IND vs ENG / ध्वस्त होगा डॉन ब्रेडमैन का ये रिकॉर्ड, यशस्वी जायसवाल को करना है केवल इतना काम

बुधवार को बर्मिंघम में यशस्वी जायसवाल पर सबकी नजरें होंगी। इंग्लैंड के खिलाफ 817 रन बना चुके जायसवाल अगर अगले टेस्ट में 183 रन और बना लेते हैं, तो वे 1000 रन के आंकड़े तक पहुंच जाएंगे। ऐसा हुआ तो वे डॉन ब्रेडमैन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं।

IND vs ENG: जब भारतीय क्रिकेट टीम बुधवार को बर्मिंघम के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ का अगला मुकाबला खेलने उतरेगी, तो सभी की निगाहें एक बार फिर यशस्वी जायसवाल पर होंगी। यह युवा बल्लेबाज जिस लय में हैं, उसने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों दोनों को रोमांचित कर दिया है। खासकर इंग्लैंड के खिलाफ जायसवाल की बल्लेबाज़ी शानदार रही है, और अब उनके पास मौका है सर डॉन ब्रेडमैन जैसे दिग्गज को एक खास रिकॉर्ड में पीछे छोड़ने का।

जायसवाल और इंग्लैंड: एक खास रिश्ता

अब तक के टेस्ट करियर में जायसवाल ने 20 मैचों की 38 पारियों में कुल 1903 रन बनाए हैं, जिनमें 5 शतक और 10 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत लगभग 52 का है। खास बात यह है कि इनमें से 817 रन उन्होंने अकेले इंग्लैंड के खिलाफ बनाए हैं। यही वजह है कि इंग्लैंड के खिलाफ उनका आत्मविश्वास अलग ही स्तर पर नजर आता है।

अब तक 11 पारियों में 817 रन, ब्रेडमैन के रिकॉर्ड के बेहद करीब

डॉन ब्रेडमैन ने इंग्लैंड के खिलाफ सबसे तेज 1000 टेस्ट रन (महज 13 पारियों में) पूरे करने का रिकॉर्ड बनाया था। जायसवाल अब तक 11 पारियां खेल चुके हैं और 817 रन बना चुके हैं। यानी उन्हें ब्रेडमैन का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए सिर्फ 183 रन और चाहिए, और वह भी दो पारियों में। यदि वे पहली पारी में ही यह आंकड़ा पार कर लेते हैं, तो वे ब्रेडमैन से तेज 1000 रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बन जाएंगे।

इतिहास रचने की कगार पर

अगर यशस्वी जायसवाल अगली टेस्ट की पहली पारी में ही 183 रन बना देते हैं, तो यह उन्हें क्रिकेट इतिहास में बेहद खास बना देगा। यदि वे ये रन दोनों पारियों में मिलाकर बनाते हैं, तो वे कम से कम ब्रेडमैन के रिकॉर्ड की बराबरी जरूर कर लेंगे, जो अपने आप में एक महान उपलब्धि है।

टीम इंडिया के लिए भी अहम मोड़

हालांकि, जायसवाल की पारी टीम की जीत में भी योगदान दे सके, यह भी जरूरी है। पिछले मैच में उन्होंने शानदार शतक तो जड़ा, लेकिन टीम को जीत दिलाने में असफल रहे। अब यह देखना रोचक होगा कि इस बार उनकी बल्लेबाज़ी भारत की जीत में कितनी निर्णायक साबित होती है।