देश / अमेरिका ने भारत को किया आगाह S-400 मिसाइल खरीदने को लेकर: साथ ही अमेरिका ने लगाया तुर्की पर भी प्रतिबंध

अमेरिका (America) ने एस-400 मिसाइल सिस्टम (Missile System) खरीदने की वजह से तुर्की (Turkey) पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही भारत समेत उन देशों को आगाह किया है, जो एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदना चाहते हैं.अमेरिका का कहना है कि तुर्की ने सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल सिस्टम को खरीदकर नियम तोड़े हैं. इसके साथ ही अमेरिका ने भारत समेत उन देशों को भी आगाह किया है, जो एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के इच्‍छुक हैं.

 दिल्ली:अमेरिका (America) ने एस-400 मिसाइल सिस्टम (Missile System) खरीदने की वजह से तुर्की (Turkey) पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही भारत समेत उन देशों को आगाह किया है, जो एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदना चाहते हैं.


अमेरिका (America) ने रूस से एस-400 मिसाइल सिस्टम (Missile System) खरीदने की वजह से तुर्की (Turkey) पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं. तुर्की ने रूस से पिछले साल S-400 मिसाइल सिस्टम खरीदने की घोषणा की थी. अमेरिका का कहना है कि तुर्की ने सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल सिस्टम को खरीदकर नियम तोड़े हैं. इसके साथ ही अमेरिका ने भारत समेत उन देशों को भी आगाह किया है, जो एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने के इच्‍छुक हैं. चलिए आपको बताते हैं एस-400 मिसाइल सिस्टम की खासियत क्या है और भारत को इसकी जरूरत क्यों है...


आइए जानिए S-400 मिसाइल की क्या है खासियत:-


भारत के लिए क्यों जरूरी एस-400 मिसाइल?


रूस द्वारा विकसित यह मिसाइल सिस्टम जमीन से हवा में मार करने में सक्षम है. विशेषज्ञों का कहना है कि एस-400 अमेरिका के टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस सिस्टम (THAAD) से बेहतर है. इसके अलावा चीन के पास यह रक्षा प्रणाली पहले से मौजूद है. ऐसे में भारत के लिए एस-400 मिसाइल सिस्टम काफी जरूरी है.


भारत ने 2018 में की थी डील:


भारत और रूस के बीच साल 2018 में S-400 मिसाइल सिस्टम की डील 5 अरब डॉलर यानी 40,000 करोड़ रुपये में फाइनल हुई थी. भारत ने इसकी पांच यूनिट्स खरीदने का करार किया था.


दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार:


इसका पूरा नाम S-400 ट्रायम्फ है, जिसे नाटो देशों में SA-21 ग्रोलर के नाम से जाना जाता है. इस मिसाइल डिफेंस सिस्टम को दुनिया का सबसे खतरनाक हथियार माना जाता है.


हवाई हमलों को नाकाम करने में सक्षम:


रूस द्वारा विकसित एस-400 मिसाइल सिस्टम जमीन से हवा में मार करने में सक्षम है और यह दुश्मन के हवाई हमलों को आसानी से नाकाम कर सकता है.


परमाणु मिसाइल को भी कर सकता है नष्ट:

एस-400 मिसाइल सिस्टम एयरक्राफ्ट, क्रूज मिसाइल और परमाणु मिसाइल को 400 किलोमीटर पहले ही नष्ट कर सकता है.


देख सकता है 600 KM दूरी तक लक्ष्य:


एस-400 मिसाइल सिस्टम में लगा हुआ रडार 600 किलोमीटर की दूरी तक लक्ष्य को देख सकता है. सैटेलाइट से कनेक्‍ट रहने की वजह से जरूरी सिग्‍नल और जानकारियां तुरंत मिलती हैं.