COVID-19 / कोरोना के डर से इस देश में खेलों पर रोक लेकिन सेक्स वर्कर्स को दी गई मंजूरी

AajTak : May 29, 2020, 12:50 PM
दिल्ली:  कोरोना वायरस के बीच स्विट्जरलैंड में सेक्स वर्कर्स को वापस काम शुरू करने की इजाजत मिल गई है। यहां की सरकार ने फैसला किया है कि सेक्स वर्कर्स अपने काम पर जल्द लौट सकती हैं लेकिन जूडो, बॉक्सिंग और कुश्ती जैसे शारीरिक संपर्क वाले खेलों पर प्रतिबंध जारी रहेगा। सरकार के फैसले में इस विरोधाभास को लेकर लोग हैरानी जता रहे हैं।

स्विट्जरलैंड में जिस्मफरोशी का कारोबार कानूनी रूप से वैध है और इसे 6 जून से फिर से शुरू किया जाएगा। इसके अलावा, सरकार ने यहां सिनेमाघरों, नाइटक्लब और सार्वजनिक पूल को भी खोलने की घोषणा कर दी है। हालांकि, कोरोना वायरस के प्रसार को देखते हुए नजदीकी संपर्क वाली खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।

नए उपायों के साथ इस घोषणा से करीब 20,000 सेक्स वर्कर्स प्रभावित होंगे। हालांकि स्विस स्वास्थ्य मंत्री एलेन बर्सेट ने सेक्स वर्क को मंजूरी देने के बाद कहा कि वह अपने फैसले के विरोधाभास को मानते हैं।There 

एलेन बर्सेट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मे कहा,  'निश्चित रूप से इसमें कुछ हद तक लोग व्यक्तिगत रूप से संपर्क में आएंगे लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा नामुमिकन नहीं है। मैं अपने जवाब के अजीब पहलू से अच्छी तरह वाकिफ हूं। आपको सच बताऊं तो इरॉटिक सर्विसेज को और पहले ही शुरू किया जा सकता था।

इटली और फ्रांस जैसे पड़ोसी देश होने के बावजूद स्विट्जरलैंड में कोरोना वायरस के मामले अचानक से कम होने शुरू हो गए। नई रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह यहां 85 लाख लोगों के देश में संक्रमण के नए मामले प्रति दिन  20 से कम थे।

स्विट्जरलैंड यूरोप का पहला देश है था जिसने इस महीने की शुरुआत में दुकानों, रेस्टोरेंट और स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया और सोशल डिस्टेंसिंग में भी ढील दी।

6 जून से मिलने वाली इस छूट में सार्वजनिक जगहों पर 30 से अधिक और किसी समारोह में 300 से ज्यादा लोग जमा नहीं हो सकते हैं।

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