Uttar Pradesh News / जिस मुजफ्फरनगर वाले वीडियो पर देश-दुनिया में मचा हंगामा- जानिए 'सच्चाई'

Zoom News : Aug 26, 2023, 06:03 PM
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक प्राइवेट स्कूल में छात्र को अन्य छात्रों से पिटवाया गया, जिसका वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा खड़ा हो गया. इस मामले को धर्म के एंगल से भी देखा जाने लगा है और सियासी पार्टियों ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला. साथ-साथ कहा है कि इससे विश्व स्तर पर देश की छवि को धक्का लगेगा. वहीं, आरोपी महिला टीचर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है. बताया गया है कि पीड़ित छात्र के पिता की तहरीर के आधार पर मंसूरपुर थाने में आरोपी टीचर के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 323, 504 के तहत केस दर्ज किया गया है. दरअसल, मामला ऐसा है कि वायरल वीडियो में देखा गया कि एक महिला टीचर स्कूल में एक बच्चे की बाकी बच्चों से पिटाई करा रही है. इसी दौरान वह एक धर्म विशेष पर टिप्पणी भी करती है.

आरोपी टीचर ने धार्मिक एंगल से किया इनकार

आरोपी टीचर ने पिटाई का सच बताया और धार्मिक एंगल से इनकार किया है. महिला टीचर तृप्ति का कहना है कि बच्चे के पिता उसे पीटते हुए स्कूल लाए थे. उस समय उन्होंने कहा था कि ये काम नहीं करता, इसे ठीक करें. मैं विकलांग हूं, उठ नहीं सकती इसलिए बच्चों से पिटवाया. मैंने कहा कि मुस्लिम मां बच्चों को लेकर मामा के यहां ना जाएं, इससे पढ़ाई का नुकसान होता है. वीडियो एडिट किया गया है, मुझे बच्चों से उसको नहीं पिटवाना चाहिए था. ये गलत है. मैं अपनी गलती मानती हूं. मेरा सांप्रदायिक भेदभाव का कोई इरादा नहीं है.

पीड़ित बच्चे का कहना है एक दो गलती निकल गई थी इसलिए मैडम ने पिटवाया. मुझे पहाड़ा याद नहीं रहा था. मैडम ने कहा कि मुस्लिम को जोर-जोर से मारना. छात्र एक घंटे तक पीटते रहे, जिन लोगों ने मुझे मारा है कि उनका नाम मुझे पता नहीं है.

हिंदू-मुस्लिम करके गांव का माहौल खराब नहीं करता- पीड़ित के पिता

वहीं, पीड़ित बच्चे के पिता ने साफ किया कि हिंदू-मुस्लिम करके वो गांव का माहौल नहीं खराब करना चाहते हैं. पीड़ित बच्चे के पिता का कहना है कि उन्होंने टीचर से अपने बच्चे की शिकायत की थी, लेकिन स्कूल के बच्चों से पिटवाने को नहीं कहा था. स्कूल से आने के बाद बाहर भी बच्चों ने पीटा, ये गलत है. धार्मिक मामले से आहत नहीं, भतीजा इत्तेफाक से वहां पहुंचा तो वीडियो बनाया. वीडियो दिखाने पर टीचर ने धौंस दिखाई. धार्मिक सौहार्द न खराब हो इसलिए मुकदमा दर्ज ना कराकर समझौता किया था, लेकिन जब बाद में बच्चों ने फिर पीटा, तो मुकदमा दर्ज कराया.

वीडियो बनाने वाले शख्स ने क्या कहा?

वीडियो बनाने वाले शख्स नदीम का कहना है कि वह अपने काम से स्कूल में गया था. वहां पर देखा कि उसके भतीजे को स्कूल के बच्चे जाकर थप्पड़ मार रहे हैं. गुस्सा बहुत आया, लेकिन उसने चुपचाप वीडियो बनाई. धार्मिक रंग देने की कोशिश ना करें. बच्चों से पिटवाना गलत है. टीचर मारती तो कोई दिक्कत नहीं थी.

