की मौजूदा सूची में मिचेल स्टार्क 213 विकेट के साथ तीसरे नंबर पर हैं और उनसे आगे दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस हैं, जिन्होंने 221 विकेट हासिल किए हैं। इस सूची में शीर्ष पर अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन हैं, जिनके नाम 224 विकेट दर्ज हैं। हालांकि, बॉक्सिंग-डे टेस्ट से पहले एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुआ है। पैट कमिंस और नाथन लियोन दोनों ही इस महत्वपूर्ण मुकाबले से बाहर हो चुके हैं। यह स्थिति मिचेल स्टार्क के लिए एक अद्वितीय अवसर प्रस्तुत करती है और उन्हें नंबर-1 की कुर्सी पर कब्जा करने के लिए केवल 12 विकेट की आवश्यकता है, जो उनके मौजूदा फॉर्म को देखते हुए असंभव नहीं लगता।
सीरीज में स्टार्क का शानदार प्रदर्शन
इंग्लैंड के खिलाफ चल रही एशेज 2025-26 सीरीज में मिचेल स्टार्क का प्रदर्शन असाधारण रहा है। वह अब तक तीन मुकाबलों में खेलते हुए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। स्टार्क ने 95. 5 ओवर की गेंदबाजी की है और 17. 05 के शानदार औसत से कुल 22 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उन्होंने दो बार एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा भी किया है, जो उनकी मैच जिताने की क्षमता को दर्शाता है। उनके इस शानदार फॉर्म को देखते हुए, बॉक्सिंग-डे टेस्ट में पैट कमिंस और नाथन लियोन को पीछे छोड़कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में नंबर-1 गेंदबाज बनना उनके लिए बहुत मुश्किल काम नहीं दिख रहा है और उनकी गति, स्विंग और सटीक लाइन-लेंथ ने उन्हें इस सीरीज में एक प्रमुख हथियार बनाया है।
बॉक्सिंग-डे टेस्ट का महत्व
बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच क्रिकेट कैलेंडर में एक विशेष स्थान रखता है, खासकर मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर। यह मैच दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों द्वारा उत्सुकता से देखा जाता है। मिचेल स्टार्क के लिए, यह सिर्फ एक और टेस्ट मैच नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जहां वह अपने करियर की एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर सकते हैं। अपने घरेलू मैदान पर, हजारों दर्शकों के सामने, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बनना उनके लिए एक अविस्मरणीय क्षण होगा। यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास में भी उनका नाम दर्ज करेगी।
आगे की राह और उम्मीदें
ऑस्ट्रेलियाई टीम बॉक्सिंग-डे टेस्ट में क्लीन स्वीप की अपनी उम्मीदों को पूरा करने के लिए स्टार्क पर बहुत अधिक निर्भर करेगी और उनकी क्षमता और मौजूदा फॉर्म को देखते हुए, टीम को उनसे एक और शानदार प्रदर्शन की उम्मीद है। यदि स्टार्क इस मैच में अपेक्षित विकेट हासिल करने में सफल रहते हैं, तो वह न केवल एक व्यक्तिगत रिकॉर्ड बनाएंगे, बल्कि टीम को सीरीज में अपनी अजेय बढ़त को और मजबूत करने में भी मदद करेंगे और यह उपलब्धि उन्हें टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक प्रमुख तेज गेंदबाज के रूप में स्थापित करेगी, और आने वाले समय में भी उनसे इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद की जाएगी।