Stock Market / बाजार से निवेशकों को मिला फेस्टिव जैकपॉट, 4 दिन में कमाए 10 लाख करोड़

भारतीय शेयर बाजारों में लगातार चौथे सत्र में तेजी दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को चार दिनों में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक का फायदा हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी में 2.75% से ज्यादा की बढ़त देखी गई, जिसका मुख्य कारण विदेशी बाजारों में तेजी, एफआईआई निवेश और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट है।

भारतीय शेयर बाजारों ने दिवाली के मौके पर निवेशकों को बड़ा तोहफा दिया है। सोमवार को लगातार चौथे सत्र में बढ़त दर्ज की गई, जिससे निवेशकों की संपत्ति। में चार दिनों के भीतर 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक का इजाफा हुआ। इस दौरान प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में 2 और 75 प्रतिशत से अधिक की तेजी देखने को मिली है।

तेजी के प्रमुख कारण

बाजार जानकारों के अनुसार, शेयर बाजार में इस शानदार तेजी के कई कारण हैं, जिनमें विदेशी बाजारों में सकारात्मक रुझान, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा निवेश में वृद्धि, कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपये में मजबूती प्रमुख हैं। इन कारकों ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया और बाजार को ऊपर धकेला।

सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन

सोमवार को सेंसेक्स 411 और 18 अंक या 0. 49 प्रतिशत बढ़कर 84,363. 37 पर बंद हुआ, जबकि दिन के कारोबार के दौरान यह 84,656 और 56 तक पहुंच गया था। चार कारोबारी दिनों में सेंसेक्स में कुल 2,333. 39 अंकों की बढ़त दर्ज की गई, जो 2. 84 प्रतिशत का इजाफा है और इसी तरह, निफ्टी 133. 30 अंक या 0. 52 प्रतिशत बढ़कर 25,843 और 15 पर बंद हुआ और चार दिनों में 697. 65 अंकों यानी 2 और 77 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक जैसे दिग्गजों के शेयरों में शानदार प्रदर्शन ने इस तेजी में अहम भूमिका निभाई, जबकि आईसीआईसीआई बैंक में मुनाफावसूली ने कुछ हद तक बढ़त को सीमित किया।

विदेशी बाजारों का हाल और एफआईआई निवेश

एशिया के अन्य प्रमुख बाजार जैसे दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हेंगसेंग भी बढ़त के साथ बंद हुए, जिससे वैश्विक स्तर पर सकारात्मक माहौल बना रहा। शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 308. 98 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जो बाजार के लिए एक और सकारात्मक संकेत है। ब्रेंट क्रूड की कीमतें 0. 29 प्रतिशत गिरकर 61. 11 डॉलर प्रति बैरल पर रहीं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अनुकूल है।

निवेशकों को 10 लाख करोड़ का फायदा

बीएसई के मार्केट कैप के अनुसार, 14 अक्टूबर को यह 4,59,67,652 और 36 करोड़ रुपये था, जो 20 अक्टूबर को बढ़कर 4,69,73,800. 90 करोड़ रुपये हो गया। इस प्रकार, निवेशकों को कुल 10,06,148. 54 करोड़ रुपये का फायदा हुआ, जिससे यह दिवाली बाजार के लिए एक वास्तविक ‘जैकपॉट’ साबित हुई।