Zoom News : Apr 08, 2021, 04:51 PM
Africa: कोरोना वायरस एक बार फिर से कहर बनकर टूट रहा है। दुनियाभर के कई देशों में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी तेज है। इसी बीच अफ्रीका में सेक्स वर्कर्स ने धरना प्रदर्शन और हड़ताल शुरू कर दी। उनकी मांग है कि कोरोना वायरस वैक्सीन की प्राथमिकता सूची में इनको भी शामिल किया जाए। दरअसल, कोरोना वैक्सीन देने के क्रम में कई देशों में प्राथमिकताएं तय कर रखी हैं। उसी आधार पर टीकाकरण अभियान किया जा रहा है। ताइपे टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ब्राजील के दक्षिणपूर्व शहर बेलो होरिजोंटे में सेक्स वर्कर्स एक सप्ताह के धरना प्रदर्शन पर बैठी हुई हैं।
इन सेक्स वर्कर्स की मांग है कि कोरोना वायरस वैक्सीन की प्राथमिकता सूची में इनको भी शामिल किया जाए और वैक्सीन दी जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, जिस बेलो होरिजोंटे शहर में ये प्रदर्शन कर रही हैं, उसी शहर में कोरोना महामारी को देखते हुए होटल बंद कर दिए गए थे और इनको किराए पर कमरे लेने पड़े थे। मिनास गैरेस राज्य संघ की अध्यक्ष सीडा विएरा ने कहा कि हम फ्रंटलाइन में खड़े हैं, हम भी फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं। उन्होंने कहा कि हमें भी वैक्सीन की खुराक लेने की जरूरत है। विएरा भी अपनी साथी महिलाओं के साथ धरना प्रदर्शन करती नजर आईं। वहीं धरने पर बैठी एक वर्कर ने कहा कि हम प्राथमिक समूह का एक हिस्सा हैं क्योंकि हम हर दिन अलग-अलग लोगों से मुलाकात करते हैं और अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं। एक अन्य सेक्स वर्कर ने कहा कि सरकार ने पहले ही स्वास्थ्य कर्मचारियों, अध्यापकों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को वैक्सीन लगाने के प्राथमिक समूह में शामिल किया हुआ है। इसलिए हमारी मांग है कि हमें भी प्राथमिकता में शामिल किया जाए।
इन सेक्स वर्कर्स की मांग है कि कोरोना वायरस वैक्सीन की प्राथमिकता सूची में इनको भी शामिल किया जाए और वैक्सीन दी जाए। रिपोर्ट के मुताबिक, जिस बेलो होरिजोंटे शहर में ये प्रदर्शन कर रही हैं, उसी शहर में कोरोना महामारी को देखते हुए होटल बंद कर दिए गए थे और इनको किराए पर कमरे लेने पड़े थे। मिनास गैरेस राज्य संघ की अध्यक्ष सीडा विएरा ने कहा कि हम फ्रंटलाइन में खड़े हैं, हम भी फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं। उन्होंने कहा कि हमें भी वैक्सीन की खुराक लेने की जरूरत है। विएरा भी अपनी साथी महिलाओं के साथ धरना प्रदर्शन करती नजर आईं। वहीं धरने पर बैठी एक वर्कर ने कहा कि हम प्राथमिक समूह का एक हिस्सा हैं क्योंकि हम हर दिन अलग-अलग लोगों से मुलाकात करते हैं और अपने जीवन को जोखिम में डालते हैं। एक अन्य सेक्स वर्कर ने कहा कि सरकार ने पहले ही स्वास्थ्य कर्मचारियों, अध्यापकों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को वैक्सीन लगाने के प्राथमिक समूह में शामिल किया हुआ है। इसलिए हमारी मांग है कि हमें भी प्राथमिकता में शामिल किया जाए।