अहमदाबाद / स्मृति ईरानी ने गुजरात के कार्यक्रम में तलवारों के साथ किया डांस, सामने आया वीडियो

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी का गुजरात के भावनगर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में तलवारों के साथ डांस करते वीडियो सामने आया है। इस दौरान उनके साथ स्टेज पर कई और लड़कियां पारंपरिक परिधानों में डांस करती दिख रही हैं। दरअसल, यह गुजरात और राजस्थान का एक चर्चित सांस्कृतिक लोक नृत्य है जिसे 'तलवार रास' कहा जाता है।

अहमदाबाद. उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से सांसद (Amethi MP) और केंद्रीय कपड़ा एवं महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) शुक्रवार को गुजरात (Gujarat) के एक कार्यक्रम में कुछ अलग अंदाज में दिखाई दीं. स्मृति ईरानी ने भावनगर में स्वामीनारायण गुरुकुल मूर्ति स्थापना महोत्सव में बच्चों के साथ तलवार डांस किया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने दोनों हाथों में तलवार लेकर करतब भी दिखाए. स्मृति ईरानी का तलवार के साथ किया गया डांस का वीडियो सोशल मीडिया (social media) पर तेजी से वायरल (Video viral) होने लगा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भावनगर में स्वामीनारायण गुरुकुल मूर्ति स्थापना महोत्सव में बच्चे पारंपरिक कार्यक्रम पेश कर रहे थे. कार्यक्रम के दौरान 'तलवार रास' नामक पारंपरिक नृत्य के दौरान वहां मौजूद बच्चों ने स्मृति ईरानी को भी इसके साथ जुड़ने का अनुरोध किया. इसके बाद स्मृति ईरानी मंच पर पहुंची और उन्होंने तलवार के साथ बच्चों का साथ दिया. 'तलवार रास' गुजरात और राजस्थान का लोकप्रिय नृत्य है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में देखा जा सकता है कि स्मृति ईरानी बच्चियों के साथ मंच पर ताल से ताल मिलाती नजर आ रही हैं. नृत्य के दौरान मंच पर बच्चियां जिस तरह का स्टेप करती है, स्मृति ईरानी भी उसकी कॉपी करने की कोशिशत करती हैं. इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि स्मृति ईरानी दोनों हाथों में तलवार लेकर करतब भी कर रही हैं. कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी भी मौजूद थे.

स्मृति ईरानी के इस तरह से तलवार डांस देख ट्विटर पर इस वीडियो को खूब शेयर किया जा रहा है. सेहाना ने इस वीडियो को ट्वीट करते लिखा है. फूल नहीं चिंगारी है, ये भारत की नारी है.

केंद्रीय कपड़ा एवं महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी की तारीफ करते हुए पायल मेहता ने लिखा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने खेला तलवार रास. भावनगर में स्वामीनारायण गुरुकुल के प्रतिष्ठा महोत्सव में हिस्सा लेने आयीं.