दक्षिण अफ्रीका की टीम ने एक टेस्ट मैच में बल्लेबाजी करते हुए एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया है, जहां उनके शीर्ष चार बल्लेबाजों ने 35 से अधिक रन बनाए, लेकिन कोई भी अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जो इस मैच को एक विशेष पहचान देता है। भारतीय गेंदबाजों ने भी अपनी भूमिका निभाई, जिसमें कुलदीप यादव ने तीन महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए।
दक्षिण अफ्रीका की पारी का आगाज
दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए रियान रिकेल्टन और एडन माक्ररम की सलामी जोड़ी ने पारी की शुरुआत की और इन दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर 82 रनों की मजबूत साझेदारी की, जिससे टीम को एक सधी हुई और स्थिर शुरुआत मिली। एडन माक्ररम ने 38 रन का योगदान दिया, जिसके बाद वह आउट हो गए। उनके आउट होने के बाद, रिकेल्टन ने ट्रिस्टन स्टब्स के साथ मिलकर रन बनाने की जिम्मेदारी संभाली। दोनों ने मैदान के चारों ओर कई बेहतरीन स्ट्रोक लगाए, जिससे स्कोरबोर्ड चलता रहा और रिकेल्टन ने 35 रन बनाकर अपनी पारी समाप्त की।
स्टब्स और बावुमा का योगदान
ट्रिस्टन स्टब्स ने अपनी पारी में 112 गेंदों का सामना करते हुए 49 रन बनाए। उनकी इस पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल थे, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी का प्रमाण था। दक्षिण अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा ने भी 92 गेंदों में 41 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिसमें पांच चौके शामिल थे। बाद में, सेनुरन मुथुसामी ने 25 रनों का योगदान दिया, जबकि टोनी डी जोर्जी के बल्ले से 28 रन निकले। वर्तमान में, सेनुरन मुथुसामी और काइल वेरेने क्रीज पर मौजूद हैं, जो दक्षिण अफ्रीका की पारी को आगे बढ़ा रहे हैं।
टेस्ट क्रिकेट में एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड
इस मैच में दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी का सबसे उल्लेखनीय पहलू एक अभूतपूर्व सांख्यिकीय विसंगति थी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि किसी टीम के शीर्ष चार बल्लेबाजों ने 35 या उससे अधिक रन बनाए, लेकिन उनमें से कोई भी अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। यह अनूठी घटना एक अजीब सामूहिक प्रदर्शन को उजागर करती है जहां बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत की लेकिन 50 रन के महत्वपूर्ण मील के पत्थर तक पहुंचने में विफल रहे। टेस्ट मैच के लंबे इतिहास में इस तरह का स्कोरिंग पैटर्न पहले। कभी दर्ज नहीं किया गया था, जिससे यह एक उल्लेखनीय घटना बन गई।
भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए, स्पिनर कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए, जिन्होंने तीन महत्वपूर्ण विकेट अपने नाम किए। उनकी गेंदबाजी ने भारतीय टीम को महत्वपूर्ण सफलताएं दिलाईं। उनके अलावा, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज, साथ ही ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने भी एक-एक विकेट झटका। भारतीय गेंदबाज दूसरे दिन अपने प्रयासों को भुनाने के लिए उत्सुक होंगे, जिसका लक्ष्य शेष चार दक्षिण अफ्रीकी विकेटों को जल्द से जल्द गिराना है ताकि विपक्षी टीम एक बड़ा स्कोर खड़ा न कर सके। उनका उद्देश्य स्पष्ट है: दक्षिण अफ्रीका के स्कोर को सीमित करना और मैच में महत्वपूर्ण बढ़त हासिल करना।