संयुक्त राष्ट्र / संयुक्त राष्ट्र महासभा में सबसे पहले क्यों बोलता है ब्राज़ील?

Zoom News : Sep 25, 2021, 08:38 AM
न्‍यूयॉर्क: अमेरिका के न्‍यूयॉर्क में इन दिनों संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा का 76वां सत्र चल रहा है। दुनिया भर के दिग्गज नेता अपने देशों का प्रतिनिधित्व करने न्‍यूयॉर्क पहुंचे हैं, वे अपने देश की तरफ से सत्र को संबोधित करेंगे। प्रत्येक वर्ष संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा का आयोजन किया जाता है और इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष महासभा को संबोधित करते हुए भाषण देते हैं। संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा में सबसे पहले ब्राजील के राष्ट्राध्यक्ष का भाषण होता है। महासभा में सबसे पहले ब्राजील के राष्ट्राध्यक्ष का संबोधन क्यों होता है इसके पीछे बड़ा ही दिलचस्प कारण है।

दरअसल, संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा संयुक्त राष्ट्र के मुख्य अंगों में से एक है। प्रत्येक वर्ष संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ महासभा का सम्मेलन होता है। इन्हीं प्रतिनिधियों में से एक को अध्यक्ष चुना जाता है। फिलहाल महासभा की शुरुआत से ही ब्राजील ऐसा राष्ट्र रहा है जिसका संबोधन सबसे पहले होता है। इसकी शुरुआत तब हुई थी जब 1950 के दशक में संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा की बैठकें शुरू हुई थीं।

न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र प्रोटोकॉल के अधिकारियों ने एक बार बताया था कि 1950 के दशक में जब महासभा की शुरुआत हुई तो उस समय कोई अन्य देश का नेता पहले बोलने के लिए तैयार नहीं हुआ। ठीक उसी समय ब्राजील के राष्ट्राध्यक्ष ने सबसे पहले अपना भाषण दे दिया। इसके बाद वह परंपरा शुरू हुई और अब तक चली आ रही है। कुछ समय बाद ब्राजील के लिए ही पहला स्लॉट फिक्स कर दिया गया।

रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि वक्ताओं का क्रम अब इसी सिद्धांत के आधार पर तय कर दिया गया है। मेजबान देश का नेता दूसरे स्थान पर अपना संबोधन देता है। उसके बाद अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष, सरकार के प्रमुख या अन्य प्रतिनिधि अपना संबोधन देते हैं। इस समय संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के नेता अपना संबोधन देते हैं।

इस तथ्य के अलावा संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा के कई अन्य दिलचस्प तथ्यों के बारे में भी अकसर बात की जाती है। मसलन महासभा में सबसे ज्यादा बार किस नेता ने भाषण दिया है या सबसे लंबा भाषण किसका था। हालांकि महासभा के कुछ नियम भी बनाए गए हैं और तय समय पर अपने भाषण को खत्म करना रहता है। यहां भाषण की अधिकतम समय सीमा 15 मिनट तक है लेकिन कई बार ऐसा होता है जब नेता यह सीमा पार कर जाते हैं।

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