Jansatta : Sep 08, 2019, 03:23 PM
नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों ने अपने ऑफिस को फाइव स्टार बनाने में करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च किए हैं। स्मृति ईरानी, चाैधरी बिरेंदर सिंह, मुख्तार अब्बास नकवी, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, उपेंद्र कुशवाहा, राम शंकर कठेरिया, जेपी नड्डा, संवर जाट और जितेंद्र सिंह जैसे मंत्रियों ने लाखों रुपए खर्च कर अपने ऑफिस को सजाया। इकॉनमिक टाइम्स को मिले एक आरटीआई के जवाब के मुताबिक, स्मृति ईरानी के मंत्री रहते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने सिर्फ ऑफिस रेनावेशन (कार्यालय का रंग रोगन) पर ही 1.16 करोड़ रुपए खर्च कर डाले। इसमें से 70 लाख ईरानी के ऑफिस, जबकि 40 लाख रुपए से ज्यादा उनके दो जूनियर मंत्रियों के कार्यालय पर खर्च हुआ। ईरान के ऑफिस में एक नए कांफ्रेंस रूम को बनाने में काफी सारा पैसा खर्च किया गया। हाल ही में हुए कैबिनेट फेरबदल में ईरानी को एचआरडी से हटाकर टेक्सटाइल्स और सिंह को ग्रामीण विकास से हटाकर स्टील मंत्रालय दे दिया गया था। कठेरिया और जाट को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया गया।जहां राठौड़ (सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री), हंसराज अहीर (रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री) और विष्णु देव साई (खान राज्यमंत्री) ने रेनोवेशन पर खूब खर्च किया, वहीं उनके वरिष्ठ मंत्रियों ने एक रुपया भी कार्यालय पर नहीं खर्चा। इसी तरह अल्पसंख्यक मामलों की पूर्व मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने रेनोवेशन पर कुछ खर्च नहीं किया, जबकि उनके जूनियर नकवी ने 14 लाख खर्च किए। सरकारी डाटा के मुतबिक 7,000 के डस्टबिन नकवी के मंत्रालय द्वारा खरीदे गए। नकवी ने ET से कहा कि वह ऐसी किसी जानकारी से अनभिज्ञ हैं, मगर जब उन्होंने पद संभाला था तो कार्यालय ‘खंडहर’ जैसी स्थिति में था।व्यय विभाग की गाइडलाइंस के मुताबिक, मंत्री के आवास स्थित कार्यालय के फर्नीचर और फर्निशिंग पर 2 लाख रुपए, इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज पर 1 लाख रुपए खर्च किए जा सकते हैं। यह सीमा सचिवालय में मंत्रालय के ऑफिस के लिए बढ़ाई गई है। वहां पर मंत्री फर्नीचर और फर्निशिंग पर 6.5 लाख रुपए, इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज पर 1.5 लाख रुपए तक खर्च कर सकता है। नए कार्यालय के निर्माण के लिए कोई सीमा तय नहीं की गई है।दिलचस्प बात यह है कि मोदी सरकार के चार सबसे सीनियर मंत्रियों- गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ऑफिस रेनोवेशन पर एक भी पैसा खर्च नहीं किया है।