इंडिया / बालासाहेब की कसम खाते हैं, हम झूठ नहीं बोल रह, भाजपा के साथ 50-50 फॉर्मूले पर बात हुई थी: संजय राउत

Dainik Bhaskar : Nov 15, 2019, 07:40 AM
मुंबई | महाराष्ट्र में सियासी उठापठक के बीच गुरुवार को शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक बार फिर भाजपा पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ 50-50 फॉर्मूले पर बात हुई थी। उद्धव ठाकरे और अमित शाह के बीच यह बात जिस कमरे में हुई थी, वह सामान्य कमरा नहीं है। वह पूज्य बालासाहेब ठाकरे का कमरा है, जिसे हम मंदिर मानते हैं। हम बालासाहेब की कसम खाते हैं। हम झूठ नहीं बोल रहे।

उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना प्राण जाए, पर वचन न जाए वाले सिद्धांत की पार्टी है। यह महाराष्ट्र के सम्मान की बात है। ये वही कमरा है, जहां से बालासाहेब नरेंद्र मोदी को आशीर्वाद दिया करते थे। यह वही कमरा है जहां से विश्व में कोई भी नेता आता है तो चाहता है कि उस कमरे में बालासाहेब का नमन करे। राउत ने कहा- हमने मोदी जी के नाम पर वोट मांगे हैं। वे देश के सबसे बड़े नेता हैं। हम उनका हमेशा आदर करते रहेंगे। हम मोदी जी से उतना ही प्यार करते हैं, जितना देश के कार्यकर्ता और जनता करती है।

न्यूनतम साझा कार्यक्रम का ड्राफ्ट तैयार

शिवसेना नेता एकनाथ शिंद ने कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना की संयुक्त बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा- न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर चर्चा हुई। ड्राफ्ट बना लिया गया है। इसे तीनों पार्टियों के हाईकमान को भेजा जाएगा। अंतिम निर्णय हाईकमान के द्वारा ही लिया जाएगा। 

इससे पहले बुधवार को न्यूज एजेंसी को दिए एक इंटरव्यू में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि महाराष्ट्र में चुनाव के पहले और चुनाव के समय मैंने सौ बार कहा था, नरेंद्र मोदी जी ने कई बार कहा था कि अगर गठबंधन की सरकार बनती है तो हमारे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ही होंगे। तब किसी ने कोई विरोध दर्ज नहीं कराया था। अब वे (शिवसेना) नई मांगें लेकर आ रहे हैं और यह हमें स्वीकार नहीं है। हमने विश्वासघात नहीं किया है।

शिवसेना विधायकों ने रिजॉर्ट छोड़ा

इस बीच, बुधवार देर रात शिवसेना विधायकों ने रिजॉर्ट छोड़ दिया। शिवसेना विधायक कई दिनों से मलाड स्थित रिसॉर्ट में थे। बताया जा रहा है कि उद्धव ने सभी विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया। इससे पहले न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर राकांपा और कांग्रेस नेताओं के बीच देर रात तक बैठक हुई। 

देर रात तक हुई राकांपा-कांग्रेस की बैठक

न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर मुंबई में राकांपा और कांग्रेस के बीच देर रात बैठक जारी रही। इस बैठक में कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण, मानिकराव ठाकरे, बालासाहेब थोराट और विजय वादेत्तिवार शामिल हुए। वहीं, राकांपा की ओर से जयंत पाटिल, अजित पवार, छगन भुजबल, धनंजय मुंडे और नवाब मलिक शामिल हुए। ये कमेटी सरकार में पोर्टफोलियो समेत विभिन्न मुद्दों पर सहमती बनाने का प्रयास करेगी। कमेटी में शामिल कांग्रेस नेताओं से शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी मुलाकात की।

पवार ने कहा- अजित ने जानबूझकर बारामती जाने की बात कही

इससे पहले राकांपा नेता अजित पवार के एक बयान से खलबली मच गई थी। बुधवार दोपहर अजित ने कह दिया कि कांग्रेस के साथ होने वाली बैठक रद्द हो गई। मैं बारामती जा रहा हूं। ऐसे में सियासी गलियारे में खबर उड़ गई कि राकांपा अब शिवसेना को समर्थन नहीं देगी। हालांकि, इसके आधे घंटे बाद ही राकांपा प्रमुख शरद पवार ने इन सभी अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा-'अजीत पवार यदि कोई बात मजाकिया लहजे में भी कहते हैं, तो भी तुम्हारी (मीडिया) गाड़ियां उनके पीछे लग जाती हैं। इसकी वजह से उनकी प्राइवेसी नहीं रहती है। इसी वजह से उन्होंने जानबूझकर बारामती जाने की बात कही।' इस बात की पुष्टि करने के लिए बाद में राकांपा की ओर से मीटिंग का फोटो भी सार्वजनिक किया गया।

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