‘आरोप सिद्ध होने के बाद टीचर पर होगी कार्रवाई

सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय का कहना है कि मामले को लेकर शिकायत मिली है एक शिक्षिका द्वारा स्कूल के बच्चों को प्रताड़ित किया गया है. कुछ धार्मिक शब्द भी इस्तेमाल किए गए हैं. मामले की जांच करने आए हैं. सभी बिंदुओं पर जांच होगी, जिनमें स्कूल की मान्यता, मारपीट के आरोप और धार्मिक शब्दों वाले मामले की भी जांच की जाएगी. अगर आरोप सिद्ध हुए तो शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

जमीयत उलेमा ने पीड़ित छात्र को लिया गोद

इस मामले को लेकर जमीयत उलेमा की टीम खुब्बापुर गांव निवासी पीड़ित लड़के के घर पहुंची. इस बीच मुजफ्फरनगर के जमीयत उलेमा अध्यक्ष मौलाना मुकर्रम काजमी का कहना है कि मैडम को बच्चों से नहीं पिटवाना चाहिए था. वीडियो में मुस्लिम महिलाओं के बारे में गलत बोला गया. मुस्लिम महिलाएं पढ़ी लिखी होती हैं. धार्मिक रंग नहीं देना चाहते. स्कूल टीचर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी हो, स्कूल की मान्यता रद्द हो. बच्चे को आज से जमीयत उलेमा गोद लेती है, इसकी पढ़ाई का हमेशा खर्चा जमीयत उलेमा उठाएगी.

माफी मांगने की जरूरत नहीं- नरेश टिकैत

पिटाई मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन नेता नरेश टिकैत आरोपी से मिलने खुब्बापुर गांव पहुंचे. इस दौरान उनका कहना है कि टीचर ने जो किया वह गलत है, लेकिन टीचर को गलती का एहसास होना काफी है, माफी मांगने की जरूरत नहीं है. मुजफ्फरनगर 2013 में सांप्रदायिक हिंसा देख चुका है. इसमें सिर्फ नुकसान होता है. हम दोनों पक्षों को बैठकर समझौता करा देंगे.

सरकार का हर कृत्य पर पर्दा डालना ठीक नहीं- स्वामी प्रसाद

मामले को लेकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुजफ्फनगर में जिस तरह की घटना हुई और मुस्लिम छात्र को पिटवाया गया वो बेहद निंदनीय है. जिस हिसाब का वीडियो आया उसमें बच्चों को उकसाना ये छात्र और अध्यापक के रिश्ते को शर्मनाक करता है. ऐसे अध्यापक के प्रति सख्त कार्रवाई हो मैं स्थानीय पुलिस से मांग करता हूं. सरकार का हर कृत्य पर पर्दा डालना ठीक नहीं है. अनुच्छेद 14 में उल्लेख है कि लिंग, जाति, धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए. ये कृत्य होता हुआ दिख रहा है.

BJP-RSS की नफरत भरी राजनीति- कांग्रेस

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बच्चे की पिटाई के मामले को लेकर कहा कि ये BJP-RSS की नफरत भरी राजनीति का विचलित कर देने वाला परिणाम है. बच्चे को अध्यापिका ने धार्मिक भेदभाव कर एक बच्चे को दूसरे बच्चों से पिटवाया है. ऐसी घटनाएं हमारी वैश्विक छवि पर कालिख पोत देती हैं. ये संविधान के खिलाफ है.

वहीं, आरएलडी के प्रमुख जयंत चौधरी ने मुजफ्फरनगर मामले में बच्चे के पिता को कॉल कर उनसे बात की है. मामले पर जयंत चौधरी ने पूछा की इस मुद्दे पर आप क्या चाहते हैं, जिस पर पीड़ित बच्चे के पिता का कहना है कि मैडम को सजा मिलनी चाहिए. आरएलडी के विधायक और यूथ कमेटी के अध्यक्ष चंदन चौहान पीड़ित से मिलने पहुंचे थे और उन्होंने ही जयंत चौधरी की बातचीत कराई थी.

ओवैसी ने पीड़ित के पिता से की बात

बाल संरक्षण आयोग की टीम भी खुब्बापुर गांव जांच के लिए पहुंचीं. वहीं, पीड़ित बच्चे के पिता से AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बात कर बच्चे की शिक्षा का एवं परिवार की सभी प्रकार से हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया. ओवैसी मुजफ्फरनगर पहुंच कर पीड़ित बच्चे और उनके परिवार से मुलाकात करेंगे.

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