उन्नाव / उन्नाव गैंगरेप पीड़िता ने रिश्तेदार को बताया, 'सामने से आकर ट्रक ने हमारी कार को रौंदा'

NavBharat Times : Aug 19, 2019, 10:29 AM
उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे में अब एक नई और अहम जानकारी सामने आई है। नई दिल्ली स्थित एम्स में इलाज के दौरान खुद रेप पीड़िता ने अपने एक रिश्तेदार को बताया कि बिल्कुल सामने से आकर ट्रक ने उनकी कार को रौंदा था। पीड़िता ने उन्हें यह भी बताया कि कार चला रहे उनके वकील ने रिवर्स गियर लेकर ट्रक के रास्ते में न आने की पूरी कोशिश की लेकिन ट्रक चालक ने इसके बावजूद उनकी कार को रौंद डाला। बता दें कि वकील की भी हालत गंभीर है और उनका भी एम्स में इलाज चल रहा है। 

हादसे के बाद से ही पीड़िता के परिवार के साथ मजबूती से खड़े इस रिश्तेदार ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से फोन पर बातचीत में यह जानकारी दी। यह वही रिश्तेदार हैं, जिनकी मां भी हादसे की शिकार हुई थीं। उन्होंने बताया, 'मैंने उससे (रेप पीड़िता) पूछा कि उस दिन क्या हुआ था? उसने बताया, 'मैंने ट्रक को सामने से आते देखा। ट्रक को इस तरह से आते हुए देखकर हम डर गए। हमने अलार्म भी बजाया था, जब हमें महसूस हुआ कि ट्रक को जिस तरह से चलाया जा रहा था उसमें कुछ असामान्य है।' 

CBI को अभी नहीं दी गई है यह जानकारी 

रिश्तेदार के मुताबिक, पीड़िता ने बताया कि कार चला रहे वकील ने रिवर्स गियर में कार डालकर ट्रक के रास्ते से बचने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो सके, क्योंकि ट्रक बिल्कुल उन्हीं की तरफ मुड़ गया और फिर यह हादसा हो गया। रेप पीड़िता की स्थिति हालांकि अभी नाजुक बनी हुई है लेकिन बीच में कुछ देर जब वह होश में रहीं, उन्होंने अपने रिश्तेदार से इस घटना के बारे में जिक्र किया। हालांकि मामले की जांच कर रही सीबीआई को इस ब्योरे के बारे में अभी तक जानकारी नहीं दी गई है। 

'CBI अधिकारियों से मिलने से किया इनकार' 

रिश्तेदार ने कहा, 'उसने मुझे अकेले में यह बात बताई। रेप कांड के बाद उन्नाव छोड़ने और इस हादसे तक लगातार मैं उसके साथ रहा हूं। ऐसे में शायद उसका भरोसा मुझ पर अधिक है। उसने सीबीआई अधिकारियों को भी मिलने से इनकार कर दिया, जो एम्स आए थे।' 

'सीबीआई पर से भी उठा पीड़िता का विश्वास' 

रिश्तेदार के मुताबिक पीड़िता का अब सीबीआई से भी विश्वास उठ गया है। रिश्तेदार ने कहा, वह मुझसे कहती है कि यूपी सरकार से विश्वास खत्म होने के बाद अब उसका सीबीआई पर से भी भरोसा उठ गया है। ऐसा इसलिए भी है कि उसने सीबीआई को कई बार अपने जान के खतरे को लेकर आगाह किया लेकिन कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया गया। 


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