- भारत,
- 22-Sep-2025 07:00 AM IST
Share Market News: आजकल शेयर बाजार में निवेश का चलन तेजी से बढ़ रहा है। कुछ लोग मुनाफे की उम्मीद में बाजार में कदम रखते हैं, तो कुछ बस दूसरों के पीछे चलकर निवेश कर देते हैं। लेकिन एक अहम बात जो ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं, वह है रिस्क यानी नुकसान का खतरा। शेयर बाजार कोई जादुई छड़ी नहीं है जो हर दिन मुनाफा दे। यहां उतार-चढ़ाव आम हैं, और शेयरों की कीमतें जितनी तेजी से ऊपर जा सकती हैं, उतनी ही तेजी से नीचे भी गिर सकती हैं। इसका सीधा असर आपके निवेश पर पड़ता है। आइए, शेयर बाजार के जोखिम और इससे बचने के कुछ उपायों को समझते हैं।
शेयर बाजार में रिस्क फैक्टर क्या है?
शेयर बाजार में रिस्क का मतलब है आपके निवेश की वैल्यू में कमी आने की संभावना। बाजार में शेयर, म्यूचुअल फंड, और डेरिवेटिव्स की कीमतें हर पल बदलती रहती हैं। ये उतार-चढ़ाव ही शेयर बाजार का जोखिम पैदा करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपने ₹10,000 किसी शेयर में लगाए और बाजार गिर गया, तो आपका निवेश ₹8,000, ₹5,000, या उससे भी कम हो सकता है। बिना सोचे-समझे निवेश करने से भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
शेयर बाजार में जोखिम से बचने के उपाय
यहां कुछ आसान और प्रभावी तरीके दिए गए हैं, जो आपके निवेश को जोखिम से बचा सकते हैं:
- विविधता लाएं (Diversify) सारा पैसा एक ही शेयर या सेक्टर में लगाना जोखिम भरा है। जैसे आप सारे अंडे एक टोकरी में नहीं रखते, वैसे ही अपने निवेश को अलग-अलग शेयरों, सेक्टरों, या म्यूचुअल फंड में बांटें। इससे अगर एक जगह नुकसान हो, तो दूसरी जगह से उसे संतुलित किया जा सकता है।
- स्टॉप-लॉस का इस्तेमाल करें स्टॉप-लॉस एक ऐसी रणनीति है, जिसमें आप पहले से तय करते हैं कि कितना नुकसान बर्दाश्त कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आपने ₹100 में शेयर खरीदा और स्टॉप-लॉस ₹90 पर सेट किया, तो शेयर की कीमत ₹90 से नीचे जाने पर वह अपने आप बिक जाएगा, जिससे बड़ा नुकसान टल सकता है।
- लालच और डर से बचें शेयर बाजार में भावनाओं के आधार पर फैसले लेना खतरनाक हो सकता है। कई बार लोग किसी टिप या अफवाह के आधार पर बिना रिसर्च के निवेश कर देते हैं। ऐसा करने से बचें। हर निवेश से पहले तथ्यों की जांच करें।
- रिसर्च है जरूरी जिस कंपनी में आप निवेश करना चाहते हैं, उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाएं। कंपनी का बिजनेस मॉडल, मुनाफा, पिछले प्रदर्शन, और भविष्य की योजनाओं का अध्ययन करें। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि निवेश कितना सुरक्षित है।
- डे-ट्रेडिंग से सावधानी दिनभर शेयर खरीदने-बेचने की जल्दबाजी से नुकसान की संभावना बढ़ती है। इसे जुए की तरह न लें। सोच-समझकर और सीमित लेन-देन करें। अनावश्यक जल्दबाजी से बचें।
- लंबी अवधि की सोच रखें शेयर बाजार में तुरंत मुनाफा कमाने की उम्मीद जोखिम भरी हो सकती है। लंबी अवधि के लिए निवेश करें, क्योंकि समय के साथ बाजार में स्थिरता आती है और नुकसान की भरपाई की संभावना बढ़ती है।
